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  1. Tata Investment में करीब 17% का तगड़ा उछाल, 1 महीने में 50% चढ़े शेयर, क्या है वजह?

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Tata Investment में करीब 17% का तगड़ा उछाल, 1 महीने में 50% चढ़े शेयर, क्या है वजह?

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड September 30, 2025, 15:04 IST

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सारांश

तिमाही नतीजों (Q1 FY26) की बात करें तो Tata Investment का कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 11.6% बढ़कर ₹146.3 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹131.07 करोड़ था। इस दौरान कंपनी की आय भी ₹142.46 करोड़ से बढ़कर ₹145.46 करोड़ रही।

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Tata Investment

Tata Investment का मार्केट कैप बढ़कर 52176.15 करोड़ रुपये हो गया है।

Tata Investment share: टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (TICL) के शेयरों में आज 30 सितंबर को जमकर खरीदारी हो रही है। यह स्टॉक BSE में इस समय 16.68 फीसदी की शानदार रैली के साथ 10312.45 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। आज की तेजी के साथ स्टॉक ने 10400 रुपये के 52-वीक हाई को छू लिया। दरअसल, कंपनी ने पिछले सप्ताह यह घोषणा की थी कि उसे स्टॉक स्प्लिट के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है।

इस खबर के बाद Tata Investment के शेयरों में खरीदारी बढ़ी है। आज की तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 52176.15 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले एक महीने में इस शेयर ने 50 फीसदी का जबरदस्त रिटर्न दिया है।

Tata Investment Corporation ने अपनी घोषणा में क्या कहा?

टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन ने पिछले हफ्ते घोषणा की कि उसे स्टॉक स्प्लिट के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने 22 सितंबर 2025 को पोस्टल बैलट का नतीजा घोषित किया, जिसमें शेयरधारकों ने तीन अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी- स्टॉक स्प्लिट, मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MoA) के कैपिटल क्लॉज में बदलाव और आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन (AoA) के कैपिटल क्लॉज में बदलाव।

Tata Investment स्टॉक स्प्लिट का रिकॉर्ड डेट

स्टॉक स्प्लिट के रिकॉर्ड डेट के लिए कंपनी ने 14 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) तय की है। इस दिन तक जिन निवेशकों के पास शेयर होंगे, उन्हें स्टॉक स्प्लिट का लाभ मिलेगा। इसके तहत 1 इक्विटी शेयर (फेस वैल्यू ₹10) को 10 शेयरों में बांटा जाएगा (फेस वैल्यू ₹1 प्रत्येक)। यह कदम अगस्त 2025 में बोर्ड द्वारा मंजूर किया गया था।

Tata Investment Corporation के तिमाही नतीजे

तिमाही नतीजों (Q1 FY26) की बात करें तो कंपनी का कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 11.6% बढ़कर ₹146.3 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹131.07 करोड़ था। इस दौरान कंपनी की आय भी ₹142.46 करोड़ से बढ़कर ₹145.46 करोड़ रही।

कंपनी को डिविडेंड इनकम से सबसे ज्यादा सहारा मिला, जो बढ़कर ₹89.16 करोड़ हो गई, जबकि पिछले साल यह ₹84.08 करोड़ थी। खर्च की बात करें तो तिमाही में कंपनी का कुल खर्च ₹12.15 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के ₹11.77 करोड़ से थोड़ा अधिक है।

TICL के बारे में

Tata Investment Corporation Limited एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है। इसे RBI ने मिडल लेयर NBFC की कैटेगरी में रखा है। कंपनी का मुख्य काम लंबे समय के निवेश करना है, जिसमें इक्विटी शेयर और उससे जुड़े सिक्योरिटीज शामिल हैं। इसे 1937 में Tata Sons Pvt Ltd ने प्रमोट किया था।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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