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  1. 3 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ गुजरात किडनी का आईपीओ, समझिए कैसा है कंपनी का बिजनेस?

मार्केट न्यूज़

3 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ गुजरात किडनी का आईपीओ, समझिए कैसा है कंपनी का बिजनेस?

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड December 30, 2025, 10:59 IST

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सारांश

गुजरात किडनी एंड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का आईपीओ आज लिस्ट हो गया है। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा साथ मिला और यह कुल 5.21 गुना सब्सक्राइब हुआ है। कंपनी इश्यू प्राइस 114 रुपये के मुकाबले 117.60 रुपये पर लिस्ट हुई है।

गुजरात किडनी आईपीओ

गुजरात किडनी आईपीओ की लिस्टिंग से क्या उम्मीदें हैं?

भारतीय शेयर बाजार में आज एक और नई कंपनी की एंट्री हो गई है। गुजरात किडनी एंड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिमिटेड का आईपीओ आज 3.16 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है। इस आईपीओ को लेकर निवेशकों के बीच काफी समय से चर्चा बनी हुई थी। विशेष रूप से रिटेल निवेशकों ने इस इश्यू में जबरदस्त रुचि दिखाई थी। कंपनी ने विस्तार के लिए बाजार से पैसा जुटाने का फैसला किया था। बता दें कंपनी इश्यू प्राइस 114 रुपये के मुकाबले 117.60 रुपये पर लिस्ट हुई है।

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कैसा रहा सब्सक्रिप्शन का आंकड़ा?

गुजरात किडनी हॉस्पिटल के आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला लेकिन सकारात्मक रिस्पॉन्स मिला है। तीन दिनों की बिडिंग प्रोसेस के बाद यह आईपीओ कुल 5.21 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा उत्साह रिटेल कैटेगरी में देखने को मिला, जहां निवेशकों ने अपने हिस्से को 19.04 गुना सब्सक्राइब किया। वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स यानी एनआईआई कैटेगरी में यह 5.73 गुना सब्सक्राइब हुआ। हालांकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स यानी क्यूआईबी कैटेगरी में मांग थोड़ी कम रही और यह केवल 1.06 गुना ही भरा गया। इन आंकड़ों से साफ है कि छोटे निवेशकों को कंपनी के बिजनेस मॉडल पर काफी भरोसा है।

क्या है कंपनी का बिजनेस और कमाई?

साल 2019 में शुरू हुई यह कंपनी गुजरात के वडोदरा में अपना मुख्यालय रखती है। यह मुख्य रूप से किडनी से जुड़ी बीमारियों, यूरोलॉजी और अन्य सुपर स्पेशलिटी इलाज के लिए जानी जाती है। वर्तमान में कंपनी 7 मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल और 4 फार्मेसी चला रही है। कंपनी का बिजनेस मॉडल एसेट-लाइट है, जिसका मतलब है कि यह अस्पतालों के लिए महंगी जमीन खरीदने के बजाय लीज पर लेकर काम करती है। अगर वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो कंपनी की कमाई में भारी उछाल आया है। मार्च 2024 में कंपनी का रेवेन्यू करीब 5.48 करोड़ रुपये था, जो मार्च 2025 में बढ़कर 40.40 करोड़ रुपये पहुंच गया। इसी तरह मुनाफे में भी 454 फीसदी की बड़ी बढ़त देखी गई है।

कहां होगा आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल?

कंपनी इस आईपीओ के जरिए जुटाए गए करीब 250.80 करोड़ रुपये का इस्तेमाल अपने विस्तार की योजनाओं में करेगी। कंपनी की योजना अहमदाबाद में पारेख हॉस्पिटल का अधिग्रहण करने की है, जिसके लिए करीब 77 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा कंपनी वडोदरा में एक नया अस्पताल बनाने और एडवांस रोबोटिक उपकरण खरीदने पर भी विचार कर रही है। आईपीओ से मिलने वाले कुछ पैसे का उपयोग पुराने कर्ज को चुकाने और कंपनी के रोजमर्रा के कामकाज को बेहतर बनाने में किया जाएगा।

डिस्क्लेमरः जीएमपी एक अनौपचारिक इंडिकेटर है जो गैर-सूचीबद्ध शेयर ट्रेडिंग से हासिल होता है और मौजूदा मार्केट सेंटीमेंट को दर्शाता है। यह अस्थिर है और सेबी द्वारा विनियमित नहीं है, वास्तविक लिस्टिंग प्राइस फाइनल डिमांड, बाजार की स्थितियों और वैश्विक संकेतों के आधार पर अलग हो सकते हैं। पूर्वानुमानों की गणना ऊपरी मूल्य बैंड + जीएमपी के रूप में की जाती है।
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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