मार्केट न्यूज़
4 min read | अपडेटेड June 20, 2025, 08:49 IST
सारांश
HDB Financial Services की लिस्टिंग भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक आदेश के चलते जरूरी है। इसके तहत अपर लेयर में आने वाली सभी NBFC को 2025 तक शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य है। HDB फाइनेंशियल RBI के NBFC "अपर लेयर" कैटेगरी में आती है।
HDB Financial Services के IPO के तहत 2500 करोड़ रुपये के 3.37 करोड़ नए शेयर जारी होंगे।
यह मेनबोर्ड इश्यू है, जिसके शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर होगी। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज एक अपर लेयर नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है। इसकी पैरेंट कंपनी HDFC Bank है, जो देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है।
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के आईपीओ के तहत 2500 करोड़ रुपये के 3.37 करोड़ नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा, 10000 करोड़ रुपये के 13.51 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी। OFS में HDFC Bank शेयरों की बिक्री करेगी, जिसके पास कंपनी में कुल 94.3 फीसदी हिस्सेदारी है।
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के आईपीओ के लिए लॉट साइज 20 शेयरों का है। अपर बैंड पर रिटेल निवेशकों को कम से कम 14800 रुपये का निवेश करना होगा। ऑफर का लगभग 50% क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) को, 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल बिडर्स को और शेष 35% रिटेल निवेशकों को आवंटित किया जाएगा।
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज अपर प्राइस बैंड पर लगभग 7.2 बिलियन डॉलर (लगभग 62000 करोड़ रुपये) के पोस्ट-मनी वैल्यूएशन का टारगेट रख रही है। इस IPO का शेयर अलॉटमेंट 30 जून तक फाइनल हो सकता है। यानी निवेशकों को यह पता चल जाएगा कि उन्हें कितने शेयर मिले हैं। इसके बाद, शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 2 जुलाई को होने की संभावना है।
HDB फाइनेंशियल ने आईपीओ से होने वाली आय का इस्तेमाल अपने टियर-1 कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए करने की योजना बनाई है, ताकि कंपनी की भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा किया जा सके, जिसमें आगे उधार देना भी शामिल है।
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज की लिस्टिंग भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक आदेश के चलते जरूरी है। इस आदेश के मुताबिक अपर लेयर में आने वाली सभी NBFC को 2025 तक शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य है। HDB फाइनेंशियल RBI के अक्टूबर 2022 के सर्कुलर के अनुसार NBFC की "अपर लेयर" कैटेगरी में आती है।
एचडीबी फाइनेंशियल 1,680 शाखाओं के माध्यम से संचालित होता है और इसके पास प्रबंधन के तहत विविध परिसंपत्ति (एयूएम) मिश्रण है, जिसमें खुदरा और एसएमई ऋण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इसके सबसे बड़े ऋण खंडों में वाहन वित्त और संपत्ति के खिलाफ ऋण शामिल हैं।
HDB Financial Services एक बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है जो पूरे भारत में 1,680 शाखाओं के माध्यम से काम करती है। इसका कारोबार मुख्य रूप से रिटेल और SME (छोटे और मध्यम व्यापारों) को लोन देने पर केंद्रित है। इसके सबसे बड़े लोन सेगमेंट में व्हीकल फाइनेंस (गाड़ी के लिए लोन) और लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (जमीन/मकान के बदले लोन) शामिल हैं।
HDB Financial के IPO को बाजार में लाने के लिए कई बड़ी इनवेस्टमेंट कंपनियां बुक रनिंग लीड मैनेजर की भूमिका निभा रही हैं। इनमें शामिल हैं – JM Financial, BNP Paribas, Bofa Securities India, Goldman Sachs (India), HSBC, IIFL, Jefferies, Morgan Stanley, Motilal Oswal, Nomura, Nuvama Wealth और UBS Securities। IPO का रजिस्ट्रेशन और तकनीकी प्रक्रिया MUFG Intime India (पहले Link Intime) द्वारा संभाली जाएगी।
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