मार्केट न्यूज़
4 min read | अपडेटेड July 10, 2025, 16:21 IST
सारांश
TCS Q1 Results: TCS ने अपने शेयरधारकों के लिए 11 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान भी किया है। अंतरिम डिविडेंड का भुगतान सोमवार, 4 अगस्त 2025 को शेयरधारकों को किया जाएगा। कंपनी ने डिविडेंड भुगतान के लिए 16 जुलाई, 2025 को रिकॉर्ड डेट तय किया है।
TCS Q1 Results: आईटी कंपनी ने यह भी बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में उसका रेवेन्यू 1.3 फीसदी बढ़कर 63,437 करोड़ रुपये हो गया।
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी ने यह भी बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में उसका रेवेन्यू 1.3 फीसदी बढ़कर 63,437 करोड़ रुपये हो गया। TCS ने बाजार की उम्मीदों से बेहतर नतीजे जारी किए हैं। ब्लूमबर्ग के सर्वेक्षण में टीसीएस के अप्रैल-जून नेट प्रॉफिट में 1.9% की मामूली वृद्धि के साथ 12,263 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था। हालांकि, रेवेन्यू ब्लूमबर्ग के 64,636 करोड़ रुपये के अनुमान से कम है।
TCS ने अपने शेयरधारकों के लिए 11 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान भी किया है। अंतरिम डिविडेंड का भुगतान सोमवार, 4 अगस्त 2025 को शेयरधारकों को किया जाएगा। कंपनी ने डिविडेंड भुगतान के लिए 16 जुलाई, 2025 को रिकॉर्ड डेट तय किया है।
कंपनी के शेयर आज 0.06 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 3382.30 रुपये के भाव पर बंद हुए। अंतरिम लाभांश का भुगतान सोमवार, 4 अगस्त, 2025 को कंपनी के इक्विटी शेयरधारकों को किया जाएगा।" कंपनी ने लाभांश भुगतान के लाभार्थियों को सूचित करने के लिए 16 जुलाई, 2025 को रिकॉर्ड तिथि निर्धारित की है।
TCS के वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कॉन्स्टेंट करंसी (CC) के हिसाब से रेवेन्यू में 1.4% की तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) गिरावट आने की उम्मीद है। हालांकि, अमेरिकी डॉलर के हिसाब से रेवेन्यू में 0.6% की बढ़ोतरी हो सकती है और यह $7,513 मिलियन हो सकता है, जो पिछली तिमाही में $7,465 मिलियन था। यह वृद्धि मुख्य रूप से मुद्रा में उतार-चढ़ाव के कारण है। अमेरिकी डॉलर की कीमत पाउंड, यूरो और येन जैसी प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले काफी घट गई है।
नेट प्रॉफिट में 0.8% की गिरावट हो सकती है और यह ₹12,127 करोड़ रहने का अनुमान है, जो पिछली तिमाही में ₹12,224 करोड़ था। रुपये के हिसाब से कंपनी की आय 0.4% घटकर ₹64,206 करोड़ रहने की संभावना है, जो पिछली तिमाही में ₹64,479 करोड़ थी। इस गिरावट की वजह BSNL डील के काम में कमी आना बताया गया है। कंपनी का EBIT ₹15,623 करोड़ रहने की उम्मीद है, जो पिछली तिमाही के ₹15,601 करोड़ से थोड़ी ज्यादा है। EBIT मार्जिन 24.3% रहने का अनुमान है, जो पिछली तिमाही में 24.2% था।
TCS ने पिछली तिमाही (Q4) में कॉन्स्टेंट करंसी (CC) आधार पर 0.6% तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) वृद्धि दर्ज की थी। अब देखना होगा कि क्या यह रुझान आगे और बेहतर हो सकता है। कंपनी ने पहले CNBC-TV18 से कहा था कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में FY25 की तुलना में FY26 में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है, क्योंकि लगातार दो तिमाहियों में मजबूत डील टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) दर्ज की गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी का यह आत्मविश्वास बना रहता है या नहीं।
TCS ने हाल ही में BSNL के साथ एक बड़ा सौदा किया है। अब निवेशकों के लिए यह जानना जरूरी है कि यह डील रेवेन्यू में कब से ठोस योगदान देना शुरू करेगी और क्या इससे कंपनी के मार्जिन पर दबाव पड़ेगा। टैरिफ को लेकर अनिश्चितता का असर कई सेक्टर्स, खासकर मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल सेक्टर की मांग पर कैसे पड़ेगा, इसे भी बारीकी से देखा जाएगा।
टीसीएस ने वित्त वर्ष 2024-2025 की जून तिमाही में 8.7% की वृद्धि के साथ ₹12,040 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। हालांकि, कंपनी ने शेष वित्त वर्ष में विकास की गति को बनाए रखने को लेकर अनिश्चितता जताई। टीसीएस ने तिमाही में 5.4% की वृद्धि के साथ ₹62,613 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के. कृतिवासन ने कहा कि कंपनी इस ऑल-राउंड ग्रोथ से खुश है।
जून तिमाही में कंपनी ने कुल $8.3 अरब के नए डील हासिल किए। इनमें से $4.6 अरब उत्तर अमेरिका और $2.7 अरब BFSI सेक्टर से आए। यह आंकड़ा पिछली तिमाहियों के मुकाबले कम रहा, लेकिन कंपनी का मानना है कि जब तक डील्स $7-9 अरब के बीच रहेंगी, तब तक स्थिति संतोषजनक है। कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन घटकर 24.7% हो गया, जिसका कारण वेतन वृद्धि बताया गया है।
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