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  1. सितंबर 2025 के अंत तक RBI के गोल्ड रिजर्व में है कितना सोना? पिछले छह महीने का पूरा लेखा-जोखा यहां

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सितंबर 2025 के अंत तक RBI के गोल्ड रिजर्व में है कितना सोना? पिछले छह महीने का पूरा लेखा-जोखा यहां

Upstox

2 min read | अपडेटेड October 29, 2025, 09:16 IST

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सारांश

आरबीआई ने अप्रैल-सितंबर, 2025 के विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन (Foreign exchange reserve management) पर अपनी अर्धवार्षिक रिपोर्ट में कहा, ‘सितंबर, 2025 के अंत तक रिजर्व बैंक के पास 880.18 टन सोना था, जिसमें से 575.82 टन घरेलू स्तर पर था।’

आरबीआई

आरबीआई के पास सितंबर 2025 तक है कितना सोना?

Reserve Bank of India (RBI) यानी कि भारतीय रिजर्व बैंक का गोल्ड रिजर्व 2025 तक पिछले 12 महीनों में 25.45 टन बढ़कर 880 टन हो गया है। सेंट्रल बैंक का गोल्ड रिजर्व सितंबर, 2024 के अंत में 854.73 टन था और यह बढ़कर मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की पहली छमाही के अंत में 880.18 टन हो गया है। इसमें 25.45 टन की वृद्धि हुई। आरबीआई ने अप्रैल-सितंबर, 2025 के विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन (Foreign exchange reserve management) पर अपनी अर्धवार्षिक रिपोर्ट में कहा, ‘सितंबर, 2025 के अंत तक रिजर्व बैंक के पास 880.18 टन सोना था, जिसमें से 575.82 टन घरेलू स्तर पर था।’

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मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक, 290.37 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (बीआईएस) के पास सुरक्षित रखा गया है, जबकि 13.99 टन सोना जमा के रूप में रखा गया है। मूल्य (अमेरिकी डॉलर) के संदर्भ में कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने का हिस्सा मार्च, 2025 के अंत तक 11.70% था और यह बढ़कर सितंबर, 2025 के अंत तक लगभग 13.92% हो गया है। विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर, 2024 के अंत तक 705.78 अरब अमेरिकी डॉलर था और यह घटकर सितंबर, 2025 के अंत तक 700.09 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया।

अमेरिकी डॉलर और यूरो दोनों ही हस्तक्षेपकारी करेंसी (Intervention currencies) हैं और फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) प्रमुख मुद्राओं में रखी जाती हैं, फिर भी विदेशी मुद्रा भंडार अमेरिकी डॉलर में ही अंकित और व्यक्त किए जाते हैं। इसमें कहा गया है, ‘FCA में उतार-चढ़ाव मुख्य रूप से RBI द्वारा विदेशी मुद्रा की खरीद-बिक्री, विदेशी मुद्रा भंडार के उपयोग से होने वाली इनकम, केंद्र सरकार की बाह्य सहायता प्राप्तियों और एसेट्स के पुनर्मूल्यांकन के कारण होने वाले परिवर्तनों के कारण होता है।’

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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