मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड March 04, 2025, 09:44 IST
सारांश
Paytm Share Price: पेटीएम के शेयरों में आज के कारोबार में जमकर उतार-चढ़ाव देखा गया। एक समय यह शेयर 4 फीसदी तक टूट गया था। हालांकि, कारोबार के अंत में इसमें जोरदार रिकवरी देखी गई और यह बढ़त के साथ बंद हुआ है।
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Paytm ने एक अन्य फाइलिंग में कहा कि उसने आरबीएल बैंक के साथ साझेदारी की है।
पेटीएम के शेयर अंत में 1.38 फीसदी की तेजी के साथ BSE पर 726.20 रुपये के भाव पर बंद हुए। इसका मार्केट कैप 46,307.41 करोड़ रुपये है। आखिर इस रिकवरी की वजह क्या है?
ED ने आज सोमवार को कहा कि उसने कई मामलों में फेमा के नियमों के उल्लंघन के लिए यह नोटिस जारी किया है। इसके तहत पेटीएम की मूल कंपनी और उससे जुड़ी इकाइयों को 611 करोड़ रुपये का नोटिस जारी किया है।
ED ने अपने बयान में कंपनी पर फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। इसके तहत पेटीएम की प्रमुख कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन, इसके मैनेजिंग डायरेक्टर और लिटिल इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड और नियरबाय इंडिया प्राइवेट लिमिटेड जैसी पेटीएम की अन्य सब्सिडियरी कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
ED ने जांच में पाया कि OCL ने सिंगापुर में विदेशी निवेश किया, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को इसकी जरूरी जानकारी नहीं दी। इसके अलावा, OCL को विदेशी निवेश (FDI) भी मिला, लेकिन उसने RBI की तय प्राइसिंग गाइडलाइंस का पालन नहीं किया।
ED ने बताया कि OCL की भारतीय सब्सिडियरी कंपनी "लिटिल इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड" को भी FDI मिला था, लेकिन यह निवेश RBI के गाइडलाइन का पालन किए बिना किया गया। दूसरी सब्सिडियरी कंपनी "नियरबाय इंडिया प्राइवेट लिमिटेड" ने भी समय सीमा के अंदर FDI की जानकारी नहीं दी, जो RBI के नियमों का उल्लंघन है।
पिछले शनिवार को Paytm ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि उसे ED से नोटिस मिला है, जिसमें कंपनी और उसकी दो सब्सिडियरी कंपनियों लिटिल इंटरनेट और नियरबाय पर FEMA नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है, खासतौर पर कुछ निवेश लेन-देन को लेकर।
बाद में, पेटीएम ने स्पष्ट किया कि कथित उल्लंघन उस अवधि से संबंधित है जब दोनों कंपनियां उसकी सब्सिडियरी नहीं थीं। इसने 2017 में दोनों कंपनियों का अधिग्रहण किया था। कंपनी ने आगे कहा कि इस मामले को सुलझाने के लिए वह ज़रूरी कानूनी सलाह ले रही है और उचित उपायों का मूल्यांकन कर रही है।
इसके अलावा, पेटीएम ने एक अन्य फाइलिंग में कहा कि उसने RBL Bank के साथ साझेदारी की है। यह पार्टनरशिप बैंक के मर्चेंट पार्टनर्स को साउंडबॉक्स और कार्ड मशीन ऑफर करने के लिए की गई है। पेटीएम फॉर बिजनेस डैशबोर्ड के इंटीग्रेशन से मर्चेंट्स को रियल टाइम में ट्रांजेक्शन को ट्रैक करने में मदद मिलेगी, जिससे पारदर्शिता और ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार होगा।
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