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  1. Stock Market: 385 अंक चढ़ने के बाद Sensex ने गंवाई बढ़त, Nifty पर भी दबाव, जानिए 3 बड़ी वजहें

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Stock Market: 385 अंक चढ़ने के बाद Sensex ने गंवाई बढ़त, Nifty पर भी दबाव, जानिए 3 बड़ी वजहें

Upstox

2 min read | अपडेटेड November 06, 2025, 13:33 IST

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सारांश

Stock Market: हाल के दिनों में शेयर बाजार पर दबाव देखने को मिला है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि विदेशी निवेशक (FII) लगातार शेयर बेच रहे हैं। मंगलवार को भी FIIs ने करीब ₹1067 करोड़ के शेयर बेचे, और यह पिछले पांच दिनों से जारी है।

Stock Market

Stock Market: अमेरिकी डॉलर अपने 5 महीने के उच्चतम स्तर के आसपास बना हुआ है।

Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में आज 06 नवंबर को शुरुआती कारोबार में तेजी देखी गई और यह करीब 385 अंक उछल गया। हालांकि, बाद में बिकवाली का दबाव भी दिखा। इस समय BSE Sensex में 121.40 अंकों की बढ़त है और यह 83583.86 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। दूसरी तरफ Nifty 50 में करीब 7.55 अंकों की कमजोरी नजर आ रही है और यह 25590.10 के लेवल पर है। अमेरिकी डॉलर अपने 5 महीने के उच्चतम स्तर के आसपास बना हुआ है। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली से भी मार्केट सेंटीमेंट पर असर पड़ा है।
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बाजार ने क्यों गंवाई बढ़त, क्या हैं बड़े कारण?

विदेशी निवेशकों की बिकवाली

हाल के दिनों में शेयर बाजार पर दबाव देखने को मिला है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि विदेशी निवेशक (FII) लगातार शेयर बेच रहे हैं। मंगलवार को भी FIIs ने करीब ₹1067 करोड़ के शेयर बेचे, और यह पिछले पांच दिनों से जारी है। जब विदेशी निवेशक पैसा निकालते हैं, तो बाजार की धारणा कमजोर हो जाती है और इंडेक्स पर गिरावट का असर दिखने लगता है।

प्रॉफिट बुकिंग

इसके अलावा, बैंकिंग, फाइनेंस और मेटल जैसे प्रमुख सेक्टर्स में निवेशकों ने मुनाफा निकालने के लिए शेयर बेच दिए। खासकर मेटल सेक्टर पर ज्यादा दबाव दिखा और इसमें करीब 2% की गिरावट आई। इसका कारण यह है कि डॉलर मजबूत होने पर मेटल की कीमतें बढ़ जाती हैं, जिससे आयात महंगा पड़ता है और कंपनियों की लागत बढ़ जाती है। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ जाती है।

डॉलर 5 महीने के उच्च स्तर पर

अमेरिकी डॉलर 5 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। डॉलर मजबूत होने से उभरते बाजारों (जैसे भारत) की करेंसी पर दबाव आता है। इसके साथ ही, मेटल और अन्य कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव बढ़ता है, जिससे बाजार की भावना कमजोर हो जाती है। इन सभी कारणों के चलते शेयर बाजार में गिरावट और सतर्कता का माहौल बना हुआ है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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