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Indian Energy Exchange Share: CERC के मार्केट कपलिंग लागू करने के फैसले से IEX को तगड़ा झटका, 29% तक लुढ़के शेयर

Upstox

3 min read | अपडेटेड July 24, 2025, 16:29 IST

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सारांश

IEX Share: मार्केट कपलिंग एक इकनॉमिक मॉडल है जिसका इस्तेमाल एनर्जी मार्केट्स में कई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या एक्सचेंजों पर बिजली के लिए एक समान मूल्य तय करने के लिए किया जाता है। इससे कीमत तय करने की प्रक्रिया (Price Discovery) बेहतर होगी और सिस्टम अधिक स्मार्ट और कुशल बनेगा।

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IEX
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Indian Energy Exchange

IEX अभी भारत का सबसे बड़ा पावर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।

Indian Energy Exchange Share: इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के शेयरों में आज 24 जुलाई को बिकवाली का जबरदस्त दबाव है। कंपनी के शेयर 29.49 फीसदी टूटकर 132.45 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं। दरअसल, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (CERC) ने बुधवार को कहा कि उसने जनवरी 2026 से इलेक्ट्रिसिटी ट्रेडिंग के लिए चरणबद्ध तरीके से मार्केट कपलिंग लागू करने का निर्णय लिया है। आज की गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप घटकर 15196.50 करोड़ रुपये रह गया।
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Market coupling क्या है?

मार्केट कपलिंग एक इकनॉमिक मॉडल है जिसका इस्तेमाल एनर्जी मार्केट्स में कई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या एक्सचेंजों पर बिजली के लिए एक समान मूल्य तय करने के लिए किया जाता है। इससे कीमत तय करने की प्रक्रिया (Price Discovery) बेहतर होगी और सिस्टम अधिक स्मार्ट और कुशल बनेगा। भारत की CERC ने यह आदेश जारी किया है कि सभी पावर एक्सचेंजों के Day-Ahead Market सेगमेंट को एक कॉमन सिस्टम से जोड़ा जाएगा।

CERC ने पहले कहा था- नए नियमों और सिस्टम की जरूरत

CERC ने पहले ही यह कहा था कि भारत का पावर सेक्टर अब पारंपरिक (fossil-based) ऊर्जा से हटकर रिन्यूएबल एनर्जी की तरफ बढ़ रहा है, और इसके लिए नए नियमों और सिस्टम की जरूरत है। 2023 की इस ड्राफ्ट पॉलिसी में कहा गया कि 2030 तक 500 GW रिन्यूएबल एनर्जी के लक्ष्य को पाने के लिए बिजली बाजार के डिजाइन और नियमों में बदलाव जरूरी है।

मार्केट कपलिंग से बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी, यानी ज्यादा खरीदार और विक्रेता जुड़ पाएंगे। फिलहाल बाजार में केवल 7 फीसदी लिक्विडिटी है, कई सेगमेंट हैं, और कीमत तय करने के लिए बहुत कम जगह मिलती है।

IEX पर इसका क्या असर होगा?

IEX अभी भारत का सबसे बड़ा पावर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, लेकिन कपलिंग लागू होने के बाद IEX की कीमत तय करने की ताकत कम हो जाएगी। इसकी मार्केट हिस्सेदारी भी घट सकती है। साथ ही, रेवेन्यू पर भी असर पड़ेगा, क्योंकि अब दूसरी पावर एक्सचेंज भी मार्केट कपलिंग ऑपरेटर बन सकेंगी।

नए सिस्टम में सभी पावर एक्सचेंज बारी-बारी से मार्केट कपलिंग ऑपरेटर की भूमिका निभाएंगे। Grid-India को बैकअप और ऑडिट ऑपरेटर के रूप में रखा जाएगा। भविष्य में रीयल-टाइम मार्केट और अन्य सेगमेंट भी इसमें शामिल किए जाएंगे।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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