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  1. एनर्जी और न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर में भारत और अमेरिका के कैसे होंगे रिश्ते? पीयूष गोयल ने दिया जवाब

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एनर्जी और न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर में भारत और अमेरिका के कैसे होंगे रिश्ते? पीयूष गोयल ने दिया जवाब

Upstox

2 min read | अपडेटेड September 24, 2025, 11:37 IST

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सारांश

India-USA Trade Talks: पीयूष गोयल का मानना है कि आने वाले सालों में भारत और अमेरिका के बीच न्यूक्लियर एनर्जी और एनर्जी सेक्टर में ट्रेड बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि क्यों यह दो सेक्टर्स दोनों देशों की साझेदारी के लिए अहम हो सकते हैं।

एनर्जी सेक्टर

भारत और अमेरिका के बीच एनर्जी सेक्टर में ट्रेड बढ़ने की उम्मीद

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश को आने वाले सालों में एनर्जी प्रोडक्ट्स के सेक्टर में अमेरिका के साथ व्यापार बढ़ने की उम्मीद है और देश के ऊर्जा सुरक्षा लक्ष्यों में अमेरिका की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी। भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड वार्ता जारी है और उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच जल्द ही ट्रेड डील भी हो जाएगी। ऐसे में पीयूष गोयल का यह बयान काफी मायने रखता है। फिलहाल अमेरिका ने भारत पर 50% का हाइ टैरिफ लगाया हुआ है, जिसमें 25% टैरिफ और 25% टैरिफ रूस से तेल खरीदने के चलते जुर्माने के तौर पर लगाया गया है।

गोयल ने मंगलवार को कहा, ‘स्पष्ट रूप से दुनिया मानती है कि (ऊर्जा सुरक्षा) एक ऐसा सेक्टर है, जहां हम सभी को मिलकर काम करना होगा। भारत एनर्जी सेक्टर में एक बड़ा खिलाड़ी है... हम अमेरिका सहित दुनिया भर से एनर्जी के बड़े आयातक हैं।’ मंत्री ने न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास, यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) और भारत के अग्रणी कार्बन मुक्त समाधान प्रोवाइडर ‘रीन्यू’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘बदलते वैश्विक परिदृश्य में ऊर्जा सुरक्षा: सीमाओं के पार लचीले ऊर्जा बाजारों का निर्माण’ में मुख्य भाषण दिया।

एक और सेक्टर में भारत-अमेरिका की साझेदारी हो सकती है अहम

उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आने वाले सालों में एनर्जी प्रोडक्ट्स पर अमेरिका के साथ हमारा व्यापार बढ़ेगा। घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार होने के नाते हमारे ऊर्जा सुरक्षा लक्ष्यों में अमेरिकी भागीदारी अधिक होगी जिससे भारत के लिए मूल्य स्थिरता, ऊर्जा के विविध स्रोत सुनिश्चित होंगे और हमें ऊर्जा और उससे परे विभिन्न मोर्चों पर अमेरिका के साथ असीमित संभावनाओं को खोलने में मदद मिलेगी।’ मंत्री ने कहा कि एक और सेक्टर जहां भारत और अमेरिका मिलकर काम कर सकते हैं और साथ मिलकर काम करने की योजना बना सकते हैं.... वह परमाणु ऊर्जा का सेक्टर है।

गोयल क्यों गए हैं न्यूयॉर्क?

गोयल ने कहा, ‘यह एक ऐसा सेक्टर है जिस पर हम लंबे समय से बात कर रहे हैं। कुछ ऐसे पहलू थे जिन्हें ठीक करने की जरूरत थी। मेरा मानना ​​है कि हम भारत में न्यूक्लियर एनर्जी पर निजी प्रयासों का समर्थन करने के लिए काम कर रहे हैं।’ गोयल द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर शीघ्र निष्कर्ष निकालने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। वह अमेरिकी पक्ष के साथ बैठकों के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।

भाषा इनपुट के साथ

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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