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4 min read | अपडेटेड November 20, 2025, 12:47 IST
सारांश
Infosys कुल 10 करोड़ फुली-पेड इक्विटी शेयर खरीदेगी, जिनका फेस वैल्यू ₹5 है। ये कुल पेड-अप शेयर कैपिटल का 2.41% हिस्सा हैं। Infosys इन शेयरों को ₹1800 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदेगी। रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व्ड कैटेगरी का बायबैक रेशियो 2:11 तय किया गया है।
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Infosys share buyback: कंपनी के प्रमोटर्स ने इस बायबैक में हिस्सा न लेने का फैसला किया है।
Infosys का ₹18000 करोड़ का शेयर Buyback आज से शुरू हो गया है। अगर आपके पास Infosys के शेयर हैं तो आप इसे बायबैक में अधिक कीमत पर बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं। यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा बायबैक है और इसकी शुरुआत आज 20 नवंबर से हो गई है। यह बायबैक अगले सप्ताह बुधवार, 26 नवंबर को बंद होगा।
इसके शेयरों में आज 0.21 फीसदी की गिरावट दिख रही और यह 1,538 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। निवेशकों के लिए यह जानना जरूरी है कि इस बायबैक में किन शर्तों पर शेयर खरीदे जाएंगे और किसे कितना फायदा मिल सकता है।
Infosys कुल 10 करोड़ फुली-पेड इक्विटी शेयर खरीदेगी, जिनका फेस वैल्यू ₹5 है। ये कुल पेड-अप शेयर कैपिटल का 2.41% हिस्सा हैं। Infosys इन शेयरों को ₹1800 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदेगी। रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व्ड कैटेगरी का बायबैक रेशियो 2:11 तय किया गया है, यानी हर 11 शेयर पर 2 शेयर बायबैक में स्वीकार किए जाएंगे। जनरल कैटेगरी के लिए यह अनुपात 17:706 है।
कंपनी के प्रमोटर्स, जिनमें नंदन नीलेकणी और सुधा मूर्ति भी शामिल हैं ने इस बायबैक में हिस्सा न लेने का फैसला किया है। प्रमोटर्स फिलहाल कंपनी में 13.05% हिस्सेदारी रखते हैं। Infosys ने इससे पहले भी चार बार बायबैक किए हैं। पहला बायबैक 2017 में ₹13,000 करोड़ का था, जबकि 2022 में कंपनी ने ओपन मार्केट के जरिए ₹9,300 करोड़ तक के शेयर खरीदे थे। कंपनी 2019, 2021 और 2022-23 में भी बड़े बायबैक कर चुकी है।
अगर आपने Infosys के शेयर रिकॉर्ड डेट 14 नवंबर 2025 से पहले रखे थे, तभी आप बायबैक में हिस्सा ले सकते हैं। इस तारीख के बाद खरीदे गए शेयर मान्य नहीं होंगे। साथ ही, कंपनी सिर्फ 2.4% शेयर ही खरीद रही है, इसलिए एक्सेप्टेंस रेशियो बहुत ज़्यादा नहीं होगा।
माल लीजिए आपने बायबैक में 100 शेयर दिए और आपको ₹1,80,000 मिले। यह पूरा ₹1,80,000 आपकी टैक्सेबल आय माना जाएगा। आप अपनी खरीद कीमत यानी कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन घटा नहीं सकते। यही नया नियम है। टैक्स एक्सपर्ट CA डॉ. सुरेश सुराणा के अनुसार, 1 अक्टूबर 2024 के बाद होने वाले बायबैक में शेयरधारक को मिलने वाली पूरी रकम “इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज” मानी जाएगी और आपकी स्लैब रेट पर टैक्स लगेगा।
हालांकि, टैक्स बचाने का एक तरीका है। अपने शेयर की खरीद कीमत को ‘कैपिटल लॉस’ मानकर भविष्य के कैपिटल गेन से सेट ऑफ करना। इसके तहत बायबैक की पूरी राशि पर टैक्स लगेगा, लेकिन आपकी खरीद कीमत को कैपिटल लॉस माना जाएगा। यह लॉस आप आगे आने वाले कैपिटल गेन (जैसे प्रॉपर्टी, शेयर, म्यूचुअल फंड आदि बेचने पर होने वाले गेन) से घटा सकते हैं। यह लॉस 8 साल तक कैरी फॉरवर्ड किया जा सकता है। आपको अपना ITR समय पर फाइल करना होगा, नहीं तो लॉस कैरी फॉरवर्ड नहीं होगा।
पिछले 30 दिनों में Infosys के शेयर करीब 5.56% चढ़े हैं। कंपनी ने हाल ही में Q2 FY26 के नतीजे भी जारी किए, जिसमें उसका कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 13.2% बढ़कर ₹7,364 करोड़ हो गया। पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹6,506 करोड़ था। कंपनी की ऑपरेटिंग आय भी 8.6% बढ़कर ₹44,490 करोड़ पर पहुंच गई। Infosys ने FY26 के लिए ग्रोथ आउटलुक को 2–3% पर रखा है, जो जून 2025 तिमाही के 1–3% के अनुमान से थोड़ा बेहतर है। CEO सलिल पारेख ने बताया कि कंपनी का Q2 प्रदर्शन मजबूत रहा। ऑपरेटिंग मार्जिन 21% रहा और कंपनी को $3.1 बिलियन के नए डील मिले, जिनमें से 67% नेट-न्यू बिज़नेस था। कंपनी ने इस तिमाही में 8,000 नए कर्मचारियों की भी भर्ती की है।
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