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3 min read | अपडेटेड May 26, 2025, 07:37 IST
सारांश
भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, लेकिन तीसरे नंबर पर पहुंचने के लिए उसे अभी करीब दो से तीन साल का इंतजार करना पड़ सकता है। जर्मनी को पिछाड़ने के लिए कौन से फैक्टर्स अहम होंगे चलिए जानते हैं।
कब भारत बन सकता है दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था?
नीति आयोग के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) यानी कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। अब एक सवाल जो सबके मन में उठ रहा है, वह यह है कि भारत कब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाएगा? मौजूदा वृद्धि दर के हिसाब से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है, हालांकि इसका सटीक जवाब दे पाना मुश्किल है।
राजकोषीय घाटे में लगातार गिरावट आ रही है, और यह संकेत भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी बात है। 2020-21 में राजकोषीय घाटा 9.2% था, जो 2024-25 में गिरकर 4.8% तक पहुंच गया। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को कई फायदे मिल सकते हैं। इससे महंगाई को कंट्रोल करने में मदद मिलती है और इसका असर ब्याज दरों पर भी पड़ता है, जिसके फलस्वरूप ब्याज दरें गिर जाती हैं। राजकोषीय घाटों से इन्वेस्टर्स का भरोसा बढ़ता है और इतना ही नहीं सरकार पर कर्जे का बोझ भी कम होता है।
सुब्रह्मण्यम ने नीति आयोग शासी परिषद की 10वीं बैठक के बाद कहा कि कुल मिलाकर ग्लोबल और आर्थिक माहौल भारत के अनुकूल है। उन्होंने कहा, ‘मैं जब बोल रहा हूं, तब हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। आज हम 4,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था हैं।’ अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के आंकड़ों का हवाला देते हुए सुब्रह्मण्यम ने कहा कि आज भारत की अर्थव्यवस्था जापान से बड़ा है।
उन्होंने कहा, ‘केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से बड़े हैं और अगर हम अपनी योजना और सोच पर कायम रहते हैं, तो ढाई-तीन साल में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे।’ भारत 2024 तक दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। उन्होंने कहा, 'अगर हम अपनी योजना और सोच-समझ पर कायम रहे, तो 2.5-3 साल में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे।' अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अप्रैल में जारी अपनी विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) रिपोर्ट में कहा था कि भारत 2025 में 4190 अरब अमेरिकी डॉलर की जीडीपी के साथ जापान से आगे निकलकर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। आईएमएफ के आंकड़ों के अनुसार, भारत की प्रति व्यक्ति आय 2013-14 में 1,438 अमेरिकी डॉलर से दोगुनी होकर 2025 में 2,880 अमेरिकी डॉलर हो गई है।
सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जहां अमेरिका है, वहीं दूसरे नंबर पर चीन और तीसरे नंबर पर जर्मनी है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था जहां 30.507 ट्रिलियन डॉलर की है, वहीं चीन की अर्थव्यवस्था 19.231 ट्रिलियन डॉलर की है, तीसरे नंबर पर काबिज जर्मनी की अर्थव्यवस्था 4.744 ट्रिलियन डॉलर की है और भारत की अर्थव्यवस्था 4.187 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। वहीं चौथे से पांचवें नंबर पर खिसके जापान की अर्थव्यवस्था 4.186 ट्रिलियन डॉलर की है।
एनालिस्टों का मानना है कि अगर अमेरिका, यूके और यूरोपियन यूनियन से भारत के व्यापार समझौते सही होते हैं, तो इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को पुश मिलेगा। ऐसे में भारत अगले 2 से 3 सालों के बीच जर्मनी को पीछे छोड़ सकता है। हालांकि यहां एक बात और ध्यान देने वाली है, अगर दुनिया में आने वाले 2-3 सालों में कोई बहुत बड़ा युद्ध नहीं होता है और साथ ही अगर ट्रेड वॉर नहीं छिड़ती है, तो ऐसे में भारत 2027 तक जर्मनी को पीछे छोड़ सकता है।
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