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  1. US-EU Trade Deal: 1 अगस्त से पहले ही अमेरिका-यूरोपीय संघ के बीच हुई ट्रेड डील, समझौते की हर एक बात जानें यहां

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US-EU Trade Deal: 1 अगस्त से पहले ही अमेरिका-यूरोपीय संघ के बीच हुई ट्रेड डील, समझौते की हर एक बात जानें यहां

Namita Shukla

3 min read | अपडेटेड July 28, 2025, 08:40 IST

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सारांश

US-EU Trade Deal: इस डील के लिए डेडलाइन 1 अगस्त थी, लेकिन यह ऐतिहासिक ट्रेड डील अपनी डेडलाइन से कुछ दिन पहले ही हो गई। इस डील के तहत यूरोपीय संघ से अमेरिका आने वाली ज्यादातर चीजों पर 15% टैरिफ लगेगा, जिसमें कारें भी शामिल हैं।

अमेरिका-यूरोपीयन संघ

अमेरिका और यूरोपीयन संघ के बीच हो गई ट्रेड डील

US-EU Trade Deal: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार यानी कि 27 जुलाई को यूरोपीयन कमीशन के प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ मीटिंग के बाद घोषणा की कि यूरोपीय संघ (European Union) के साथ ट्रेड डील हो गई है। इस डील के लिए डेडलाइन 1 अगस्त थी, लेकिन यह ऐतिहासिक ट्रेड डील अपनी डेडलाइन से कुछ दिन पहले ही हो गई। इस डील के तहत यूरोपीय संघ से अमेरिका आने वाली ज्यादातर चीजों पर 15% टैरिफ लगेगा, जिसमें कारें भी शामिल हैं। एयरक्राफ्ट्स, उनके पुर्जे, केमिकल्स और दवाइयों समेत कुछ प्रोडक्ट्स पर टैरिफ नहीं लगेगा।

नए 15% टैरिफ रेट पहले से लागू किसी भी टैरिफ में नहीं जोड़े जाएंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में देशों को पत्र लिखकर यूरोपीय संघ पर 30% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, जिसके जवाब में, बातचीत फेल होने की स्थिति में, यूरोपीय संघ ने पहले ही कई जवाबी उपाय तैयार कर लिए थे। यूरोपीय संघ 750 अरब डॉलर मूल्य की अमेरिकी ऊर्जा खरीदेगा और आने वाले समय में देश में 600 अरब डॉलर का और निवेश करेगा।

ट्रंप ने क्या कुछ कहा

ट्रंप ने बिना कोई संख्या बताए कहा, ‘सैकड़ों अरब डॉलर मूल्य के सैन्य उपकरण भी खरीदे जाएंगे।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘यह एक बहुत ही प्रभावशाली डील है, यह एक बहुत बड़ी डील है, यह सभी सौदों में सबसे बड़ा है।’ उन्होंने पिछले सप्ताह जापान के साथ एक समझौता करने के बाद भी ऐसी ही टिप्पणी की थी। आयरलैंड ने इस कदम का स्वागत किया, हालांकि उन्होंने कहा कि अब व्यापार ‘अधिक चुनौतीपूर्ण और महंगा’ हो जाएगा, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इससे प्रक्रिया में कुछ स्पष्टता और स्थिरता आती है।

जर्मनी और नीदरलैंड ने भी किया इस डील का स्वागत

जर्मन चांसलर फ्रेडरिच मर्च ने भी इस समझौते का स्वागत किया और कहा कि इससे देश की ऑटो इंडस्ट्री को फायदा होगा क्योंकि टैरिफ मौजूदा समय में 27.5% से घटकर 15% हो जाएगा। नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ ने भी ‘X’ पर लिखा, ‘यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच हुआ समझौता हमारी जैसी खुली अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम है। नीदरलैंड का अमेरिका को सालाना वस्तु निर्यात 50 अरब यूरो से ज्यादा का है। मैं यूरोपीय आयोग द्वारा हमारे व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए सर्वोत्तम संभव परिणाम सुनिश्चित करने के लिए किए गए दृढ़ प्रयासों की सराहना करता हूं। बेशक, कोई भी टैरिफ बेहतर नहीं होता, लेकिन यह समझौता हमारे बिजेनेस के लिए ज्यादा स्पष्टता देता है और मार्केट में ज्यादा स्थिरता लाता है। अब जरूरी है कि जितनी जल्दी हो सके, इसकी डीटेल्स तैयार किए जाएं। हम एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी यूरोप के लिए भी काम करना जारी रखेंगे, जहां एक सुचारू रूप से काम करने वाले सिंगल मार्केट के लिए कम नियम होंगे और व्यापार समझौतों के व्यापक नेटवर्क के ज़रिए निर्भरताएं कम होंगी।’

अमेरिका मार्केट में कैसा दिखा असर?

यूरोपीय काउंसिल के 2024 के आंकड़ों के अनुसार, सेवाओं और वस्तुओं दोनों को मिलाकर, अमेरिका-यूरोपीय संघ के व्यापार संबंधों का मूल्य लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर है। 27 देशों वाले इस ग्रुप का अमेरिका के साथ वस्तुओं के मामले में व्यापार अधिशेष है, लेकिन सेवाओं के मोर्चे पर घाटा है। अमेरिकी मार्केट ने इस खबर पर पॉजिटिव रिऐक्शन देखने को मिला है और Dow वायदा बाजार में करीब 200 अंकों की बढ़त दर्ज की गई।

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लेखकों के बारे में

Namita Shukla
Namita Shukla is a seasoned journalist with over 15 years of experience in Hindi media. She has worked with some of the most reputed news organizations, including Navbharat Times, Dainik Jagran, Aaj Tak, and Hindustan Times Hindi. Throughout her career, Namita has reported on a wide range of beats such as national affairs, sports, business, and entertainment, bringing clarity and depth to her reporting. In addition to her journalistic work, she is a certified fact-checker by both Google and Meta, underscoring her commitment to accuracy and ethical journalism in the digital age.