return to news
  1. BSE, CDSL समेत कई शेयर 8% तक लुढ़के, SEBI लगा सकता है ऑप्शंस ट्रेडिंग पर लगाम, जानिए पूरा मामला

मार्केट न्यूज़

BSE, CDSL समेत कई शेयर 8% तक लुढ़के, SEBI लगा सकता है ऑप्शंस ट्रेडिंग पर लगाम, जानिए पूरा मामला

Upstox

2 min read | अपडेटेड July 08, 2025, 14:46 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

रिपोर्ट्स के मुताबिक SEBI का बोर्ड ऑप्शन और कैश एक्सपोजर को लिंक करने पर विचार कर सकता है। इसका मतलब है कि ऑप्शंस ट्रेडिंग में मिलने वाली लेवरेज (उधारी में ट्रेडिंग) को कैश मार्केट की पोजिशन से लिंक कर दिया जाएगा।

शेयर सूची

Stock Market

Stock Market: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ऑप्शन और कैश एक्सपोजर को लिंक करने की योजना बना रहा है।

Stock Market: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE), Angel One और CDSL के शेयरों में आज 8 जुलाई को बिकवाली हो रही है। BSE के शेयर आज 7 फीसदी से अधिक टूट गए। वहीं, Angel One में 4 फीसदी और CDSL में करीब दो फीसदी की गिरावट नजर आ रही है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ऑप्शन और कैश एक्सपोजर को लिंक करने की योजना बना रहा है। इस खबर के बाद इन शेयरों में आज दबाव है।

क्या है पूरा मामला?

सीएनबीसी टीवी18 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सेबी का बोर्ड ऑप्शन और कैश एक्सपोजर को लिंक करने पर विचार कर सकता है। इसका मतलब है कि ऑप्शंस ट्रेडिंग में मिलने वाली लेवरेज (उधारी में ट्रेडिंग की ताकत) को कैश मार्केट की पोजिशन से लिंक कर दिया जाएगा। इस तरह कैश मार्केट में जितना पैसा लगाएंगे, उसी के अनुपात में ऑप्शन ट्रेड करने की छूट मिलेगी।

एनालिस्ट्स का कहना है कि इस कदम का मकसद कैश मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ाना है, जबकि ऑप्शन सेगमेंट में लिक्विडिटीड कम करना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी ऑप्शन ट्रेडिंग में रिटेल पार्टिसिपेशन को रोकने के लिए अन्य कदमों पर भी विचार कर सकता है।

इंडिपेंडेंट मार्केट एनालिस्ट कुणाल हर्ष ने कहा कि इस कदम से ऑप्शंस के लिए प्रीमियम बढ़ जाएगा, जिसके चलते मार्जिन की जरूरत बढ़ जाएगी। सूत्रों ने आगे बताया कि सेबी स्टॉक लेंडिंग एंड बॉरोइंग मैकेनिज्म (SLBM) का उपयोग करके शॉर्टिंग की अनुमति देकर कैश मार्केट में वॉल्यूम बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है।

रिटेल ट्रेडर्स को हो रहा है भारी नुकसान

सोमवार शाम को सेबी द्वारा जारी एक स्टडी में खुलासा हुआ कि इक्विटी डेरिवेटिव्स मार्केट में हर 10 में से 9 रिटेल ट्रेडर लगातार पैसे खो रहे हैं। इन निवेशकों द्वारा दर्ज किया गया शुद्ध घाटा वित्तीय वर्ष 2025 में बढ़कर ₹1.05 लाख करोड़ हो गया, जबकि वित्तीय वर्ष 2024 के दौरान यह ₹74,000 करोड़ था।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख