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  1. US-China Trade War: अमेरिका-चीन 'ट्रेड वॉर' ने सोने को दी तेजी, 3% की उछाल के साथ रेकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा

मार्केट न्यूज़

US-China Trade War: अमेरिका-चीन 'ट्रेड वॉर' ने सोने को दी तेजी, 3% की उछाल के साथ रेकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा

Upstox

3 min read | अपडेटेड April 11, 2025, 08:34 IST

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सारांश

US-China Trade War: अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ की जंग ना सिर्फ जारी है बल्कि हर पल और गहराती जा रही है। इसका असर बाजार पर तो हुआ ही है, सोने के भाव भी तेजी से बढ़ रहे हैं। निवेशक सोने में भरोसा जता रहे हैं जिससे यह बहुमूल्य धातु रफ्तार पकड़ रही है। हालांकि, जानकारों का कहना है कि व्यापार सहयोगियों के बीच समझौता इसे सीमित भी कर सकता है।

डॉलर के कमजोर होने के चलते सोने की रफ्तार में लगातार तेजी बनी हुई है।

डॉलर के कमजोर होने के चलते सोने की रफ्तार में लगातार तेजी बनी हुई है।

अमेरिका ने दुनियाभर के करीब 60 देशों पर जवाबी टैरिफ का ऐलान किया तो बाजार पर गहरा असर पड़ा लेकिन इस ऐलान के साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अटकलों को कोई विराम नहीं मिला।

ट्रंप ने जहां कुछ देशों को 90 दिन के लिए टैरिफ से राहत दे दी, वहीं चीन पर और ज्यादा टैरिफ ठोककर बाजार को एक बार फिर झटका दे डाला।

इसके साथ ही निवेशक अपनी पूंजी की चिंता करते हुए सोने जैसे भरोसेमंद विकल्प की ओर दौड़ते नजर आने लगे हैं। इसी कड़ी में सोने के भावों में गुरुवार 19 अप्रैल को तेजी देखी गई। अमेरिका के चीन पर ऐक्शन से ट्रेड वॉर की आशंकाओं को रफ्तार मिल रही है जिससे बाजार में अस्थिरता और अनिश्चितता फैली हुई है।

गुरुवार को सोने के भाव लगभग 3% उछलते हुए अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक स्पॉट गोल्ड 2.6% के इजाफे के साथ $3,160.82 प्रति आउंस पर जा पहुंचा जबकि पहले इसने $3,171.49 के रेकॉर्ड स्तर को छुआ था। वहीं, US गोल्ड फ्यूचर 3.2% की छलांग लगाते हुए $3,177.5 पर पहुंच गए।

इससे उलट अमेरिकी डॉलर लुढ़कता हुआ नजर आ रहा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक डॉलर स्विस फ्रैंक की तुलना में 10 साल में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

ट्रेड वॉर से नाजुक हालात

बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि चीन को छोड़कर सभी देशों पर लगाए गए जवाबी टैरिफ को 90 दिन के लिए रोक दिया जाएगा। हालांकि, 10% का बेसलाइन टैरिफ लागू रहेगा। वहीं, वाइट हाउस के मुताबिक चीनी उत्पादों पर कुल टैरिफ 125% से बढ़कर 145% पर पहुंच गया है।

रॉयटर्स ने Tradu.com के सीनियर मार्केट ऐनलिस्ट नीकोस जाबुरास के हवाले से बताया है कि एक बार फिर सोना एक भरोसेमंद विकल्प के तौर पर मजबूत हो रहा है और अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है।

हालांकि, उनका कहना है कि व्यापार सहयोगियों के बीच बातचीत और समझौता होने से सोने की रफ्तार धीमी पड़ सकती है और एक बार फिर यह नीचे खिसक सकता है।

इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व अगर रेट कट का फैसला करता है तो उससे डॉलर को मजबूती मिलेगी। इससे भी सोना नीचे आ सकता है। सोने की कीमतें और डॉलर एक-दूसरे से उल्टी दिशा में चलते हैं, जहां डॉलर की कमजोरी सोने को ताकत देती है जबकि डॉलर ऊपर चढ़ता है तो सोना नीचे खिसकता है।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।