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Oswal Pumps IPO: पंप कंपनी के आईपीओ में आज से निवेश का मौका, लॉट साइज से बिजनेस तक 7 प्वॉइंट्स में पूरी बात

Shubham Singh Thakur

5 min read | अपडेटेड June 13, 2025, 08:22 IST

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सारांश

Oswal Pumps IPO: ओसवाल पंप्स के आईपीओ के तहत 890 करोड़ रुपये के 1.44 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, 497.34 करोड़ रुपये के 81 लाख शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी। ऑफर-फॉर-सेल वाले हिस्से से आने वाला कैपिटल प्रमोटर्स को जाएगा।

Oswal Pumps IPO

Oswal Pumps IPO: निवेशकों के पास इसमें 17 जून तक निवेश का मौका रहेगा।

Oswal Pumps IPO: ओसवाल पंप्स का आईपीओ आज 13 जून को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। कंपनी आईपीओ के जरिए 1387.34 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके लिए 584-614 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। निवेशकों के पास इसमें 17 जून तक निवेश का मौका रहेगा। यह एक मेनबोर्ड इश्यू है, जिसके शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर होगी। कंपनी ने एंकर निवेशकों से 416 करोड़ रुपये पहले ही जुटा लिए हैं।

इन एंकर इनवेस्टर्स ने किया निवेश

ओसवाल पंप्स ने कहा कि उसने एंकर निवेशकों को ₹614 प्रति शेयर के हिसाब से 67,78,533 इक्विटी शेयर आवंटित किए हैं। एंकर इनवेस्टमेंट में भाग लेने वाले कुछ प्रमुख इंस्टीट्यूशंस में सोसाइटी जनरल, BNP पारिबा, स्मॉलकैप वर्ल्ड फंड इंक, ICICI प्रूडेंशियल, आदित्य बिड़ला सनलाइफ, कोटक महिंद्रा एमएफ, क्वांट एमएफ, अमुंडी फंड्स, 360 वन, मोतीलाल ओसवाल एमएफ, बंधन स्मॉल कैप फंड, एडलवाइस एमएफ, ट्रू कैपिटल, नुवामा एमएफ, सुंदरम एमएफ, एडलवाइस लाइफ इंश्योरेंस और महिंद्रा मैनुलाइफ शामिल हैं।

Oswal Pumps IPO के बारे में

ओसवाल पंप्स के आईपीओ के तहत 890 करोड़ रुपये के 1.44 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, 497.34 करोड़ रुपये के 81 लाख शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी। ऑफर-फॉर-सेल वाले हिस्से से आने वाला कैपिटल प्रमोटर्स को जाएगा। कंपनी के प्रमोटर्स में विवेक गुप्ता, अमूल्य गुप्ता, शिवम गुप्ता शामिल हैं।

Oswal Pumps IPO का लॉट साइज

इसमें निवेश के लिए खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम सीमा 24 शेयर्स का एक लॉट है जिसकी कुल कीमत ₹14,016 होती है। इस इशू का 50% हिस्सा योग्य संस्थागत खरीददारों के लिए रिजर्व रखा गया है। वहीं, 35% हिस्सा खुदरा निवेशकों और 15% गैर संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व है।

Oswal Pumps IPO के जरूरी डेट्स

पब्लिक सब्सक्रिप्शन होने के बाद शेयर्स का अलॉटमेंट बुधवार 18 जून को फाइनल हो सकता है। शेयर्स के डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर और रीफंड का प्रोसेस पूरा होने के बाद शुकवार 20 जून को कंपनी के शेयर्स NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और BSE (पहले बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर लिस्ट हो सकते हैं।

इस इशू के लिए IIFL Capital Services Limited, Axis Capital Limited, Clsa India Private Limited, Jm Financial Limited, Nuvama Wealth Management Limited बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं जबकि MUFG Intime India Private Limited ऑफिशल रजिस्ट्रार हैं।

Oswal Pumps कहां करेगी फंड का इस्तेमाल?

Oswal Pumps का प्लान इस आईपीओ से आने वाले कैपिटल का 31.46% हिस्सा पुराने बकाये चुकाने में खर्च करने का है। इसके अलावा 30.64% हिस्सा सब्सिडियरी में निवेश किया जाएगा। 24.33% हिस्सा सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने, 10.09% हिस्सा कैपिटल खर्चों और 3.48% हिस्सा सब्सिडियरी के बकाये चुकाने में खर्च किया जाएगा। OFS से प्रमोटर्स अपने हिस्से के बदले कैपिटल हासिल कर सकेंगे जबकि स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग से मार्केट में कंपनी की उपस्थिति मजबूत होगी।

Oswal Pumps का बिजनेस

Oswal Pumps भारत में वर्टिकली इंटिग्रेटेड सोलर पंप्स की सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में से एक है। FY22-FY25 के बीच इसका CAGR 45.07% रहा। इसे खासकर केंद्र सरकार की PM-KUSUM योजना का काफी फायदा हुआ है और 30 अप्रैल 2025 तक कंपनी ने 45 हजार से ज्यादा सोलर पंपिंग सिस्टम इस योजना के तहत सप्लाई कर दिए थे।

यूं तो कंपनी की आमदनी ज्यादातर हरियाणा से आती है, हाल के समय में महाराष्ट्र का हिस्सा इसमें बढ़ा है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब से कृषि प्रधान राज्यों में भी कंपनी की उपस्थिति बेहतर हुई है। यही नहीं, इसके उत्पाद ऑस्ट्रेलिया, यूएई, सऊदी अरब जैसे देशों में भी सप्लाई होते हैं।

इसके अलग-अलग उत्पाद इसके पोर्टफोलियो को डायवर्स बनाते हैं और देशभर में 925 से ज्यादा डिस्ट्रिब्यूटर्स इसके नेटवर्क को भी मजबूत करते हैं। हालांकि, PM-KUSUM के लिए सप्लाई पर इसकी निर्भरता काफी ज्यादा है। 9MFY25 के दौरान इसकी ऑपरेशनल आमदनी का 78.5% हिस्सा इस योजना के तहत आया था। ऐसे में इसके तहत ऑर्डरों में गिरावट होने से वित्तीय परफॉर्मेंस पर जोखिम बन सकता है।

इसके अलावा कंपनी के टॉप 5 क्लाइंट्स से FY24 में 68.05%, FY23 में 59.03% और 9MFY25 में 71.29% आमदनी आई थी। यानी इन अहम अकाउंट्स के छूटने पर भी इसकी बिजनेस पर असर हो सकता है। वहीं, इसका फोकस कृषि सेक्टर हैं जो खेती के उत्पादों, सरकारी नीतियों और आर्थिक फैक्टर्स में बदलाव होने पर इसके लिए चुनौती खड़ी कर सकते हैं। Oswal Pumps के उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले कॉपर और सोलर सेल की कीमतों में उछाल आने से भी बाजार में इसकी पकड़ कमजोर हो सकती है।

Oswal Pumps का फाइनेंशियल (करोड़ रुपये में)

पीरियड31 दिसंबर 202431 मार्च 202431 मार्च 202331 मार्च 2022
एसेट्स1,096.01511.28252.30221.84
रेवेन्यू1,067.34761.23387.47361.11
PAT216.7197.6734.2016.93
नेट वर्थ378.80160.1759.9724.57
रिजर्व एंड सरप्लस387.96173.4273.2237.82
कुल उधारी346.3075.4259.2887.54
(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.