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  1. नौकरीपेशा लोगों की बल्ले-बल्ले! EPFO ने ₹15,000 की लिमिट बढ़ाई, करोड़ों कर्मचारियों को मिलेगा फायदा

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नौकरीपेशा लोगों की बल्ले-बल्ले! EPFO ने ₹15,000 की लिमिट बढ़ाई, करोड़ों कर्मचारियों को मिलेगा फायदा

Upstox

3 min read | अपडेटेड October 20, 2025, 11:02 IST

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सारांश

EPFO ने दिवाली 2025 पर बड़ा ऐलान किया है। EPS पेंशन के लिए सैलरी लिमिट 15,000 रुपये से 25,000 रुपये कर दी गई है। इस कदम से ज्यादा कर्मचारी पेंशन स्कीम के दायरे में आएंगे और रिटायरमेंट पर मिलने वाली पेंशन की रकम भी काफी बढ़ जाएगी।

epfo reforms

EPFO के इस फैसले से करोड़ों कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी बेहतर होगी।

दिवाली 2025 के मौके पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने देश के करोड़ों नौकरीपेशा लोगों को एक शानदार तोहफा दिया है। सरकार ने कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही एक बड़ी मांग को पूरा कर दिया है। EPFO ने कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत पेंशन योग्य वेतन की सीमा (Pensionable Salary Cap) को 15,000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 25,000 रुपये प्रति माह करने का ऐलान किया है। यह फैसला 2014 के बाद पहली बार किया गया एक बड़ा बदलाव है, जिसका सीधा असर आपकी रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी और आपकी मासिक पेंशन पर पड़ेगा।

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क्या है यह बड़ा बदलाव?

अब तक कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत पेंशन की गणना के लिए आपकी अधिकतम बेसिक सैलरी 15,000 रुपये ही मानी जाती थी, भले ही आपका वास्तविक वेतन इससे कहीं ज्यादा हो। यह सीमा 2014 में तय की गई थी। लेकिन अब, इस सीमा को बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब ज्यादा वेतन पाने वाले कर्मचारी भी इस योजना के दायरे में आएंगे और उनकी पेंशन की गणना नए कैप (₹25,000) के आधार पर होगी, जिससे पेंशन की राशि में बड़ा इजाफा होगा।

आपकी पेंशन पर कैसे पड़ेगा असर?

EPS का नियम कहता है कि कर्मचारी की बेसिक सैलरी और DA का 12% हिस्सा PF में जाता है, और इतनी ही रकम (12%) कंपनी (Employer) भी जमा करती है। कंपनी के 12% हिस्से में से 8.33% हिस्सा EPS (पेंशन फंड) में जाता है और बाकी 3.67% EPF (प्रोविडेंट फंड) में जमा होता है। पुराने नियम के मुताबिक, अगर आपकी सैलरी 50,000 रुपये भी थी, तब भी पेंशन फंड में 15,000 रुपये का 8.33% (यानी 1,250 रुपये) ही जमा होता था। लेकिन नए नियम के बाद, 25,000 रुपये का 8.33% (यानी 2,082.50 रुपये) आपके पेंशन फंड में जमा होगा। यह बदलाव आपकी रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली मासिक पेंशन को सीधे तौर पर बढ़ा देगा।

रिटायरमेंट पर कितनी बढ़ेगी पेंशन?

EPS पेंशन की गणना का फॉर्मूला है- (पेंशन योग्य वेतन x नौकरी के साल) / 70

मान लीजिए आपने 30 साल नौकरी की है।

पुराने नियम (₹15,000 कैप): (₹15,000 x 30) / 70 = ₹6,428 रुपये प्रति माह की पेंशन मिलती।

नए नियम (₹25,000 कैप): (₹25,000 x 30) / 70 = ₹10,714 रुपये प्रति माह की पेंशन मिलेगी।

इस तरह, इस एक फैसले से आपकी मासिक पेंशन में सीधे तौर पर 4,000 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है। यह रिटायरमेंट के बाद के जीवन के लिए एक बड़ी आर्थिक सुरक्षा है।

PF बैलेंस पर पड़ेगा मामूली असर

यह ध्यान रखना जरूरी है कि पेंशन फंड में कंपनी का योगदान बढ़ने से, आपके मुख्य प्रोविडेंट फंड (EPF) खाते में जमा होने वाली राशि थोड़ी कम हो जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी का कुल 12% योगदान तो फिक्स है, बस उसका बंटवारा बदल गया है। पहले जो रकम (₹2,082.50 - ₹1,250 = ₹832.50) आपके PF खाते में जा रही थी, वह अब आपके EPS (पेंशन) खाते में जाएगी। इससे आपका एकमुश्त मिलने वाला PF अमाउंट थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन रिटायरमेंट के बाद जीवन भर मिलने वाली मासिक पेंशन काफी बढ़ जाएगी।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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