मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड October 15, 2025, 11:17 IST
सारांश
प्राकृतिक पत्थर (natural stone) का निर्यात करने वाली कंपनी मिडवेस्ट (Midwest) का ₹451 करोड़ का IPO आज खुल गया है। कंपनी ने इश्यू के लिए प्राइस बैंड ₹1,014 से ₹1,065 प्रति शेयर तय किया है। यह IPO 17 अक्टूबर को बंद होगा। कंपनी तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में ग्रेनाइट का खनन करती है।
शेयर बाजार में निवेश का एक और मौका आ गया है।
शेयर बाजार में IPO का सीजन गुलजार चल रहा है। 15 अक्टूबर को एक और कंपनी प्राइमरी मार्केट में दस्तक दे रही है। यह कंपनी है प्राकृतिक पत्थरों, खासकर ग्रेनाइट का खनन और निर्यात करने वाली मिडवेस्ट (Midwest)। कंपनी अपना ₹451 करोड़ का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लेकर आई है। यह उन निवेशकों के लिए एक नया अवसर है जो एक स्थापित और मल्टीनेशनल कंपनी में हिस्सेदारी खरीदना चाहते हैं। आइए इस IPO के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मिडवेस्ट का यह IPO आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और निवेशक इसमें 17 अक्टूबर तक बोली लगा सकते हैं। कंपनी ने इस इश्यू के लिए प्राइस बैंड ₹1,014 से ₹1,065 प्रति शेयर तय किया है। इस IPO में ₹250 करोड़ के नए शेयर जारी किए जा रहे हैं, जबकि मौजूदा शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत ₹201 करोड़ के शेयरों की बिक्री करेंगे।
रिटेल निवेशकों को कम से कम एक लॉट के लिए आवेदन करना होगा, जिसमें 14 शेयर होंगे। प्राइस बैंड के ऊपरी लेवल यानी ₹1,065 के हिसाब से, एक लॉट के लिए निवेशकों को ₹14,910 का निवेश करना होगा। कोई भी रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट (182 शेयर) के लिए बोली लगा सकता है, जिसकी कुल कीमत ₹1.94 लाख होगी। शेयरों का अलॉटमेंट 20 अक्टूबर को फाइनल होने की उम्मीद है और कंपनी के शेयर 24 अक्टूबर को BSE और NSE पर लिस्ट होंगे।
IPO खुलने से पहले कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में बहुत मामूली प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। फिलहाल, मिडवेस्ट IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) लगभग 1% चल रहा है। यह इस बात का सिग्नल है कि निवेशक इस इश्यू को लेकर सतर्क हैं और लिस्टिंग पर बहुत बड़े फायदे की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। हालांकि, GMP सिर्फ एक संकेत होता है और सब्सक्रिप्शन के आंकड़ों के आधार पर इसमें बदलाव हो सकता है।
मिडवेस्ट मुख्य रूप से ग्रेनाइट और अन्य प्राकृतिक पत्थरों के खनन, प्रोसेसिंग और निर्यात के कारोबार में है। कंपनी की सबसे बड़ी पहचान 'ब्लैक गैलेक्सी ग्रेनाइट' है, जो अपनी सुनहरी चमक के लिए दुनियाभर में मशहूर है। कंपनी तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 16 ग्रेनाइट खदानें चलाती है और दोनों राज्यों में इसकी एक-एक बड़ी प्रोसेसिंग यूनिट भी है।
कंपनी की पकड़ अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी मजबूत है। यह अपने प्रोडक्ट्स को 17 देशों में एक्सपोर्ट करती है, जिसमें चीन, इटली और थाईलैंड इसके प्रमुख बाजार हैं। कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू 7% बढ़कर ₹643 करोड़ और टैक्स के बाद मुनाफा 33% उछलकर ₹133 करोड़ रहा। कंपनी पर कर्ज भी नियंत्रण में है, जिसका डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.43 है।
कंपनी IPO से मिलने वाले ₹250 करोड़ का इस्तेमाल मुख्य रूप से अपने कारोबार के विस्तार के लिए करेगी। फंड का एक बड़ा हिस्सा इसकी सहायक कंपनी, मिडवेस्ट नियोस्टोन में क्वार्ट्ज प्रोसेसिंग प्लांट के दूसरे चरण के विकास पर खर्च किया जाएगा। इसके अलावा, कंपनी सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक डंप ट्रक खरीदेगी, अपनी खदानों पर सोलर पावर सिस्टम लगाएगी और कुछ मौजूदा कर्ज का भुगतान भी करेगी।
(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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