मार्केट न्यूज़
4 min read | अपडेटेड March 11, 2025, 14:24 IST
सारांश
Stock Market Today: दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में मंदी की आशंका से निवेशकों में घबराहट बढ़ गई। इसके चलते अमेरिकी बाजारों में जमकर बिकवाली हुई है। जापान, दक्षिण कोरिया और हांगकांग के बाजारों में भी बड़ी गिरावट देखी गई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों से बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है, जिससे निवेशकों में घबराहट फैल गई और भारी बिकवाली हुई।
Stock Market: Dow Jones Industrial में 2.08 फीसदी की गिरावट आई और यह 41,911.71 पर आ गया है।
टॉप गेनर्स में Sun Pharma और ICICI Bank के शेयर शामिल हैं। Indusind Bank में करीब 26 फीसदी की गिरावट है। Infosys के शेयर दो फीसदी से अधिक लुढ़क गए हैं।
आज 11 मार्च को ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत मिल रहे हैं। अमेरिकी शेयर बाजार में बीते सोमवार को भारी बिकवाली देखने को मिली है। वहीं, यूरोपियन और एशियाई बाजारों में भी बड़ी गिरावट दिख रही है।
Dow Jones Industrial में 2.08 फीसदी की गिरावट आई और यह 41,911.71 पर आ गया है। S&P 500 भी 2.70 फीसदी लुढ़ककर 5,614.56 के स्तर पर बंद हुआ है। इसके अलावा, Nasdaq Composite की बात करें तो यह 4 फीसदी टूट गया और 17,468.32 पर बंद हुआ है।
एशियाई शेयर बाजारों की बात करें तो गिफ्ट निफ्टी 81.50 अंक नीचे ट्रेड कर रहा है। Nikkei 225 में 1.77 फीसदी, Straits Times में 1.72 फीसदी और Hang Seng में एक फीसदी से अधिक की गिरावट है।
Taiwan Weighted में भी 1.75 फीसदी की कमजोरी है। KOSPI में 1.22 फीसदी की गिरावट आई है। इसके अलावा, SET Composite में 0.71 फीसदी, Jakarta Composite में 0.58 फीसदी और Shanghai Composite में 0.66 फीसदी की गिरावट आई है।
अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों से बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है, जिससे निवेशकों में घबराहट फैल गई और भारी बिकवाली हुई। सिर्फ एक महीने में S&P 500 इंडेक्स का मूल्य $4 ट्रिलियन से ज्यादा गिर गया। सोमवार को यह 2.7% गिरा, जो इस साल की सबसे बड़ी गिरावट थी। नैस्डैक को और भी बड़ा झटका लगा, जो 4% गिर गया, यह सितंबर 2022 के बाद सबसे तेज गिरावट थी।
चीन, कनाडा और मैक्सिको के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ने से निवेशक सतर्क हो गए हैं, जिससे बाजार में और गिरावट आ सकती है। S&P 500 फरवरी में अपने उच्चतम स्तर से 8.6% नीचे आ चुका है और 10% करेक्शन के करीब पहुंच रहा है, जबकि नैस्डैक पहले ही इस स्तर से नीचे जा चुका है।
फॉक्स न्यूज से बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति से इस साल मंदी की आशंकाओं के बारे में सवाल किया गया। ट्रंप ने इन्हें खारिज करने की जगह जवाब दिया कि वह इस तरह की चीजें की भविष्यवाणी नहीं करना चाहते। उन्होंने आगे कहा कि यह बदलाव का एक वक्त है क्योंकि हम जो कर रहे हैं वह बहुत बड़ा है। ट्रंप का कहना है कि वह देश की संपत्ति वापस ला रहे हैं, यह एक बड़ी बात है। इसमें थोड़ा वक्त लगेगा।
अमेरिकी डॉलर इंडेक्स (DXY), जो छह विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मूल्य को मापता है, मंगलवार सुबह 0.10% गिरकर 103.74 पर पहुंच गया। यह इंडेक्स अमेरिकी डॉलर की ताकत या कमजोरी को दिखाता है। इसमें ब्रिटिश पाउंड, यूरो, स्वीडिश क्रोना, जापानी येन और स्विस फ्रैंक जैसी प्रमुख मुद्राएं शामिल हैं। 11 मार्च को भारतीय रुपया 0.52% कमजोर हुआ और 87.33 के स्तर पर बंद हुआ।
मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई। WTI क्रूड ऑयल $66.07 प्रति बैरल पर पहुंचा, जो 0.06% की बढ़त थी। वहीं, ब्रेंट क्रूड की कीमत $69.37 प्रति बैरल रही, जिसमें 0.13% की बढ़ोतरी हुई।
विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) ने 10 मार्च 2024 को शेयर बाजार में ₹4854.41 करोड़ के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) ने उसी दिन ₹2635.1 करोड़ के शेयर खरीदे। ये आंकड़े NSE द्वारा जारी किए गए प्रोविजनल डेटा पर आधारित हैं।
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