return to news
  1. ई-कॉमर्स साइट्स पर धड़ल्ले से बिक रहे वॉकी-टॉकी, क्यों नकेल लगाने की तैयारी में है सरकार?

बिजनेस न्यूज़

ई-कॉमर्स साइट्स पर धड़ल्ले से बिक रहे वॉकी-टॉकी, क्यों नकेल लगाने की तैयारी में है सरकार?

Upstox

3 min read | अपडेटेड May 30, 2025, 14:02 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

खास फ्रीक्वेंसी रेंज, लाइसेंसिंग की जानकारी या इक्विपमेंट टाइप अप्रूवल के बिना की जा रही वॉकी-टॉकी की बिक्री को लेकर सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ETA के बिना वॉकी-टॉकी की बिक्री करना उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 का उल्लंघन है। उपभोक्ताओं को ऐहसास महसूस कराया जाता है कि इन उपकरणों को आम जनता स्वतंत्र रूप से इस्तेमाल कर सकती है।

बिना रेग्युलेटरी अप्रूवल ऐसे उपकरण ई-कॉमर्स वेबसाइट पर ऑनलाइन बिक्री के लिए लिस्ट करना नियमों का उल्लंघन है। (तस्वीर: Shutterstock)

बिना रेग्युलेटरी अप्रूवल ऐसे उपकरण ई-कॉमर्स वेबसाइट पर ऑनलाइन बिक्री के लिए लिस्ट करना नियमों का उल्लंघन है। (तस्वीर: Shutterstock)

केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (Central Consumer Protection Authority, CCPA)) ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर वॉकी-टॉकी और दूसरे रेडियो उपकरणों की अवैध बिक्री पर रोकथाम लगाने की कवायद शुरू कर दी है।

इसके लिए शुक्रवार को व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए गए। बिना लाइसेंस या पूरी जानकारी ऐसे उपकरणों की बिक्री से हो रहे नियमों का उल्लंघन पर ऐक्शन लेते हुए यह निर्देश जारी किए गए हैं।

मंत्रालय की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक नए दिशा-निर्देशों का लक्ष्य खास फ्रीक्वेंसी रेंज, लाइसेंसिंग की जानकारी या इक्विपमेंट टाइप अप्रूवल के बिना की जा रही वॉकी-टॉकी की बिक्री की जांच करना है।

ETA के बिना वॉकी-टॉकी की बिक्री करना उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 का उल्लंघन है। दूरसंचार विभाग (डीओटी) और गृह मंत्रालय ने मिलकर ये दिशा-निर्देश तैयार किए हैं।

इस बारे में बयान जारी करते हुए CCPA ने बताया है कि यह पाया गया है कि ‘वायरलेस ऑपरेटिंग लाइसेंस’ की आवश्यकता या लागू कानूनों के पालन से जुड़ी अनिवार्य और स्पष्ट जानकारी के बिना ही ई-कॉमर्स मंचों पर वॉकी-टॉकी बेचे जा रहे हैं।

क्यों पड़ी जरूरत?

दरअसल, वॉकी-टॉकी के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर प्रोडक्ट लिस्टिंग में फिलहाल यह डायरेक्ट नहीं किया जाता कि उपकरण को संबंधित अधिकारियों से लाइसेंस की जरूरत है या नहीं।

भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम 1885, वायरलेस टेलीग्राफी अधिनियम 1933 और कम शक्ति, बहुत कम शक्ति वाले शॉर्ट रेंज रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस (लाइसेंसिंग आवश्यकता से छूट) नियम, 2018 के तहत फ्रीक्वेंसी रेंज, लाइसेंसिंग दायित्वों जैसे महत्वपूर्ण विवरण अक्सर छोड़ दिए जाते हैं।

CCPA ने कहा कि ऐसा नहीं करने से उपभोक्ताओं को ऐहसास महसूस कराया जाता है कि इन उपकरणों को आम जनता स्वतंत्र रूप से इस्तेमाल कर सकती है। इसलिए नए दिशानिर्देशों में यह अनिवार्य किया गया है कि केवल अधिकृत और अनुपालक वॉकी-टॉकी उपकरण (जो अनुमत फ्रीक्वेंसी पर काम करते हों) सिर्फ वही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बिक्री के लिए उपलब्ध किए जाएं।

प्रोडक्ट लिस्ट में फ्रीक्वेंसी रेंज और तकनीकी पैरामीटर साफ होने चाहिए। साथ ही इक्विपमेंट टाइप अप्रूवल (ETA) के जरिये रेग्युलेटरी अप्रूवल का प्रमाण शामिल होना चाहिए।

रेडियो उपकरणों पर कड़े नियम क्यों?

अनाधिकृत फ्रीक्वेंसी रेंज के वॉकी-टॉकी या रेडियो उपकरण आम लोगों को बेचने से संचार में रुकावट पड़ सकती है। दरअसल, कानून प्रवर्तन एजेंसियां (Law enforcement agencies) या इमर्जेंसी सहायता पहुंचाने वाले सर्विसेज में खास फ्रीक्वेंसी रेंज का इस्तेमाल होता है।

इन रेंज के अनाधिकृत इस्तेमाल से ऐसे संचार नेटवर्क में रुकावट पड़ सकती है। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से यह चिंताजनक हो सकता है। इसलिए, रेंज और उपकरण के प्रकार को ग्राहकों को साफ-साफ बताना जरूरी भी है और इन्हें ऑनलाइन बेचने के पहले लाइसेंस भी अनिवार्य है।

मार्केट में हलचल?
स्मार्ट टूल्स के साथ आगे बढ़ें
promotion image

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।