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  1. Reliance Power शेयर्स पर लगा 5% का लोअर सर्किट, 3 साल के बैन से बढ़ीं मुश्किलें

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Reliance Power शेयर्स पर लगा 5% का लोअर सर्किट, 3 साल के बैन से बढ़ीं मुश्किलें

Upstox

2 min read | अपडेटेड November 08, 2024, 14:28 IST

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सारांश

अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर एक बार फिर मुश्किलों में घिर गई है। सरकारी कंपनी सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने एक टेंडर के लिए फेक डॉक्यूमेंट्स देने के चलते रिलायंस पावर लिमिटेड पर तीन साल का बैन लगा दिया है।

कम नहीं हो रही हैं अनिल अंबानी की मुश्किलें

कम नहीं हो रही हैं अनिल अंबानी की मुश्किलें

अनिल अंबानी के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। 8 नवंबर को शेयर मार्केट खुलते ही, अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर धड़ाम हो गए। रिलायंस पावर के शेयर BSE में 5% लुढ़क गए और 41.47 रुपये तक पहुंच गए।

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अब समझते हैं कि आखिर रिलायंस पावर के शेयर में यह गिरावट आई क्यों, दरअसल एक खबर के चलते अनिल अंबानी की कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। सरकारी कंपनी सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने रिलायंस पावर लिमिटेड और उसकी सपोर्टर कंपनियों और रिलायंस NU BESS लिमिटेड पर कंपनी की तरफ से जारी टेंडर्स में हिस्सा लेने के लिए तीन साल का बैन लगा दिया है। मतलब SECI के टेंडर्स में अब कम से कम तीन साल तक रिलायंस पावर लिमिटेड और उसकी सपोर्टर कंपनियों और रिलायंस NU BESS लिमिटेड हिस्सा नहीं ले पाएंगी।

क्यों लगाया गया बैन

दरअसल SECI ने इसी साल जून में एक टेंडर रिलीज किया था, ऐसी खबर सामने आई है कि इस टेंडर के लिए अनिल अंबानी की कंपनियों ने फर्जी डॉक्यूमेंट्स जमा किए थे। SECI ने इसी के चलते बैन लगाया है। SECI ने इस टेंडर के लिए 1000 MW/2000 MWh स्टैंडअलोन बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) प्रोजेक्ट्स लगाने के लिए टेंडर की मांग की थी।

जब यह पूरी बात सामने आई तो इस टेंडर को कैंसल कर दिया गया। SECI ने कहा कि महाराष्ट्र एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड (अब इसका नाम रिलायंस NU BESS लिमिटेड है) की तरह से जमा किए गए डॉक्यूमेंट्स को जब जांचा गया तो पता चला कि अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (EMD) के बदले जो बैंक गारंटी का इंडॉर्समेंट था वह फेक था। रिलायंस पावर, इसकी सब्सिडियरीज और रिलायंस NU BESS लिमिटेड पर बैन 6 नवंबर 2024 से लागू हुआ है।

रिलायंस पावर के शेयर में हाल में क्यों आया था उछाल

अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर ने हाल ही में जानकारी दी थी कि उसकी यूनिट रोजा पावर सप्लाई कंपनी ने सिंगापुर बेस्ड लेंडर वर्डे पार्टनर्स का 485 करोड़ रुपये का कर्जा चुका दिया था। जिसके बाद रोजा पावर सप्लाई जीरो डेट कंपनी बन गई थी। रोजा पावर को जीरो-डेट स्टेटस भी मिल चुका है। जिसके बाद रिलायंस पावर के शेयरों में कुछ उछाल भी आया था।

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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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