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  1. टैरिफ वॉर से वैश्विक अर्थव्यवस्था सुस्त, फिर भी भारत की रफ्तार कैसे कायम? विश्व बैंक की रिपोर्ट से समझें

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टैरिफ वॉर से वैश्विक अर्थव्यवस्था सुस्त, फिर भी भारत की रफ्तार कैसे कायम? विश्व बैंक की रिपोर्ट से समझें

Upstox

3 min read | अपडेटेड June 11, 2025, 10:56 IST

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सारांश

Indian Economic Growth: World Bank के मुताबिक अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2025 में पिछले साल के मुकाबले आधी तेजी से यानी 1.4% की दर से बढ़ेगी। चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2025 में 4.5% और अगले साल 4% रहने का अनुमान लगाया गया है। वहीं, विश्व बैंक के मुताबिक भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

World Bank के मुताबिक भारत का ग्रोथ रेट 6.3% की रफ्तार पर बना रहेगा।

World Bank के मुताबिक भारत का ग्रोथ रेट 6.3% की रफ्तार पर बना रहेगा।

एक ओर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर से दुनियाभर की आर्थिक स्थिति चरमराती नजर आ रही है, वहीं भारत अपनी चाल साध हुए है। विश्व बैंक ने मंगलवार को बताया है ट्रंप के ट्रेड वॉर से इस साल अमेरिका ही नहीं, वैश्विक अर्थव्यवस्था को झटके की आशंका है लेकिन भारत की इकॉनमिक ग्रोथ का अनुमान अभी भी पहले की रफ्तार पर कायम है।

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विश्व बैंक ने ट्रंप का नाम लिए बिना 'व्यापार बाधाओं में पर्याप्त वृद्धि' का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2025 में पिछले साल के मुकाबले आधी तेजी से यानी 1.4% की दर से बढ़ेगी।

दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था 2024 में 2.8% बढ़ी थी। इसके पहले जनवरी में विश्व बैंक ने कहा था कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2.3% की दर से बढ़ सकती है। वहीं, चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2025 में 4.5% और अगले साल 4% रहने का अनुमान लगाया गया है।

विश्व बैंक ने इस साल वैश्विक वृद्धि के अपने पूर्वानुमान में 0.4% की कटौती भी की। अब उसे उम्मीद है कि 2025 में विश्व अर्थव्यवस्था सिर्फ 2.3% बढ़ेगी, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 2.8% था। अगर ऐसा होता है तो यह 2008 के बाद सबसे कम गति हो सकती है।

रिपोर्ट में कहा गया कि इस उथल-पुथल के कारण सभी क्षेत्रों और आय समूहों में लगभग 70% अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि पूर्वानुमान में कटौती की गई है।

विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री इंदरमीत गिल ने यह भी चेतावनी दे डाली है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल के हालात में तेजी से सुधार नहीं हुआ तो जीवन स्तर को बहुत नुकसान हो सकता है।

भारत की रफ्तार कायम

वैश्विक संकट का असर तो भारत पर रहेगा लेकिन आर्थिक वृद्धि इससे काफी हद तक बची रहेगी। विश्व बैंक के मुताबिक वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण निर्यात पर बने दबाव के बावजूद वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान 6.3% पर बरकरार रहेगा। इसके साथ ही भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

इसके पहले अप्रैल में विश्व बैंक ने FY26 के लिए भारत के वृद्धि अनुमान को घटाकर 6.3% कर दिया था, जो जनवरी में 6.7% था।

कैसे बरकरार तेजी?

रिपोर्ट के मुताबिक FY25 में भारत में वृद्धि धीमी हो गई, जो आंशिक रूप से औद्योगिक उत्पादन वृद्धि में नरमी को दर्शाती है। हालांकि, निर्माण और सेवा गतिविधियों में वृद्धि स्थिर रही और ग्रामीण क्षेत्रों में लचीली मांग के कारण कृषि उत्पादन में सुधार हुआ है।

विश्व बैंक ने कहा कि FY26 में वृद्धि के पूर्वानुमान को जनवरी के अनुमानों की तुलना में 0.4% घटा दिया गया है, क्योंकि प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में कमजोर गतिविधि और बढ़ती वैश्विक व्यापार बाधाओं के कारण निर्यात में कमी आई है।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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