return to news
  1. तो सरकार की ये तैयारी है मेटल शेयरों में रैली के पीछे कारण, SAIL-Tata Steel के शेयरों में बंपर तेजी

मार्केट न्यूज़

तो सरकार की ये तैयारी है मेटल शेयरों में रैली के पीछे कारण, SAIL-Tata Steel के शेयरों में बंपर तेजी

Upstox

3 min read | अपडेटेड September 08, 2025, 11:21 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

सोमवार को शुरुआती सेशन में निफ्टी मेटल इंडेक्स में 1% की तेजी देखी गई। सरकार की 5,000 करोड़ रुपए की नेशनल मिशन योजना और चीन में स्टील कटौती की खबर से SAIL और Tata Steel जैसे टॉप स्टील शेयरों में जबरदस्त तेजी आई।

शेयर सूची

टाटा स्टील

मेटल शेयरों में क्यों दिख रही तेजी?

भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को मेटल शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। निफ्टी मेटल इंडेक्स सुबह के सेशन में 1% ऊपर चला गया। सरकार की ओर से 5,000 करोड़ रुपए की नई योजना की तैयारी और चीन में स्टील उत्पादन घटाने की खबरों ने इस सेक्टर में मजबूती दी है। खासकर Tata Steel और SAIL जैसे शेयरों में बंपर तेजी देखने को मिल रही है।

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now
Tata Steel और SAIL में शानदार उछाल

Tata Steel का शेयर सोमवार को 52 हफ्ते के नए हाई ₹172.45 पर पहुंचकर कारोबार करता नजर आया, जो पिछले हाई ₹170.20 से ऊपर है। इंट्रा-डे में इसमें 3% तक की तेजी दर्ज की गई। इसी तरह सरकारी कंपनी SAIL का शेयर 4% उछलकर ₹134.70 तक पहुंच गया। दो दिन में ही इस शेयर ने करीब 6% की रैली दिखाई है। JSW Steel और Jindal Steel & Power (JSPL) के शेयरों में भी 2% की बढ़त दर्ज की गई। अब सवाल ये है कि आखिर ये सारे शेयर आज भाग क्यों रहे हैं?

5,000 करोड़ का है नेशनल मिशन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार स्टील सेक्टर में टिकाऊ उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 5,000 करोड़ रुपए का नेशनल मिशन ला रही है। इसमें प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों प्रोड्यूसर्स को कवर किया जाएगा। इस योजना का फोकस डिकार्बोनाइजेशन पर होगा, जिसके लिए कन्सेशनल लोन और रिस्क गारंटी जैसे वित्तीय सपोर्ट दिए जाएंगे।

किसे मिलेगा इसका फायदा?

ICICI सिक्योरिटीज का मानना है कि इस योजना से सबसे ज्यादा फायदा सेकेंडरी स्टील प्रोड्यूसर्स को होगा, जैसे इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस और इंडक्शन फर्नेस वाले प्लांट। क्योंकि यहां टेक्नोलॉजी अपनाने की स्पीड थोड़ी धीमी रही है। अब नए बदलाव से ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ेगी, स्क्रैप और रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल बढ़ेगा और कार्बन उत्सर्जन कम होगा।

चीन के कदम से भारत को फायदा

दूसरी तरफ, चीन की ओर से 2025 में स्टील उत्पादन घटाने की खबर आई है। इससे इंटरनेशनल मार्केट में डिमांड और सप्लाई का संतुलन सुधरेगा और सस्ते चीनी एक्सपोर्ट्स का खतरा घटेगा। भारत में DGTR की सिफारिश के बाद सरकार पहले ही फ्लैट स्टील इम्पोर्ट पर 12% सेफगार्ड ड्यूटी लगा चुकी है, जिससे घरेलू दामों को सहारा मिला है।

इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक, स्टील सेक्टर का विस्तार बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, हाउसिंग और शहरी-ग्रामीण विकास कार्यक्रमों की वजह से हुआ है। साथ ही नेशनल स्टील पॉलिसी और PLI स्कीम ने भी इसमें अहम रोल निभाया है। निजी कंपनियों ने घरेलू मांग को देखते हुए बड़े विस्तार की योजनाएं बनाई हैं, जो आने वाले समय में पटरी पर रफ्तार भरते नजर आ सकते हैं।

SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख