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  1. Tata Motors PV के शेयर 7% तक लुढ़के, JLR के कमजोर आंकड़ों ने बिगाड़ा मूड, एक्सपर्ट्स की राय

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Tata Motors PV के शेयर 7% तक लुढ़के, JLR के कमजोर आंकड़ों ने बिगाड़ा मूड, एक्सपर्ट्स की राय

Shubham Singh Thakur

4 min read | अपडेटेड November 17, 2025, 11:27 IST

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सारांश

Tata Motors PV Share: इस तिमाही में कंपनी ने कागजों पर बहुत बड़ा मुनाफा दिखाया- ₹76,248 करोड़ का। लेकिन यह असली बिजनेस का मुनाफा नहीं है। इसमें लगभग ₹82,600 करोड़ का “Notional Profit” शामिल है, जो कंपनी को डिस्कंटीन्यूड ऑपरेशंस बेचने से मिला है। असल बिजनेस पर JLR की कमजोरी का भारी असर पड़ा है।

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टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPV) ने सितंबर तिमाही में कमजोर आंकड़े दर्ज किए हैं।

Tata Motors PV share: टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPV) के शेयरों में आज 17 नवंबर को 7 फीसदी तक की गिरावट देखी गई। इस समय यह स्टॉक BSE पर 4.26 फीसदी बढ़कर 374.90 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। कंपनी ने हाल ही में FY26 की जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं, जिसके बाद इसके शेयरों में बिकवाली हो रही है। आज की गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप घटकर 1,37,958.54 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है। यहां हमने बताया है कि दूसरी तिमाही में TMPV के नतीजे कैसे रहे और एक्सपर्ट्स की इस पर क्या राय है।
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Notional Profit के चलते मुनाफे में उछाल

इस तिमाही में कंपनी ने कागजों पर बहुत बड़ा मुनाफा दिखाया- ₹76,248 करोड़ का। लेकिन यह असली बिजनेस का मुनाफा नहीं है। इसमें लगभग ₹82,600 करोड़ का “Notional Profit” शामिल है, जो कंपनी को डिस्कंटीन्यूड ऑपरेशंस बेचने से मिला है। असल बिजनेस पर JLR की कमजोरी का भारी असर पड़ा है।

JLR का कमजोर प्रदर्शन

टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPV) ने सितंबर तिमाही में कमजोर आंकड़े दर्ज किए हैं। इस कमजोरी की सबसे बड़ी वजह इसकी UK वाली कंपनी Jaguar Land Rover (JLR) रही, जिसकी परफॉर्मेंस काफी निराशाजनक थी। कई एनालिस्ट्स ने इसे हाल के समय की “सबसे खराब तिमाही वित्तीय प्रदर्शनों” में से एक बताया है।

TMPV ने नतीजों पर क्या कहा?

कंपनी ने कहा कि PV ICE यानी पेट्रोल–डीजल इंजन वाली गाड़ियों की प्रॉफिटेबिलिटी एक तिमाही और कमजोर रह सकती है। वजह है बढ़ती प्रतिस्पर्धा, कीमतों पर दबाव और कच्चे माल की महंगाई। हालांकि Q4 में सुधार की उम्मीद है क्योंकि Tata Sierra लॉन्च होगी और कंपनी जनवरी 2026 से कीमतें बढ़ाने की तैयारी कर रही है।

कंपनी का अनुमान है कि सकारात्मक बाजार माहौल की वजह से H2 यानी साल के दूसरे हिस्से में PV उद्योग डबल-डिजिट ग्रोथ दिखा सकता है। इस तरह FY26 के अंत में कुल मिलाकर मिड-सिंगल-डिजिट ग्रोथ की उम्मीद है। वहीं Tata Motors के कमर्शियल व्हीकल वाले शेयर लगभग स्थिर रहे और मामूली बढ़त पर ट्रेड कर रहे थे।

JLR के सामने कई मुश्किलें

JLR के लिए यह तिमाही बेहद मुश्किल रही। कंपनी की आय 24.3% गिर गई और EBIT मार्जिन 8.6% तक चला गया। सितंबर में JLR की प्रोडक्शन पूरी तरह रुक गई थी और अक्टूबर में सिर्फ 17,000 यूनिट्स ही बनीं। साइबर अटैक से कंपनी की गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुईं, हालांकि अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

JLR ने FY26 के लिए अपनी गाइडेंस भी घटा दी है। पहले कंपनी 5–7% EBIT मार्जिन का लक्ष्य रख रही थी, जिसे अब घटाकर 0–2% कर दिया गया है। साथ ही कंपनी को FY26 में भारी कैश आउटफ्लो की उम्मीद है- 2.2 से 2.5 बिलियन पाउंड तक। यह बदलाव निवेशकों के लिए बड़ा झटका है।

JLR के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं- साइबर अटैक के असर से उबरना और वैश्विक बाजारों में कमजोर मांग। चीन, US और यूरोप जैसे बड़े बाजारों में डिमांड कमजोर होने से कंपनी को ज्यादा डिस्काउंट देने पड़ रहे हैं, जिससे मुनाफे पर दबाव बढ़ता जा रहा है। कंपनी ने FY27 के लिए कोई गाइडेंस भी नहीं दी है, जिससे अनिश्चितता और बढ़ गई है।

एक्सपर्ट्स की नतीजों पर राय

Jefferies, Goldman Sachs और CLSA जैसे बड़े ब्रोकरेज हाउसेज ने भी Q2 को काफी कमजोर बताया है। उनका कहना है कि JLR पर कई दबाव हैं- साइबर अटैक, चीन में टैक्स, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और इलेक्ट्रिक गाड़ियों की ओर बदलाव। इन सब कारणों से भारत का PV बिजनेस मजबूत होने के बावजूद JLR की कमजोरी कंपनी के कुल नतीजों पर भारी पड़ेगी।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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