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  1. Reliance Power ने जैसे ही इस बात पर लगाई मुहर, धड़ाम से 3% तक चढ़ गया शेयर, 12 मिलियन डॉलर का है मामला

मार्केट न्यूज़

Reliance Power ने जैसे ही इस बात पर लगाई मुहर, धड़ाम से 3% तक चढ़ गया शेयर, 12 मिलियन डॉलर का है मामला

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड September 29, 2025, 13:17 IST

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सारांश

रिलायंस पावर के शेयरों में आज जोरदार तेजी आई। कंपनी ने इंडोनेशिया में मौजूद अपनी पांच कोल कंपनियों को बेचने का करार किया है। डील की वैल्यू 12 मिलियन डॉलर है। इस ऐलान के बाद शेयर 3% तक उछल गया।

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रिलायंस पावर ने इंडोनेशिया की पांच कोल कंपनियों को बेचने का फैसला लिया है

बाजार में आज रिलायंस पावर के शेयर में जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है। कंपनी ने जैसे ही अपने इंडोनेशिया वाले कोयला कारोबार की 100% हिस्सेदारी बेचने के समझौते पर मुहर लगाई, शेयर में 3% तक की तेजी देखी गई। शुरुआती कारोबार में यह स्टॉक 46 रुपये तक चला गया, जबकि 10:40 बजे यह 45.75 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। बीएसई सेंसेक्स की बात करें तो उस वक्त 0.45% ऊपर था। अभी यानी दोपहर 1 बजे तक 1.76% की तेजी के साथ 45.55 पर कारोबार कर रहा है।

डील से कंपनी को क्या फायदा होगा?

रिलायंस पावर ने अपनी दो विदेशी सहायक कंपनियों, रिलायंस पावर नीदरलैंड्स बीवी और रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज (सिंगापुर) — के जरिए बायोट्रस्टर (सिंगापुर) प्राइवेट लिमिटेड को पांच इंडोनेशियाई कोल कंपनियों की 100% हिस्सेदारी बेचने का करार किया है। डील की वैल्यू करीब 12 मिलियन डॉलर (लगभग 100 करोड़ रुपये) है। खास बात यह है कि खरीदार किसी भी तरह से रिलायंस समूह या उसके प्रमोटर्स से जुड़ा नहीं है। इस डील से कंपनी को कर्ज घटाने और नकदी स्थिति बेहतर करने में मदद मिलेगी। एनर्जी बिजनेस पर ज्यादा फोकस करने के लिए रिलायंस पावर गैर-जरूरी एसेट्स से बाहर निकल रही है।

शेयर का हाल क्या है?

रिलायंस पावर का मार्केट कैप अभी करीब 18,900 करोड़ रुपये है। कंपनी का 52 हफ्ते का हाई 76.49 रुपये और लो 31.30 रुपये रहा है। मौजूदा दाम देखें तो स्टॉक अपने हाई से लगभग 40% नीचे और लो से करीब 50% ऊपर है। यानी निवेशकों के लिए इसमें उतार-चढ़ाव लगातार बना हुआ है।

सीबीआई केस और कंपनी की सफाई

पिछले दिनों रिलायंस पावर और रिलायंस इन्फ्रा चर्चा में आए थे जब सीबीआई ने रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस (RCFL) और रिलायंस होम फाइनेंस (RHFL) से जुड़े पुराने मामलों में चार्जशीट दाखिल की थी। इस केस में अनिल अंबानी और यस बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर का नाम भी आया। आरोप है कि इन कंपनियों के जरिए 2017 में 2,796 करोड़ रुपये का नुकसान यस बैंक को हुआ।

लेकिन रिलायंस पावर ने साफ किया है कि यह मामले 10 साल पुराने हैं और अब इन कंपनियों का मैनेजमेंट पूरी तरह बदल चुका है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा की अगुवाई में कर्जदाताओं ने 2022 और 2023 में इनका समाधान कर लिया था। कंपनी ने कहा कि इन मामलों का मौजूदा बिजनेस, कर्मचारियों या शेयरधारकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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