मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड September 20, 2025, 15:12 IST
सारांश
AMFI डेटा के मुताबिक, अगस्त 2025 में इक्विटी स्कीम्स में इनफ्लो ₹33,430.37 करोड़ रहा, जो जुलाई के ₹42,702.35 करोड़ से 21.7% कम है। स्मॉलकैप फंड्स में सबसे बड़ी गिरावट रही। हालांकि, इस दौरान म्यूचुअल फंड्स ने कई बड़ी कंपनियों में लगातार हिस्सेदारी बढ़ाकर भरोसा जताया।
अगस्त 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स का नेट इनफ्लो कम हुआ
अगस्त 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स का इनफ्लो थोड़ा सुस्त रहा। AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने नेट इनफ्लो ₹33,430.37 करोड़ रहा, जबकि जुलाई में यह आंकड़ा ₹42,702.35 करोड़ था। यानी करीब 21.7% की गिरावट दर्ज की गई।
यह गिरावट खासतौर पर स्मॉलकैप फंड्स में देखने को मिली। जुलाई में जहां स्मॉलकैप फंड्स में ₹6,484 करोड़ का इनफ्लो आया था, वहीं अगस्त में यह घटकर ₹4,993 करोड़ रह गया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्मॉलकैप स्टॉक्स के ऊंचे वैल्यूएशन और रेग्युलेटरी रिस्क की वजह से निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।
हालांकि इनफ्लो कम हुआ, लेकिन फंड मैनेजर्स ने अपनी निवेश रणनीति पर काम जारी रखा। Ace Equity के डेटा के अनुसार, पिछले चार तिमाहियों में म्यूचुअल फंड्स ने निफ्टी 500 की 96 कंपनियों में लगातार हिस्सेदारी बढ़ाई है। इससे साफ है कि म्यूचुअल फंड हाउसेस चुनिंदा कंपनियों पर लंबी अवधि का भरोसा जता रहे हैं।
PNB Housing Finance में म्यूचुअल फंड्स ने सबसे आक्रामक निवेश किया है। जून तिमाही 2025 (Q1FY26) तक म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 26.76% हो गई, जबकि एक साल पहले यह सिर्फ 5.86% थी। मार्च 2025 में यह हिस्सेदारी 20.09% थी, जो जून तक 26% से ज्यादा हो गई। सबसे बड़े निवेशक Nippon India Small Cap Fund (3.54%) रहे। इनके अलावा Sundaram MF, DSP, Kotak Small Cap, HDFC Multi Cap, Franklin India Smaller Companies, HSBC Small Cap और Tata MF ने भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई।
देश के बड़े प्राइवेट बैंक Axis Bank में भी लगातार खरीदारी हुई। जून 2025 तक म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 32.54% रही। एक साल पहले Q1FY25 में यह 23.98% थी। सबसे बड़े निवेशकों में ICICI Prudential MF (6.08%) और SBI MF (5.34%) शामिल हैं। इनके साथ DSP, Kotak, Aditya Birla, Mirae Asset, UTI, Nippon और HDFC जैसी AMC ने भी निवेश बढ़ाया है।
भारत की सबसे बड़ी कंपनी Reliance Industries Ltd (RIL) में भी म्यूचुअल फंड्स ने लगातार हिस्सेदारी बढ़ाई। जून 2025 तक RIL में उनकी हिस्सेदारी 9.32% रही, जबकि एक साल पहले यह 7.84% थी। यहां ICICI Prudential MF और SBI MF प्रमुख निवेशक रहे।
IT सेक्टर की मिडकैप कंपनी Coforge ने भी म्यूचुअल फंड्स को आकर्षित किया। जून 2025 तक फंड्स की हिस्सेदारी 37.90% रही, जबकि पिछले साल यह 34.96% थी। सबसे बड़े निवेशक Motilal Oswal Midcap Fund (9.37%) रहे, साथ ही Edelweiss, UTI, DSP और HDFC के मिडकैप फंड्स ने भी स्टेक बढ़ाया।
लॉजिस्टिक्स कंपनी Delhivery भी फंड मैनेजर्स की पसंद बनी। जून 2025 तक इसमें म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 27.06% हो गई, जो एक साल पहले 19.05% थी। प्रमुख निवेशकों में SBI Equity Hybrid Fund, Mirae Asset Large & Midcap Fund, HDFC Mid-Cap Fund, Nippon India Multi Cap Fund और Franklin India Focused Equity Fund शामिल हैं।
लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) में हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ी। जून 2025 तक यह 1.24% रही, जबकि एक साल पहले केवल 0.79% थी। हालांकि ग्रोथ धीमी है, लेकिन यह संकेत देता है कि फंड हाउसेस धीरे-धीरे LIC पर भी भरोसा दिखा रहे हैं।
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