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  1. Infosys Buyback के बारे में तुरंत जान लें ये 5 बातें, ₹1800 प्रति शेयर का तय हुआ है भाव

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Infosys Buyback के बारे में तुरंत जान लें ये 5 बातें, ₹1800 प्रति शेयर का तय हुआ है भाव

Upstox

3 min read | अपडेटेड November 18, 2025, 20:39 IST

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सारांश

अगर आपके पास इंफोसिस के शेयर हैं, तो यह खबर आपके काम की है। कंपनी बाजार भाव से ऊंची कीमत पर आपसे शेयर वापस खरीदने जा रही है। गुरुवार से बायबैक विंडो खुल रही है। इस रिपोर्ट में जानिए कि छोटे और सामान्य शेयरधारकों के लिए क्या अनुपात तय किया गया है और अप्लाई करने का सही तरीका क्या है।

शेयर सूची

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इंफोसिस अपने निवेशकों से 18,000 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदेगी।

Infosys Share Buyback: शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए एक अच्छी खबर आई है। देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी इंफोसिस अपने शेयरधारकों को कमाई का एक शानदार मौका देने जा रही है। कंपनी का 18,000 करोड़ रुपये का बहुचर्चित शेयर बायबैक 20 नवंबर से खुलने वाला है। अगर आपके पोर्टफोलियो में इंफोसिस के शेयर हैं, तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। कंपनी ने इस बायबैक के लिए शेयर की कीमत 1,800 रुपये तय की है। एनएसई पर मंगलवार को इंफोसिस का शेयर 1,486.80 रुपये पर बंद हुआ था, जिसका मतलब है कि कंपनी मौजूदा बाजार भाव से काफी ज्यादा कीमत देकर आपसे शेयर वापस खरीद रही है। यह प्रक्रिया 26 नवंबर यानी बुधवार तक चलेगी।

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किसको मिलेगा फायदा और क्या है गणित?

इस बायबैक में हिस्सा लेने के लिए सबसे जरूरी शर्त यह है कि आपके पास रिकॉर्ड डेट यानी 14 नवंबर को कंपनी के शेयर होने चाहिए थे। कंपनी टेंडर ऑफर के जरिए अनुपातिक आधार पर शेयर खरीदेगी। शेयरधारकों को दो कैटेगरी में बांटा गया है। छोटे शेयरधारकों के लिए रिजर्व कैटेगरी रखी गई है। अगर आप छोटे शेयरधारक हैं, तो रिकॉर्ड डेट पर आपके पास मौजूद हर 11 शेयरों के बदले 2 शेयर बायबैक में स्वीकार किए जाएंगे। वहीं, सामान्य कैटेगरी के अन्य सभी पात्र शेयरधारकों के लिए यह अनुपात थोड़ा अलग है। उनके लिए रिकॉर्ड डेट पर मौजूद हर 706 शेयरों के बदले 17 शेयर स्वीकार किए जाएंगे।

कैसे आपको मिलेगा फायदा?

अगर आप इस बायबैक में अपने शेयर देना चाहते हैं, तो आपको अपने स्टॉक ब्रोकर के जरिए ही जाना होगा। पात्र शेयरधारक बीएसई या एनएसई के साथ रजिस्टर्ड किसी भी स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से अपने शेयर टेंडर कर सकते हैं। जैसे ही आप अपने शेयर टेंडर करेंगे, स्टॉक ब्रोकर आपको एक ट्रांजैक्शन रजिस्ट्रेशन स्लिप यानी टीआरएस देगा। यह स्लिप स्टॉक एक्सचेंज के बिडिंग सिस्टम से जनरेट होती है। टीआरएस मिलना इस बात का सबूत है कि आपने बायबैक में सफलता से आवेदन कर दिया है। जो लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें टीआरएस की जगह एक एकनॉलेजमेंट मिल सकता है।

फिजिकल शेयर वालों के लिए अलग नियम

आजकल ज्यादातर शेयर डीमैट खाते में होते हैं, लेकिन अगर किसी के पास फिजिकल फॉर्म में यानी कागज वाले शेयर हैं, तो उनके लिए नियम थोड़ा अलग है। ऐसे शेयरधारकों को अपना भरा हुआ और साइन किया हुआ टेंडर फॉर्म, टीआरएस और जरूरी दस्तावेज रजिस्ट्रार के पास जमा कराने होंगे। यह काम आपको टेंडरिंग की आखिरी तारीख यानी 26 नवंबर की शाम 5 बजे से पहले करना होगा। हालांकि, जिनके पास डीमैट शेयर हैं, उन्हें रजिस्ट्रार को कोई भी फॉर्म या दस्तावेज भेजने की जरूरत नहीं है।

आपको बता दें कि भरे हुए टेंडर फॉर्म और दस्तावेज रजिस्ट्रार तक पहुंचने की अंतिम समय सीमा 26 नवंबर शाम 5 बजे तक है। इस पूरे बायबैक इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी को मैनेजर नियुक्त किया गया है, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (KFin Technologies) इस इश्यू का रजिस्ट्रार है। 6 नवंबर को ही शेयरधारकों ने 10 करोड़ फुली पेड-अप इक्विटी शेयरों के बायबैक के लिए मंजूरी दे दी थी। बाजार बंद होने के बाद यह जानकारी सामने आई है, इसलिए निवेशकों को समय रहते अपनी तैयारी कर लेनी चाहिए।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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