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2 min read | अपडेटेड February 01, 2025, 14:48 IST
सारांश
भारत में आने वाले कुछ सालों में न्यूक्लियर एनर्जी का बूम देखने को मिल सकता है। यूनियन बजट 2025 में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने देश में न्यूक्लियर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये के न्यूक्लियर मिशन की घोषणा की।
यूनियन बजट 2025 में इस बार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया
यूनियन बजट 2025 में इस बार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया है। यूनियन बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमन ने न्यूक्लियर मिशन का भी ऐलान किया है। देश में न्यूक्लियर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये के न्यूक्लियर मिशन, कानूनी ढांचे में संशोधन करके प्राइवेट कंपनियों को शामिल करने और स्वदेशी तरीके से पांच छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर के विकास के साथ कई कदमों की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगुवाई वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करते हुए सीतारमण ने यह घोषणा भी की कि बिजली सुधारों को आगे बढ़ाने वाले सभी राज्य अपने जीएसडीपी (सकल राज्य घरेलू उत्पाद Gross State Domestic Product) के 0.5% के बराबर एक्स्ट्रा क्रेडिट के लिए एलिजिबल होंगे।
उन्होंने कहा, ‘बिजली सेक्टर में सुधार... हम बिजली वितरण सुधारों को बढ़ावा देंगे और राज्यों द्वारा अंतर-राज्य पारेषण क्षमता बढ़ाएंगे। इससे बिजली कंपनियों की फाइनेंशियल हेल्थ और क्षमता में सुधार होगा। इन सुधारों पर निर्भर राज्यों को जीएसडीपी का 0.5% एक्स्ट्रा उधार लेने की अनुमति दी जाएगी।’ उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर एनर्जी मिशन के तहत 2047 तक कम से कम 100 गीगावाट का विकास हमारे ऊर्जा बदलाव कोशिशों के लिए आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य के लिए प्राइवेट सेक्टर के साथ सक्रिय भागीदारी के लिए न्यूक्लियर एनर्जी अधिनियम और न्यूक्लियर लॉस के लिए नागरिक दायित्त्व अधिनियम में संशोधन किया जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर के अनुसंधान और विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपये की लागत से एक न्यूक्लियर एनर्जी मिशन स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में विकसित कम से कम पांच मॉड्यूलर रिएक्टर 2033 तक काम करने लगेंगे। न्यूक्लियर एनर्जी मिशन के ऐलान के बाद शेयर मार्केट में भारत हेवी एलिट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL), हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी, लार्सेन एंड टर्बो (L&T) जैसे कुछ शेयरों में तेजी देखने को मिली है।
मौजूदा समय में, भारत में 462 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता है, जिसमें आठ गीगावाट न्यूक्लियर एनर्जी शामिल है। सीतारमन ने प्रौद्योगिकी अनुसंधान के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और आईआईएससी में अगले पांच साल में 10,000 फेलोशिप शुरू करने की भी घोषणा की।
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