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Infosys Q2 results: प्रॉफिट-रेवेन्यू में कितनी हो सकती है बढ़ोतरी? नतीजों से पहले जान लें 5 बड़ी बातें

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड October 15, 2025, 17:49 IST

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सारांश

Infosys का नेट प्रॉफिट ₹7035 से ₹7215 करोड़ के बीच रह सकता है। यह पिछली तिमाही की तुलना में 1.5% से 4.2% अधिक है। कंपनी ने FY26 की पहली तिमाही में ₹6921 करोड़ और पिछले वर्ष इसी तिमाही में ₹6506 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।

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Infosys Q2

Infosys Q2: इंफोसिस के तिमाही नतीजे अन्य बड़ी आईटी कंपनियों की तुलना में बेहतर रहने की उम्मीद है।

Infosys Q2 results: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस FY26 की दूसरी तिमाही के नतीजों के ऐलान के लिए तैयार है। कंपनी कल यानी 16 अक्टूबर को जुलाई-सितंबर तिमाही का रिजल्ट घोषित करेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इंफोसिस के रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट में पिछली तिमाही के मुकाबले कम सिंगल-डिजिट ग्रोथ दिख सकती है। इसके साथ ही निवेशकों का फोकस डिविडेंड के ऐलान पर भी है।
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कैसे रह सकते हैं Infosys के नतीजे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंफोसिस का नेट प्रॉफिट ₹7035 से ₹7215 करोड़ के बीच रह सकता है। यह पिछली तिमाही की तुलना में 1.5% से 4.2% अधिक है। कंपनी ने FY26 की पहली तिमाही में ₹6921 करोड़ और पिछले वर्ष इसी तिमाही में ₹6506 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।

इंफोसिस का दूसरी तिमाही का रेवेन्यू पहली तिमाही के मुकाबले 4.2 से 4.5 फीसदी बढ़कर ₹44100 से ₹44210 करोड़ हो सकता है। कंपनी ने FY26 की जून तिमाही में ₹42,279 करोड़ और FY25 की सितंबर तिमाही में ₹40,986 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया था।

Infosys के नतीजे अन्य IT कंपनियों से रह सकते हैं बेहतर

इंफोसिस के तिमाही नतीजे अन्य बड़ी आईटी कंपनियों की तुलना में बेहतर रहने की उम्मीद है। कंपनी को इस तिमाही में नए डील्स के शुरू होने, फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में स्थिर ग्रोथ और नई अधिग्रहणों से फायदा होने की संभावना है।

कंपनी का EBIT मार्जिन (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) 20 से 30 बेसिस पॉइंट तक बढ़ने की उम्मीद है। इसमें मुद्रा लाभ का भी सहारा रहेगा। इस तिमाही में Infosys के नए डील ऑर्डर $3.1 से $3.2 बिलियन के बीच रहने का अनुमान है।

Infosys के नतीजों में इन फैक्टर्स पर रहेगी नजर

निवेशक खास तौर पर FY26 की रेवेन्यू गाइडेंस पर ध्यान देंगे, यानी कंपनी आने वाले महीनों में कितनी ग्रोथ की उम्मीद कर रही है। साथ ही, सितंबर तिमाही में जीते गए नए डील्स और आईटी सेक्टर में खर्च पर कंपनी की राय भी अहम होगी। एक और अहम पहलू होगा- H-1B वीजा फीस में बढ़ोतरी पर इंफोसिस का बयान। बता दें कि FY24 में इंफोसिस को 8,137 H-1B वीजा मिले थे, जो घरेलू आईटी कंपनियों में दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा था।

जून तिमाही में कैसे रहे थे Infosys के नतीजे?

अप्रैल जून तिमाही में Infosys का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 9 फीसदी बढ़ा था। कंपनी ने इस अवधि में 6,921 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा ₹6,368 करोड़ था। Infosys का जून तिमाही के दौरान रेवेन्यू सालाना आधार पर 8 फीसदी बढ़कर ₹42279 करोड़ हो गया। यह पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹39,315 करोड़ था।

Infosys के शेयरों का प्रदर्शन

आज 15 अक्टूबर को इंफोसिस के शेयरों में 1.07 फीसदी की गिरावट आई और यह BSE पर 1473.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 6.12 लाख करोड़ रुपये है। पिछले एक महीने में यह शेयर करीब 2.25 फीसदी गिरा है। वहीं, पिछले 6 महीने में इसने 3.3 फीसदी का मामूली रिटर्न दिया है। इस साल अब तक इंफोसिस के शेयरों में करीब 22 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। वहीं, पिछले एक साल में इसके निवेशकों को करीब 25 फीसदी का नुकसान हुआ है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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