मार्केट न्यूज़
2 min read | अपडेटेड January 08, 2025, 12:44 IST
सारांश
Ola Electric के प्रमोटर भाविश अग्रवाल ने स्टॉक एक्सचेंज के पहले X पर पोस्ट के जरिए कर दिया था बिजनेस विस्तार के प्लान का ऐलान।
कंपनी का कहना है कि इस चेतावनी से उसकी वित्तीय गतिविधियों या ऑपरेशन पर असर नहीं होगा
इसके चलते शेयर बाजार में कंपनी का स्टॉक फिसल गया। धीरे-धीरे कारोबार ने गति पकड़ी और सुबह 12:27 पर यह 2.91% की गिरावट के साथ ₹76.86 पर ट्रेड कर रहा था।
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई फाइलिंग में कंपनी ने जानकारी दी है कि उसे ईमेल के जरिए 7 जनवरी को SEBI की ओर से एक चेतावनी मिली है। यह लिस्टिंग और डिस्क्लोजर से जुड़े नियमों के उल्लंघन को लेकर है।
कंपनी ने बताया है कि SEBI के प्रशासनिक चेतावनी पत्र में कहा गया है कि सभी शेयरधारकों को जानकारी समय पर, एक समान और किफायती तरीके से देनी चाहिए। दरअसल, यह जानकारी ओला इलेक्ट्रिक के स्टोर नेटवर्क को चार गुना बढ़ाने को लेकर थी।
कंपनी ने इस बारे में स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी 2 दिसंबर, 2024 को दोपहर 1:36 बजे BSE को और NSE को 1:41 पर दी थी जबकि इस बारे में उसी दिन सुबह 9:58 बजे कंपनी के प्रमोटर और सीएमडी भाविश अग्रवाल ने ट्वीट कर इस योजना का ऐलान कर दिया था।
सेबी ने अपनी चेतावनी में कहा है कि कंपनी समय पर स्टॉक एक्सचेंज और शेयरधारकों को जानकारी देने में विफल रही है। इसलिए उसे भविष्य के लिए आगाह किया गया है और सलाह दी गई है कि नियमों के पालन को सुधारा जाए और ऐसी घटनाएं ना दोहराई जाएं।
ऐसा ना करने पर सेबी ऐक्ट 1992 के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। ओला इलेक्ट्रिक का कहना है कि सेबी के इस वॉर्निंग लेटर का उसकी वित्तीय या ऑपरेशनल गतिविधियों के ऊपर कोई असर नहीं होगा।
इससे अलग मंगलवार को ओला इलेक्ट्रिक ने स्टॉक एक्सचेंज को बकाया कि कर्नाटक हाई कोर्ट ने उसे CCPA की अतरिक्त दस्तावेजों और जानकारी की मांग पर जवाब दाखिल करने के लिए 6 हफ्तों का समय और दे दिया है। कंपनी ने कहा है कि वह समय के अंदर अपना जवाब दाखिल करेगी।
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