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IT Stocks: फेड रेट कट की उम्मीदों को झटका, Infosys, Coforge समेत कई आईटी शेयरों में बढ़ी बिकवाली

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड November 14, 2025, 12:54 IST

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सारांश

Nifty IT इंडेक्स के सभी शेयर आज लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं। Infosys में 2.56 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है। Coforge के शेयर भी करीब 2 फीसदी लुढ़क गए हैं। Mphasis और Tech Mahindra में 1 फीसदी से अधिक की कमजोरी है।

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IT stocks

IT stocks: फेडरल रिजर्व (Fed) अधिकारी अब यह संकेत दे रहे हैं कि वे आगे ब्याज दरों में कटौती करने के पक्ष में नहीं हैं।

IT Stocks: आईटी शेयरों में आज 14 नवंबर को जमकर बिकवाली हो रही है। इसके चलते Nifty IT इंडेक्स आज 1.15 फीसदी टूटकर 36,257.35 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। आज सबसे ज्यादा गिरावट Infosys, Coforge और Mphasis जैसे शेयरों में नजर आ रही है। दरअसल, उम्मीद जताई जा रही है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व दिसंबर में होने वाली आगामी FOMC बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा। इस खबर के चलते आज आईटी शेयरों पर बिकवाली का दबाव दिख रहा है।
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Infosys समेत अन्य शेयरों में कितनी है गिरावट?

Nifty IT इंडेक्स के सभी शेयर आज लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं। Infosys में 2.56 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है। Coforge के शेयर भी करीब 2 फीसदी लुढ़क गए हैं। Mphasis और Tech Mahindra में 1 फीसदी से अधिक की कमजोरी है। Wipro, Persistent Systems, OFSS, HCL Tech, LTIM और TCS के शेयरों में भी गिरावट नजर आ रही है।

फेड रेट कट की उम्मीदों को झटका

अमेरिका के कई फेडरल रिजर्व (Fed) अधिकारी अब यह संकेत दे रहे हैं कि वे आगे ब्याज दरों में कटौती करने के पक्ष में नहीं हैं। सैन फ्रांसिस्को फेड की अध्यक्ष मैरी डेली, जो पहले दिसंबर में एक और रेट कट का समर्थन कर रही थीं, अब कह रही हैं कि अभी फैसला लेना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि अगली बैठक में क्या होगा, इसके लिए उन्हें अभी और जानकारी की जरूरत है और वे अपने साथियों के साथ इस पर चर्चा करेंगी। डबलिन, आयरलैंड में एक कार्यक्रम के दौरान डेली ने कहा, "मैं खुले विचारों की हूं, लेकिन मैंने अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है, और मैं अपने सहयोगियों के साथ इस पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूँ।"

मिनियापोलिस फेड के अध्यक्ष नील कशकारी ने बताया कि उन्होंने पिछले महीने रेट कट का विरोध किया था, क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था उनकी उम्मीद से ज्यादा मजबूत दिख रही थी। उन्होंने कहा कि अमेरिका में महंगाई अभी भी लगभग 3% है, जो अधिक है। कुछ सेक्टर अच्छे कर रहे हैं, जबकि कुछ जगहों पर नौकरी का दबाव दिख रहा है, इसलिए वे दिसंबर में कटौती को लेकर अनिश्चित हैं।

बोस्टन फेड की अध्यक्ष सुसान कॉलिन्स ने कहा कि अगर नौकरी बाज़ार में कोई बड़ा गिरावट का संकेत नहीं मिलता, तो वे और रेट कट का समर्थन नहीं करेंगी, खासकर इसलिए कि सरकारी शटडाउन के कारण महंगाई के आंकड़े भी स्पष्ट नहीं हैं। अब बाजार के अनुमान भी बदल गए हैं। शॉर्ट-टर्म फ्यूचर्स बाजार में अब केवल 47% संभावना दिखाई दे रही है कि फेड 10 दिसंबर को ब्याज दर घटाएगा। कुछ दिन पहले यह संभावना 67% थी, यानी रेट कट की उम्मीदें काफी कम हो गई हैं।

फेड रेट पर फैसले का भारत की IT कंपनियों पर क्यों पड़ता है असर?

जब अमेरिका ब्याज दरें घटाता है, तो वहां कंपनियों के पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसा होता है। इससे वे IT सेवाओं पर ज्यादा खर्च कर सकती हैं। क्योंकि भारतीय IT कंपनियों की कमाई का बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है, इसलिए रेट कट उनका फायदा करता है। अब जब रेट कट की उम्मीद कम हो गई है, तो इसका असर भारतीय IT स्टॉक्स की सेंटीमेंट पर पड़ा और निवेशकों की चिंता बढ़ी।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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