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मार्केट न्यूज़

IndiGo block deal: गंगवाल फैमिली ने फिर बेची 3.1% हिस्सेदारी, करीब 4% लुढ़के इंटरग्लोब एविएशन के शेयर

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड August 28, 2025, 11:07 IST

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सारांश

IndiGo block deal: शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक जून 2025 तक गंगवाल और उनके फैमिली ट्रस्ट के पास इंडिगो में 7.81% हिस्सेदारी थी। लेन-देन पूरा होने के बाद राकेश गंगवाल और उनके फैमिली ट्रस्ट की इंडिगो में हिस्सेदारी 7.81% से घटकर 4.71% हो जाएगी।

शेयर सूची

IndiGo block

IndiGo block deal: कंपनी में 1.2 लाख शेयरों का लेन-देन हुआ, जो कि 3.13 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर है।

IndiGo block deal: इंडिगो एयरलाइन चलाने वाली कंपनी InterGlobe Aviation के शेयरों में आज 28 अगस्त को 7084.6 करोड़ रुपये की बड़ी ब्लॉक डील देखी गई। इसके तहत कंपनी में 1.2 लाख शेयरों का लेन-देन हुआ, जो कि 3.13 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर है। इसका असर इंडिगो के शेयरों में भी दिख रहा है। इस समय यह स्टॉक BSE पर 4.16 फीसदी टूटकर 5793.50 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। कंपनी का मार्केट कैप 2.23 लाख करोड़ रुपये है।

5830 रुपये प्रति शेयर के एवरेज प्राइस पर हुई ब्लॉक डील

इंडिगो के शेयरों में यह ब्लॉक डील 5830 रुपये प्रति शेयर के एवरेज प्राइस पर हुई। इससे पहले, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि प्रमोटर राकेश गंगवाल और उनका फैमिली ट्रस्ट आज कंपनी में ₹7027.7 करोड़ में 3.1% तक हिस्सेदारी बेच सकते हैं। बता दें कि इंडिगो के को-फाउंडर गंगवाल, को-फाउंडर राहुल भाटिया के साथ मतभेद के चलते लगातार अपनी इक्विटी बेच रहे हैं।

पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राकेश गंगवाल के अलावा चिंकरपू फैमिली ट्रस्ट, जिसके ट्रस्टी शोभा गंगवाल और डेलावेयर की जेपी मॉर्गन ट्रस्ट कंपनी हैं, देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में सामूहिक रूप से 3.1% तक हिस्सेदारी बेचेंगे। इनवेस्टमेंट फर्म गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी और जेपी मॉर्गन इंडिया को इस लेनदेन के लिए ब्रोकर बताया गया है।

शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक जून 2025 तक गंगवाल और उनके फैमिली ट्रस्ट के पास इंडिगो में 7.81% हिस्सेदारी थी। लेनदेन के तहत कंपनी के 1.21 करोड़ शेयर ₹5808 प्रति शेयर के फ्लोर प्राइस पर बेचे गए, जो कि मंगलवार को NSE पर इंडिगो के क्लोजिंग प्राइस ₹6050 से करीब 4% कम है। लेन-देन पूरा होने के बाद राकेश गंगवाल और उनके फैमिली ट्रस्ट की इंडिगो में हिस्सेदारी 7.81% से घटकर 4.71% हो जाएगी।

गंगवाल फैमिली लगातार क्यों बेच रही है हिस्सेदारी?

यह शेयर बेचने की प्रक्रिया राकेश गंगवाल के उस फैसले का हिस्सा है, जो उन्होंने फरवरी 2022 में लिया था, जब उनकी और सह-संस्थापक राहुल भाटिया के बीच कॉर्पोरेट गवर्नेंस (कंपनी संचालन) से जुड़े मुद्दों पर विवाद हुआ था। फरवरी 2022 से ही राकेश गंगवाल और उनकी पत्नी शोभा गंगवाल लगातार IndiGo (इंटरग्लोब एविएशन) में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।

राहुल भाटिया से मतभेद के चलते राकेश गंगवाल ने फरवरी 2022 में कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा भी दे दिया था और कहा था कि वह अगले पांच साल में धीरे-धीरे अपनी हिस्सेदारी घटाएंगे।

इस साल मई में भी राकेश गंगवाल और उनके फैमिली ट्रस्ट ने इंटरग्लोब एविएशन में ₹11564 करोड़ में 5.72% हिस्सेदारी बेची थी। अगस्त 2024 में गंगवाल के फैमिली ट्रस्ट ने एयरलाइन में ₹9549 करोड़ में 5.24% हिस्सेदारी बेच दी। इससे पहले, इसने मार्च में शेयर बेचे थे।

इसके अलावा, सितंबर 2022 में, दोनों ने मिलकर 2.74% हिस्सेदारी करीब ₹2,005 करोड़ में बेची। फरवरी 2023 में, शोभा गंगवाल ने कंपनी में 4% हिस्सेदारी ₹2,944 करोड़ में बेची। वहीं, अगस्त 2023 में, उन्होंने फिर से करीब 2.9% हिस्सेदारी ₹2,800 करोड़ से ज्यादा में बेची।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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