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3 min read | अपडेटेड February 27, 2025, 13:15 IST
सारांश
Century Enka ने बताया कि बुधवार की सुबह उसके गुजरात स्थित NFY (नायलॉन फिलामेंट यार्न) स्पिनिंग प्लांट में आग लग गई। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में बिकवाली देखी गई।
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आज की गिरावट के साथ Century Enka का मार्केट कैप घटकर 1,173.27 करोड़ रुपये हो गया।
आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) की कंपनी सेंचुरी एनका (Century Enka) के शेयरों में आज 27 फरवरी को 10 फीसदी तक की बड़ी गिरावट देखी गई। इस समय यह शेयर 9.90 फीसदी टूटकर 536.95 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है।
दरअसल, Century Enka ने बताया कि बुधवार की सुबह उसके गुजरात स्थित NFY (नायलॉन फिलामेंट यार्न) स्पिनिंग प्लांट में आग लग गई। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में बिकवाली देखी गई।
आज की गिरावट के साथ Century Enka का मार्केट कैप घटकर 1,173.27 करोड़ रुपये हो गया। स्टॉक का 52-वीक हाई 863.90 रुपये और 52-वीक लो 379.90 रुपये है।
आदित्य बिड़ला ग्रुप की Century Enka ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि आग 26 फरवरी को भारतीय समयानुसार सुबह करीब 9:05 बजे भरूच स्थित राजश्री पॉलीफिल फैक्ट्री में लगी। कंपनी ने कहा कि कोई हताहत या घायल नहीं हुआ है।
कंपनी ने आगे कहा कि बुधवार रात करीब 11:05 बजे एक्सचेंज को सूचना देने के समय आग पर काबू पा लिया गया था, लेकिन फैक्ट्री में प्रोडक्शन का काम अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
हालांकि, कंपनी ने यह भी कहा कि आग से उसकी प्रॉफिटेबिलिटी पर कोई खास असर पड़ने की संभावना नहीं है। सेंचुरी एनका ने कहा कि आग लगने के कारण और इससे हुए वास्तविक नुकसान का पता लगाने की प्रक्रिया चल रही है। कंपनी ने कहा है कि प्लांट के लिए पर्याप्त बीमा कवरेज है और बीमा कंपनी को इसकी जानकारी दी जा रही है।
Century Enka के शेयरों ने पिछले एक महीने में 6 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले 6 महीने में यह स्टॉक करीब 29 फीसदी टूट चुका है। इस साल अब तक शेयर में 13 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले एक साल में इसने 17 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 5 सालों में इसके निवेशकों को 238 फीसदी का शानदार रिटर्न मिला है।
Century Enka, आदित्य बिड़ला ग्रुप की एक प्रमुख कंपनी है, जो भारत की सिंथेटिक फाइबर इंडस्ट्री में अग्रणी है। यह मुख्य रूप से औद्योगिक और कपड़ा यार्न (धागे) के निर्माण में लगी हुई है, जिसका इस्तेमाल कपड़ों और टायर को मजबूत बनाने में किया जाता है।
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