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  1. पिछले हफ्ते के आखिरी में IRFC ने ऐसा काम किया, 2 फीसदी चढ़ गया शेयर, अब सामने आई डीटेल

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पिछले हफ्ते के आखिरी में IRFC ने ऐसा काम किया, 2 फीसदी चढ़ गया शेयर, अब सामने आई डीटेल

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड September 29, 2025, 16:01 IST

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सारांश

Indian Railways Finance Corporation (IRFC) ने सप्ताहांत में तीन बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए ₹20,028.51 करोड़ के लोन मंजूर किए। इस खबर के बाद सोमवार को IRFC के शेयर 2.17% बढ़कर ₹124.55 पर पहुंच गए। हालांकि इन लोन से संबंधित कंपनियों को वित्तीय स्थिरता मिलेगी और प्रोजेक्ट समय पर पूरे होंगे।

Indian Railways Finance Corporation share

Indian Railways Finance Corporation (IRFC) ने तीन बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए लोन मंजूर किए हैं।

पिछले हफ्ते के आखिरी में Indian Railways Finance Corporation (IRFC) ने तीन बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए कुल ₹20,028.51 करोड़ के लोन मंजूर किए। इस खबर के बाद सोमवार को IRFC के शेयर में तेजी देखने को मिली और यह 2.17% बढ़कर ₹124.55 पर पहुंच गया। इससे पहले शेयर ₹121.90 पर बंद हुआ था। हालांकि, जुलाई 2023 के अपने उच्चतम स्तर ₹229 के मुकाबले यह अब भी 40% नीचे है। ट्रेडिंग वॉल्यूम में बढ़ोतरी से यह साफ हो गया कि निवेशकों की दिलचस्पी कंपनी की ओर फिर से बढ़ रही है।

तीन बड़े लोन हुए हैं मंजूर

IRFC ने तीन बड़े लोन दिए हैं। सबसे बड़ा लोन छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (CSPGCL) को ₹12,640 करोड़ का मिला। इस फंड से HTPS, कोरबा वेस्ट में 2x600 MW सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट का निर्माण होगा। यह लोन लंबे समय के लिए सस्ते वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराएगा और प्रोजेक्ट समय पर पूरा होगा।

दूसरा लोन NTPC की सब्सिडियरी, पेट्राटु विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL) को ₹3,388.51 करोड़ का दिया गया। PVUNL झारखंड में बनहारडीह कोयला ब्लॉक और 4,000 MW कोल-बेस्ड थर्मल पावर प्लांट के दो चरणों में काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट के लिए कोयला भारतीय रेलवे नेटवर्क के माध्यम से पहुंचाया जाएगा। IRFC ने बताया कि यह कंपनी NTPC और झारखंड बिजली वितरण निगम का संयुक्त उद्यम है।

तीसरा लोन टालचर फर्टिलाइज़र को ₹4,000 करोड़ का मंजूर किया गया। यह ओडिशा में कोल गैसिफिकेशन यूरीया प्रोजेक्ट का हिस्सा है और कॉन्सोर्टियम फंडिंग के तहत दिया गया है। इस लोन से प्रोजेक्ट के समय पर पूरा होने और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित होगी।

इससे क्या होगा फायदा?

इन लोन मंजूरी से न केवल संबंधित कंपनियों को लाभ मिलेगा, बल्कि भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल सेक्टर को भी मदद मिलेगी। CSPGCL के लोन से छत्तीसगढ़ सरकार के पावर विस्तार के प्रोजेक्ट को सपोर्ट मिलेगा, जबकि PVUNL और टालचर फर्टिलाइज़र के लोन ऊर्जा और उर्वरक इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेंगे। IRFC का यह कदम कंपनी की सार्वजनिक क्षेत्र परियोजनाओं में वित्तपोषण की स्थायी भूमिका को दर्शाता है। बड़े पैमाने पर लोन देने से कंपनी का भरोसा निवेशकों में बढ़ेगा और लंबे समय में प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे होंगे। कुल मिलाकर, IRFC की यह पहल न केवल शेयर बाजार में असर डाल रही है, बल्कि देश की ऊर्जा और उर्वरक परियोजनाओं को भी मजबूती देगी। निवेशकों के लिए यह संकेत है कि IRFC लंबे समय के प्रोजेक्ट्स में सक्रिय और भरोसेमंद भूमिका निभा रही है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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