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Paytm Q1 Results: जून तिमाही में मुनाफे में लौटी कंपनी, ₹123 करोड़ का प्रॉफिट, रेवेन्यू 28% उछला

Upstox

3 min read | अपडेटेड July 22, 2025, 16:48 IST

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सारांश

Paytm Q1 Results: तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू सालाना 28% की बढ़त के साथ ₹1918 करोड़ हो गया। यह वृद्धि ज्यादा सब्सक्रिप्शन मर्चेंट्स, बढ़े हुए GMV (ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू), और फाइनेंशियल सर्विसेज के डिस्ट्रीब्यूशन से हुई।

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Paytm

Paytm FY26 की अप्रैल-जून तिमाही में मुनाफे में लौट आई है।

Paytm Q1 Results: पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने आज 22 जुलाई को तिमाही नतीजों का ऐलान कर दिया है। FY26 की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी मुनाफे में लौट आई है। तिमाही के दौरान इसका प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 123 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में इसका घाटा ₹838.9 करोड़ था। वहीं, पिछली मार्च तिमाही में कंपनी का घाटा ₹539.8 करोड़ था।

ऑपरेटिंग रेवेन्यू में 28% की बढ़ोतरी

तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू सालाना 28% की बढ़त के साथ ₹1918 करोड़ हो गया। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में यह ₹1,502 करोड़ था। यह वृद्धि ज्यादा सब्सक्रिप्शन मर्चेंट्स, बढ़े हुए GMV (ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू), और फाइनेंशियल सर्विसेज के डिस्ट्रीब्यूशन से हुई।

जून तिमाही में पेटीएम का EBITDA ₹72 करोड़ (मार्जिन 4 फीसदी) रहा। यह दिखाता है कि AI की मदद से कामकाज बेहतर हुआ और लागत नियंत्रण में रही। कंपनी के अन्य आय में भी बढ़ोतरी हुई। कंपनी के शेयरों में आज 3.48 फीसदी की तेजी रही और यह स्टॉक BSE पर 1,053.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ।

कैसे रहे Paytm के नतीजे?

वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) सालाना आधार पर 27 फीसदी बढ़कर ₹5.39 लाख करोड़ हो गई, जबकि पेमेंट प्रोसेसिंग मार्जिन 3bps मार्जिन से काफी ऊपर रहा। नेट पेमेंट रेवेन्यू ₹529 करोड़ रहा, जो पिछले साल से 38% ज़्यादा है। इसका कारण है बेहतर पेमेंट प्रोसेसिंग मार्जिन और अच्छी क्वालिटी के सब्सक्रिप्शन मर्चेंट्स की संख्या में बढ़ोतरी।

जून 2025 तक Paytm के पास 1.30 करोड़ मर्चेंट डिवाइस सब्सक्रिप्शन हैं। यह अब तक की सबसे ज्यादा है और इसमें पिछले साल से 21 लाख की बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़त बेहतर डिवाइसेज और मजबूत सर्विस नेटवर्क की वजह से हुई है।

पैमानेआंकड़े / बदलाव
नेट पेमेंट रेवेन्यू₹529 करोड़ (↑ 38% YoY)
मर्चेंट डिवाइस सब्सक्रिप्शन1.30 करोड़ (↑ 21 लाख YoY)
औसत मासिक ट्रांज़ैक्टिंग यूजर्स (MTU)7.4 करोड़
वित्तीय सेवाओं से आय₹561 करोड़ (↑ 100% YoY)
कंट्रीब्यूशन प्रॉफिट₹1,151 करोड़ (↑ 52% YoY)
कंट्रीब्यूशन मार्जिन60%
EBITDA₹72 करोड़ (EBITDA मार्जिन: 4%)
PAT (शुद्ध लाभ)₹123 करोड़
कैश बैलेंस₹12,872 करोड़

टियर-1 शहरों में स्थिति और मजबूत करने व टियर-2 और टियर-3 शहरों में विस्तार के लिए सेल्स टीम पर खर्च 19% बढ़ाया गया है। साथ ही, डिवाइस की लागत कम करके, पुराने डिवाइसेज को फिर से इस्तेमाल लायक बनाकर और सेल्स टीम की उत्पादकता बढ़ाकर कंपनी ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार कर रही है। यही वजह है कि डिवाइसेज की संख्या बढ़ने के बावजूद कैपेक्स कम रहा।

Q1 FY26 में औसत MTU 7.4 करोड़ पहुंच गया। वित्तीय सेवाओं से आय ₹561 करोड़ रही, जो पिछले साल से 100% ज्यादा है। इस ग्रोथ का कारण है मर्चेंट लोन में बढ़ोतरी, DLG पोर्टफोलियो से मिलने वाली ट्रेल इनकम और बेहतर एसेट क्वालिटी।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।