return to news
  1. Adani Enterprises Share Price: क्यों शेयरों में दिखी तेजी? Jaiprakash Associates Ltd. से जुड़े हैं तार

मार्केट न्यूज़

Adani Enterprises Share Price: क्यों शेयरों में दिखी तेजी? Jaiprakash Associates Ltd. से जुड़े हैं तार

Upstox

3 min read | अपडेटेड November 20, 2025, 09:46 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

Adan Enterprises Share Price: कर्जदाताओं की एक समिति ने अडानी ग्रुप, वेदांता लिमिटेड और डालमिया सीमेंट (भारत) सहित दावेदारों द्वारा प्रस्तुत समाधान योजनाओं (अधिग्रहण प्रस्तावों) पर मतदान किया। उन्होंने बताया कि अडानी को ऋणदाताओं से सबसे अधिक 89% वोट मिले।

शेयर सूची

ADANIENT
--
अडानी ग्रुप

अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों में क्यों दिखी तेजी?

अडानी ग्रुप को जयप्रकाश एसोसिएट्स के अधिग्रहण के लिए कर्जदाताओं की मंजूरी मिल गई, जिसके बाद आज अडानी एंटप्राइजेज के शेयरों में हलचल देखने को मिल रही है। बुधवार को यह खबर आई और गुरुवार को जब शेयर मार्केट खुले तो अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 1.48% बढ़कर 2,469 रुपये पर ट्रेड हो रहे थे। इस तरह से प्रति शेयर करीब 35-36 रुपये का फायदा देखने को मिला। कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) ने अडानी ग्रुप के पक्ष में वोट किया है। कंपनी के 14,535 करोड़ रुपये के अधिग्रहण प्रस्ताव में प्रतिद्वंद्वी बोलीदाताओं की तुलना में शुरुआत में अधिक भुगतान शामिल है।

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now
अडानी ग्रुप को मिले कितने प्रतिशत वोट?

कर्जदाताओं की एक समिति ने अडानी ग्रुप, वेदांता लिमिटेड और डालमिया सीमेंट (भारत) सहित दावेदारों द्वारा प्रस्तुत समाधान योजनाओं (अधिग्रहण प्रस्तावों) पर मतदान किया। उन्होंने बताया कि अडानी को ऋणदाताओं से सबसे अधिक 89% वोट मिले। उसके बाद डालमिया सीमेंट (भारत) और वेदांता ग्रुप का स्थान रहा। इस प्रोसेस में नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लि. (एनएआरसीएल) की सबसे बड़ी भूमिका थी क्योंकि उसके पास ऋणदाताओं की समिति के लगभग 86% वोटिंग शेयर हैं।

क्यों अडानी ग्रुप की बोली को मिली तरजीह?

भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक सहित ऋणदाताओं के एक छोटा ग्रुप मतदान से दूर रहा। इस ग्रुप की कुल मिलाकर सीओसी के मतों में 3% से भी कम हिस्सेदारी है। सूत्रों ने बताया कि कर्जदाताओं ने अडानी की योजना को मुख्य रूप से इसलिए पसंद किया क्योंकि इसमें प्रतिस्पर्धी प्रस्तावों की तुलना में काफी ज्यादा अग्रिम भुगतान की पेशकश की गई थी। बंदरगाह से लेकर ऊर्जा तक के कारोबार से जुड़े इस ग्रुप ने कुल योजना मूल्य (टीपीवी) 14,535 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया है। इसमें 6,005 करोड़ रुपये अग्रिम और 6,726 करोड़ रुपये दो साल बाद देय होंगे। शुद्ध वर्तमान मूल्य के लिहाज से, यह प्रस्ताव लगभग 12,000 करोड़ रुपये का बैठता है।

इस वजह से वेदांता ग्रुप रह गया पीछे

वेदांता ने 3,800 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान और पांच वर्षों में 12,400 करोड़ रुपये के स्थगित भुगतान की पेशकश की। इससे उसका कुल योजना मूल्य 16,726 करोड़ रुपये बैठता है। इस बारे में संपर्क किये जाने पर, वेदांता के प्रवक्ता ने कहा, ‘सीओसी पर मतदान इसी सप्ताह हो रहा है और हमें विश्वास है कि सीओसी जनहित में निर्णय लेगी। वेदांता एक वृद्धि उन्मुख कंपनी है, जो सदैव अवसरों और तालमेल की तलाश में रहती है। हमारा दृष्टिकोण अनुशासित है और हम मूल्य सृजन तथा दीर्घकालिक वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करते हैं।’

जयप्रकाश एसोसिएट्स (जेएएल) को पिछले साल जून में कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) में शामिल किया गया था। कंपनी ने कुल 57,185 करोड़ रुपये के ऋणों का भुगतान नहीं किया था, जिसके बाद उसे दिवाला प्रक्रिया में लाया गया। कंपनी के पास उच्च गुणवत्ता वाली संपत्तियों के अलावा रियल एस्टेट, सीमेंट विनिर्माण, होटल, बिजली और इंजीनियरिंग एवं निर्माण क्षेत्र में वाणिज्यिक हित हैं। जेएएल ने जून में घोषणा की थी कि उसे बयाना राशि के साथ पांच बोलियां प्राप्त हुई हैं। इनमें वेदांता, अदाणी एंटरप्राइजेज, डालमिया सीमेंट, जिंदल पावर और पीएनसी इन्फ्राटेक शामिल हैं।

पीटीआई इनपुट के साथ
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख