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Kalyan Jewellers, Titan के शेयर गिरते बाजार में भी उछले, क्या है इनमें खरीदारी की वजह?

Upstox

3 min read | अपडेटेड August 28, 2025, 13:28 IST

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सारांश

अमेरिका द्वारा भारतीय रत्न और आभूषण (Gems & Jewellery) पर 50% टैक्स टैरिफ लगाने के बाद इस सेक्टर के एक्सपोर्टर्स ने सरकार से मदद मांगी है। बुधवार को जेम्स & ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के प्रतिनिधियों ने वाणिज्य और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की।

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Gems and jewellery stocks

Gems and jewellery stocks: साल 2024-25 में भारत ने अमेरिका को 10 बिलियन डॉलर के जेम्स और ज्वैलरी एक्सपोर्ट किए थे।

Gems and jewellery stocks: अमेरिकी टैरिफ के चलते आज 28 अगस्त को भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव है। हालांकि, इस बीच ज्वेलरी स्टॉक्स में खरीदारी हो रही है। Kalyan Jewellers के शेयर करीब 2 फीसदी उछलकर 507.30 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे हैं। वहीं, Titan Company के शेयरों में भी 1 फीसदी से अधिक की तेजी है और यह 3635.20 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है।

दरअसल, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रत्न और आभूषण निर्यातक डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाए जाने के कारण बेलआउट पैकेज की मांग कर रहे हैं। इस खबर के बीच ज्लेवरी स्टॉक्स में तेजी दिख रही है।

क्या है पूरा मामला?

अमेरिका द्वारा भारतीय रत्न और आभूषण (Gems & Jewellery) पर 50% टैक्स टैरिफ लगाने के बाद इस सेक्टर के एक्सपोर्टर्स ने सरकार से मदद मांगी है। बुधवार को जेम्स & ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के प्रतिनिधियों ने वाणिज्य और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की।

एक्सपोर्टर्स ने एक राहत पैकेज की मांग की, जिसमें नए बाजार खोजने के लिए आर्थिक मदद, वर्किंग कैपिटल पर ब्याज भुगतान को 1 अगस्त 2025 से 1 जनवरी 2026 तक टालने की अनुमति, प्री-शिपमेंट फाइनेंसिंग में मदद और SEZ (स्पेशल इकोनॉमिक जोन) में बने आभूषणों को घरेलू बाजार में बेचने की अनुमति शामिल हैं।

काउंसिल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सब्यसाची रे ने कहा कि RBI को भी अस्थायी राहत के प्रस्ताव दिए गए हैं, जब तक कि अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड डील नहीं हो जाती। काउंसिल के चेयरमैन किरित भंसाली ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी एक्सपोर्ट की पेमेंट की अवधि को 9 महीने से बढ़ाकर 15 महीने करने और सेक्टर के लिए कम ब्याज पर शॉर्ट-टर्म लोन की भी मांग की है।

क्या होगा इस सेक्टर पर टैरिफ का असर?

इससे पहले 7 अगस्त को 25% टैक्स लगाया गया था, जिससे ऑर्डर कम हो गए थे। अब 50% टैक्स से हालात और बिगड़ने की आशंका है। साल 2024-25 में भारत ने अमेरिका को 10 बिलियन डॉलर के जेम्स और ज्वैलरी एक्सपोर्ट किए थे।

अभी तक अप्रैल से जुलाई 2025 के बीच अमेरिका को एक्सपोर्ट 32% घटकर 2.12 बिलियन डॉलर रह गया है। नए टैक्स से यह गिरावट 75% से ज्यादा हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, सूरत के छोटे डायमंड-कटिंग और पॉलिशिंग यूनिट्स में वर्कर की छंटनी शुरू हो गई है। सूरत में करीब 8 से 10 लाख लोग इस उद्योग में काम करते हैं।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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