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  1. Rs 2,150 करोड़ जुटाने की तैयारी में Lenskart, जल्द आईपीओ बाजार में एंट्री, समझें ग्रोथ और रिस्क फैक्टर

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Rs 2,150 करोड़ जुटाने की तैयारी में Lenskart, जल्द आईपीओ बाजार में एंट्री, समझें ग्रोथ और रिस्क फैक्टर

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड September 30, 2025, 13:33 IST

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सारांश

Lenskart ने जुलाई में SEBI के पास DRHP दाखिल कर Rs 2,150 करोड़ जुटाने की तैयारी शुरू कर दी है। आईपीओ में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल दोनों शामिल होंगे। कंपनी का कहना है कि जुटाई गई राशि विस्तार और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन पर खर्च होगी।

Lenskart IPO Peyush Bansal

Lenskart अब पब्लिक इश्यू के जरिए फंड जुटाने की तैयारी कर रहा है।

भारत का आईवियर सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और अब इस क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक Lenskart Solutions आईपीओ बाजार में उतरने की तैयारी में है। Peyush Bansal, जो ‘Shark Tank India’ के जाने-माने जज भी हैं, ने जुलाई 2025 में SEBI के पास Draft Red Herring Prospectus (DRHP) दाखिल किया था। इसके साथ ही कंपनी ने करीब Rs 2,150 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है।

आईपीओ की डिटेल

Lenskart का यह आईपीओ 100% बुक-बिल्ड इश्यू होगा, यानी कीमत निवेशकों की बोली से तय होगी। इश्यू में दो हिस्से होंगे। पहला Fresh Issue जो Rs 2,150 करोड़ का होगा। दूसरा Offer for Sale (OFS) होगा, जिसमें प्रमोटर्स और शुरुआती निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। इसमें Peyush Bansal समेत अन्य सह-संस्थापक और बड़े निवेशक शामिल हैं। इसके अलावा, 5% इक्विटी कर्मचारियों के लिए रिजर्व रहेगी। शेष हिस्से संस्थागत, रिटेल और नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों में बांटे जाएंगे।

पैसा कहां खर्च होगा?

कंपनी के मुताबिक जुटाई गई राशि का बड़ा हिस्सा भारत में कंपनी-स्वामित्व वाले स्टोर्स (CoCo stores) के विस्तार पर खर्च होगा। इसके अलावा, टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर और ब्रांड प्रमोशन पर भी ध्यान दिया जाएगा। डिजिटल ऑपरेशंस मजबूत करना और मार्केटिंग के जरिए Lenskart और Owndays की पहचान को और बढ़ाना भी कंपनी का मकसद है।

बिजनेस मॉडल क्या स्टोरी बता रही?

Lenskart की सबसे बड़ी ताकत इसका वर्टिकल इंटीग्रेशन है। कंपनी डिजाइनिंग से लेकर मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी तक सबकुछ खुद मैनेज करती है। इसी वजह से ग्राहकों को कस्टमाइज्ड चश्मे तेजी से मिलते हैं। 40 शहरों में अगले दिन डिलीवरी और 69 शहरों में तीन दिन में डिलीवरी उपलब्ध है।

कंपनी ने रिमोट विजन टेस्टिंग और होम आई-टेस्ट जैसी सेवाओं से ग्राहकों को अनोखा अनुभव दिया है। मोबाइल ऐप, वेबसाइट और 2,700+ ग्लोबल स्टोर्स (जिनमें से 2,067 भारत में) से यह कंपनी एक मजबूत ओम्नीचैनल प्रेजेंस रखती है। FY25 में कंपनी की रेवेन्यू 22% बढ़कर Rs 66,525 करोड़ हो गई। सबसे बड़ी बात यह रही कि FY25 में कंपनी ने Rs 297 करोड़ का नेट प्रॉफिट कमाया, जबकि FY24 में इसे Rs 101 करोड़ का घाटा हुआ था। EBITDA मार्जिन भी 12.38% से बढ़कर 14.60% हो गया।

मार्केट पोजिशन और रिस्क

Lenskart का ऑर्गेनाइज्ड आईवियर मार्केट में 4-6% हिस्सा है। लेकिन DRHP में कुछ रिस्क भी सामने आए हैं। कंपनी का एक बड़ा हिस्सा कच्चे माल और फ्रेम्स के लिए चीन पर निर्भर है। सप्लाई चेन में कोई भी रुकावट उसके बिजनेस पर असर डाल सकती है। इसके अलावा, गुरुग्राम और भिवाड़ी स्थित मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स पर ज्यादा निर्भरता भी रिस्क फैक्टर है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)

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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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