बिजनेस न्यूज़
2 min read | अपडेटेड March 06, 2025, 19:29 IST
सारांश
Apna.com के मुताबिक पिछले चार सालों में महिलाओं का नौकरियों के लिए आवेदन करना तेजी से बढ़ा है। इसमें जो सबसे अलग बात नजर आई है वह ये है कि दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में महिलाओं की ओर से नौकरी के आवेदनों में बहुत तेजी से वृद्धि देखी गई है।
ज्यादा नौकरियां अप्लाई कर रही हैं भारतीय महिलाएं
पिछले कुछ सालों में महिलाओं की नौकरियों में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है। apna.co की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021 से 2024 के बीच मेट्रो शहरों के अलावा दूसरे और तीसरे श्रेणी के शहरों में महिलाओं की ओर से नौकरी के आवेदनों में बहुत तेजी से वृद्धि देखी गई है। प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म apna.co ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से तीन दिन पहले यह रिपोर्ट पब्लिश की है। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। apna.co ने एक रिपोर्ट में कहा कि प्लैटफॉर्म ने दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में महिलाओं की ओर से नौकरी के आवेदनों में तीन गुना वृद्धि देखी, जो पिछले चार सालों में महानगरों से परे, महिला वर्कफोर्स की भागीदारी में एक बड़े बदलाव को दिखाता है।
इसमें कहा गया है कि यह वृद्धि मुख्य रूप से बढ़ते हुए नौकरी के अवसरों, डिजिटल पहुंच में वृद्धि और नियोक्ताओं के भर्ती के बदलते तरीके से हुई है। इससे गैर-महानगर क्षेत्रों की अधिक महिलाएं अलग-अलग इंडस्ट्री में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। रिपोर्ट में साल 2021 से साल 2024 के अंत तक apna.co पर मौजूद आंकड़ों का एनालिसिस है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि बिक्री और कारोबार विकास, एडमिन और बैक ऑफिस, और कस्टमर सर्विस दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में महिलाओं के लिए पसंदीदा नौकरी विकल्प के रूप में उभरे। नौकरी के कुल आवेदनों में से 55% इन भूमिकाओं के लिए आए।
इसमें कहा गया है कि दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में महिलाएं गैर-परंपरागत भूमिकाएं भी तलाश रही हैं, जिसमें साल 2024 में फील्ड सेल्स में लगभग छह लाख आवेदन, डिलिवरी और लॉजिस्टिक्स में 2.5 लाख आवेदन और सुरक्षा सेवाओं में 1.5 लाख आवेदन हैं। जैसे-जैसे महानगरों से परे रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, लखनऊ, जयपुर, इंदौर, भोपाल, सूरत, नागपुर और कोयंबटूर प्रमुख रोजगार केंद्र के रूप में उभरे हैं। इन शहरों में महिलाएं सक्रिय रूप से नौकरी हासिल कर रही हैं। apna.co के फाउंडर और सीईओ निर्मित पारिख ने कहा, ‘भारत का वर्कफोर्स परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जिसमें दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों की महिलाएं अलग-अलग इंडस्ट्री में विविध करियर अपना रही हैं। डिजिटल पहुंच और उभरते हुए नियुक्ति रुझानों से प्रेरित होकर, यह उछाल वर्कफोर्स की गतिशीलता को नया आकार दे रहा है।’
संबंधित समाचार
लेखकों के बारे में
अगला लेख