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Wakefit IPO: 8 दिसंबर से मिलेगा निवेश का मौका, उससे पहले समझ लीजिए कितना फिट है कंपनी का बिजनेस

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड December 02, 2025, 11:10 IST

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सारांश

Wakefit IPO: बेंगलुरु स्थित वेकफिट इनोवेशंस का 1,288 करोड़ रुपये का आईपीओ 8 दिसंबर से खुलने जा रहा है। कंपनी ने इसके लिए 185 रुपये से 195 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है।

Wakefit is India's largest D2C home and furnishings company in terms of revenue in the financial year 2023-24, according to the Redseer Report.

कंपनी ने 185-195 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है।

शेयर बाजार में आईपीओ की बहार के बीच अब एक और जाना-माना नाम जुड़ने जा रहा है। ऑनलाइन गद्दे (Mattress) और फर्नीचर बेचने वाली कंपनी 'वेकफिट इनोवेशंस' (Wakefit Innovations) अपना आईपीओ लेकर आ रही है। अगर आप भी किसी ऐसे ब्रांड में पैसा लगाना चाहते हैं जो आपके घर का हिस्सा हो, तो यह खबर आपके लिए है। कंपनी ने आईपीओ की तारीख और प्राइस बैंड का ऐलान कर दिया है। यह आईपीओ 8 दिसंबर 2025 को खुलेगा और निवेशक 10 दिसंबर तक इसमें पैसा लगा सकेंगे।

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प्राइस बैंड और लॉट साइज का गणित क्या है?

वेकफिट ने अपने शेयरों के लिए 185 रुपये से 195 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। एक खुदरा निवेशक को कम से कम एक लॉट के लिए आवेदन करना होगा। एक लॉट में 76 शेयर होंगे। अगर हम अपर प्राइस बैंड यानी 195 रुपये के हिसाब से देखें, तो आपको कम से कम 14,820 रुपये का निवेश करना होगा। यह उन निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है जो मध्यम बजट में आईपीओ में पैसा लगाना चाहते हैं।

कितना बड़ा है आईपीओ और पैसा कहां जाएगा?

यह पूरा आईपीओ करीब 1,288 करोड़ रुपये का है। इसमें दो हिस्से हैं। पहला हिस्सा 'फ्रेश इश्यू' यानी नए शेयरों का है, जिसके जरिए कंपनी 377 करोड़ रुपये जुटाएगी। दूसरा हिस्सा 'ऑफर फॉर सेल' (OFS) का है, जो करीब 910 करोड़ रुपये का है। ओएफएस के जरिए कंपनी के मौजूदा निवेशक और प्रमोटर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। इसमें पीक एक्सवी पार्टनर्स (पहले सिकोइया कैपिटल) और कंपनी के संस्थापक अंकित गर्ग जैसे बड़े नाम शामिल हैं।

नए शेयरों से मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपने कारोबार को बढाने में करेगी। वेकफिट की योजना देश भर में नए रिटेल स्टोर खोलने की है। इसके अलावा पैसों का एक बड़ा हिस्सा मार्केटिंग और ब्रांडिंग पर खर्च किया जाएगा ताकि कंपनी की पहुंच और बढ़ सके। कुछ पैसा मशीनों की खरीद और सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों में भी लगाया जाएगा।

घाटे से मुनाफे की ओर लौटी कंपनी

निवेशकों के लिए सबसे राहत की बात यह है कि कंपनी की आर्थिक सेहत में सुधार हुआ है। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में कंपनी ने 35.5 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है। जबकि इससे पहले कंपनी घाटे में चल रही थी। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को 35 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। मुनाफे में लौटना इस आईपीओ के लिए एक पॉजिटिव संकेत है। कंपनी का रेवेन्यू भी लगातार बढ़ रहा है, जो यह दिखाता है कि बाजार में उसके उत्पादों की मांग बनी हुई है।

जरूरी तारीखें याद रखें

अगर आप इस आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं तो अपनी डायरी में ये तारीखें नोट कर लें। आईपीओ 8 दिसंबर को खुलेगा और 10 दिसंबर को बंद होगा। शेयरों का अलॉटमेंट 11 दिसंबर को फाइनल होने की उम्मीद है। जिन लोगों को शेयर नहीं मिलेंगे, उनका पैसा 12 दिसंबर तक वापस आ जाएगा। अंत में, 15 दिसंबर को बीएसई और एनएसई पर कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग होगी। ग्रे मार्केट में भी इस शेयर को लेकर हलचल शुरू हो गई है, जो अच्छी लिस्टिंग का इशारा कर रही है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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