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  1. सन फार्मा की इस कंपनी ने भरा जोश, 11 फीसदी तक चढ़ गया शेयर, अमेरिका से आई एक खबर ने बदल दिया खेल

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सन फार्मा की इस कंपनी ने भरा जोश, 11 फीसदी तक चढ़ गया शेयर, अमेरिका से आई एक खबर ने बदल दिया खेल

Upstox

4 min read | अपडेटेड December 03, 2025, 13:22 IST

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सारांश

सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी (SPARC) के शेयरों में बुधवार की सुबह 11 फीसदी की जबरदस्त तेजी आई। लगातार दूसरे दिन शेयर में उछाल देखा गया। इसके पीछे की वजह अमेरिकी कोर्ट का एक फैसला है, जिसने सेजाबी दवा के लिए प्रायोरिटी रिव्यू वाउचर (PRV) के मामले में कंपनी के हक में निर्णय सुनाया है।

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अमेरिकी कोर्ट से मिली राहत के बाद शेयरों में भारी खरीदारी देखने को मिली। Image: Shutterstock

बुधवार को शेयर बाजार में सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी यानी स्पार्क (SPARC) के शेयरों में गजब की तेजी देखने को मिली। कंपनी का शेयर बीएसई पर 11 फीसदी उछलकर 179.5 रुपये के लेवल पर पहुंच गया। हालांकि उसके बाद हल्की मुनाफावसूली भी देखी गई। लेकिन अभ भी यह हरे निशान में कारोबार कर रहा है। यह लगातार दूसरा दिन है जब इस शेयर में इतनी बड़ी तेजी आई है। इससे पहले मंगलवार को भी शेयर में 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा था। इस तूफानी तेजी के पीछे अमेरिका से आई एक बहुत बड़ी खबर है, जिसने निवेशकों का भरोसा बढ़ा दिया है।

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अमेरिकी कोर्ट ने सुनाया हक में फैसला

इस तेजी की असली वजह एक अदालती जीत है। 2 दिसंबर 2025 को स्पार्क ने ऐलान किया कि 'यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट फॉर द डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया' ने कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया है। मामला कंपनी की दवा 'सेजाबी' (Sezaby) और उससे जुड़े 'प्रायोरिटी रिव्यू वाउचर' (PRV) का था। दरअसल, अमेरिकी दवा नियामक एफडीए (FDA) ने कंपनी को यह वाउचर देने से मना कर दिया था। लेकिन अब कोर्ट ने कहा है कि एफडीए का यह फैसला कानून के खिलाफ था।

कोर्ट ने माना कि फेनोबार्बिटल सोडियम युक्त किसी भी दवा को पहले मंजूरी नहीं मिली थी, जैसा कि कानून में परिभाषित है। कोर्ट ने अपील के लिए 60 दिन का समय दिया है। इस जीत पर खुशी जताते हुए स्पार्क के सीईओ अनिल राघवन ने कहा कि हम अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट द्वारा आज दिए गए फैसले से बहुत खुश हैं। यह फैसला इस मामले पर स्पार्क के पुराने रुख को सही साबित करता है।

क्या होता है 'प्रायोरिटी रिव्यू वाउचर' (PRV)?

  • यह क्यों मिलता है? अमेरिकी दवा नियामक (FDA) उन कंपनियों को यह वाउचर इनाम के तौर पर देता है, जो किसी दुर्लभ बीमारी (Rare Disease) या उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारी (ऐसी बीमारियां जिन पर ज्यादा शोध नहीं होता) के लिए नई दवा बनाती हैं। चूंकि स्पार्क ने नवजात शिशुओं के दौरे के लिए दवा बनाई है, इसलिए वह इसकी हकदार थी।
  • इसका फायदा क्या है? (फास्ट ट्रैक एंट्री) आम तौर पर जब कोई कंपनी अपनी नई दवा को मंजूरी के लिए एफडीए के पास भेजती है, तो उसकी जांच (रिव्यू) में करीब 10 महीने का समय लगता है। लेकिन अगर कंपनी के पास यह पीआरवी है, तो वह अपनी किसी भी दूसरी दवा के रिव्यू को फास्ट ट्रैक करवा सकती है। इस वाउचर के इस्तेमाल से जांच का समय घटकर सिर्फ 6 महीने रह जाता है। दवा बाजार में 4 महीने पहले आना मुनाफे के लिहाज से बहुत बड़ी बात होती है।
  • करोड़ों में होती है कमाई इस वाउचर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ट्रांसफरेबल है। यानी अगर स्पार्क खुद इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहती, तो वह इसे किसी दूसरी बड़ी दवा कंपनी को बेच सकती है। बाजार में एक पीआरवी की कीमत 100 मिलियन डॉलर (करीब 800 से 900 करोड़ रुपये) के आसपास होती है।

क्या शेयर अब ज्यादा महंगा हो गया है?

तकनीकी नजरिए से देखें तो शेयर में थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। स्पार्क का 14-दिन का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) अभी 76.8 पर है। बाजार के नियमों के मुताबिक, जब आरएसआई 70 से ऊपर होता है, तो माना जाता है कि शेयर 'ओवरबॉट' (Overbought) हो चुका है यानी बहुत ज्यादा खरीदा जा चुका है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में शेयर की कीमत में थोड़ी गिरावट या सुधार देखने को मिल सकता है।

हालांकि, अच्छी बात यह है कि शेयर अपने सभी 8 प्रमुख मूविंग एवरेज (SMAs) से ऊपर ट्रेड कर रहा है। यह संकेत देता है कि छोटे से मध्यम अवधि में शेयर का ट्रेंड अभी भी मजबूत और बुलिश बना हुआ है।

निवेशकों को एक बात और ध्यान में रखनी चाहिए। भले ही कोर्ट के फैसले से शेयर भाग रहा है, लेकिन कंपनी की आर्थिक सेहत थोड़ी कमजोर है। आंकड़े बताते हैं कि स्पार्क पिछले लगातार 8 तिमाहियों से घाटे में चल रही है। यानी कंपनी अभी मुनाफा नहीं कमा पा रही है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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