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  1. Bank Nifty में लगातार 4 दिनों की गिरावट पर ब्रेक, RBI के इस नए फैसले से पॉजिटिव हुआ सेंटीमेंट

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Bank Nifty में लगातार 4 दिनों की गिरावट पर ब्रेक, RBI के इस नए फैसले से पॉजिटिव हुआ सेंटीमेंट

Upstox

2 min read | अपडेटेड February 27, 2025, 11:54 IST

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सारांश

Bank Nifty इंडेक्स में शामिल कुल 12 में से 9 शेयरों में तेजी है, जबकि 3 शेयरों में गिरावट है। जिन शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी है उनमें AU Small Finance Bank, Indusind Bank और IDFC First Bank के शेयर शामिल हैं।

शेयर सूची

Bank Nifty में चार दिनों की लगातार गिरावट का सिलसिला टूट गया।

Bank Nifty में चार दिनों की लगातार गिरावट का सिलसिला टूट गया।

Bank Nifty: निफ्टी बैंक इंडेक्स में आज 27 फरवरी को 0.61 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। इस समय यह इंडेक्स 48903.70 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है। इसके साथ ही बैंक निफ्टी में चार दिनों की लगातार गिरावट का सिलसिला टूट गया।

इन शेयरों में सबसे ज्यादा हलचल

इंडेक्स में शामिल कुल 12 में से 9 शेयरों में तेजी है, जबकि 3 शेयरों में गिरावट है। जिन शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी है उनमें AU Small Finance Bank, Indusind Bank और IDFC First Bank के शेयर शामिल हैं। इसके अलावा, Kotak Mahindra Bank, Canara Bank और PNB के शेयरों में गिरावट दिख रही है।

RBI के फैसले से पॉजिटिव हुआ सेंटीमेंट

दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपना पुराना फैसला बदल दिया है, जिसमें बैंकों द्वारा NBFC (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों ) को दिए जाने वाले लोन पर रिस्क वेट (Risk Weight) बढ़ाने की बात कही गई थी। अब इस फैसले को वापस ले लिया गया है, जिससे बैंकों को ज्यादा कैपिटल मिल सकेगा।

यह नया नियम 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा। कम रिस्क वेट का मतलब है कि बैंकों को इन लोन के लिए कम कैपिटल अलग रखनी होगी, जिससे उनकी लोन देने की क्षमता बढ़ेगी। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि RBI के इस फैसले का बैंक लोन ग्रोथ पर पॉजिटिव असर पड़ेगा और आने वाले महीनों में सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ेगी।

RBI का पुराना फैसला और इसका असर

16 नवंबर 2023 को RBI ने NBFCs को दिए जाने वाले बैंक लोन का रिस्क वेट 25 प्रतिशत बढ़ा दिया था। इससे बैंकों को इन लोन के लिए ज्यादा पूंजी अलग रखनी पड़ी, खासकर AAA, AA और A रेटिंग वाली NBFCs के लोन के लिए।

इस बदलाव के कारण बैंकों द्वारा NBFCs को दिए जाने वाले लोन में भारी गिरावट आई। RBI के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2024 तक NBFCs को मिलने वाले लोन की ग्रोथ घटकर 6.7% रह गई, जबकि पिछले साल यह 15% थी। इसी दौरान, बैंकों की कुल लोन ग्रोथ 20% से घटकर 11.2% हो गई।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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