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Oil Prices Today: भू-राजनीतिक तनाव और ट्रेड टैरिफ की चिंताओं के बीच कच्चे तेल की कीमतें स्थिर, जानें ताजा हालात

Upstox

2 min read | अपडेटेड September 23, 2025, 10:32 IST

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सारांश

Oil Prices Today: मिडिल ईस्ट और रूस में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव तथा ट्रेड टैरिफ की चिंताओं के बावजूद मंगलवार को तेल की कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ। ब्रेंट क्रूड $66.56 प्रति बैरल और WTI $62.29 प्रति बैरल पर स्थिर रहा। बाजार पर रूस-यूक्रेन युद्ध और गाज़ा संघर्ष का असर साफ दिख रहा है।

Crude Oil Price

Crude Oil Price: तेल की कीमतों का हाल जानें

Oil Prices Today: कच्चे तेल की कीमतें मंगलवार को लगभग स्थिर रहीं, जबकि बाजार भू-राजनीतिक तनाव और ईंधन की मांग पर पड़ने वाले संभावित असर का मूल्यांकन कर रहा था। ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स $66.56 प्रति बैरल पर बिना ज्यादा बदलाव के ट्रेड कर रहा था, वहीं यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 2 सेंट बढ़कर $62.29 प्रति बैरल पर पहुंच गया।

ये है मेन कारण

मिडिल ईस्ट में गाज़ा संघर्ष की वजह से अनिश्चितता बनी हुई है। इजरायल के जमीनी हमले और लगातार बमबारी से गाज़ा सिटी के दो बड़े अस्पताल सेवाओं से बाहर हो गए हैं। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में दर्जनों विश्व नेताओं ने फिलिस्तीन को मान्यता देने का समर्थन किया, हालांकि इजरायल और अमेरिका इसका विरोध कर रहे हैं।

रूस-यूक्रेन युद्ध भी बाजार को प्रभावित कर रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में यूक्रेन ने रूस की रिफाइनरियों और एक्सपोर्ट टर्मिनलों पर ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं। यूरोपीय संघ ने भी रूसी LNG इंपोर्ट पर बैन लगाने की योजना बनाई है, जिसे एक साल पहले लागू किया जाएगा। यह कदम अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के बाद लिया गया है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

कुछ एक्सपर्ट का मानना हैं कि क्रूड ऑयल की कीमतें लगभग स्थिर रहीं क्योंकि बाजार यूरोपीय संघ की सप्लाई रोकने की कोशिशों का असर समझने की कोशिश कर रहा है।” इस बीच, नाटो सहयोगियों ने रूस पर एस्टोनिया और पोलैंड की एयरस्पेस का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, जिसे ब्रिटेन ने सीधे संघर्ष का खतरा बताया।

तेल निर्यात के मोर्चे पर, जुलाई में सऊदी अरब का क्रूड एक्सपोर्ट चार महीने के निचले स्तर पर रहा। वहीं, ओपेक के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक इराक ने OPEC+ समझौते के तहत अपने एक्सपोर्ट को बढ़ाया है, जिसे राज्य तेल विपणन कंपनी SOMO ने पुष्टि की है। इन तमाम घटनाक्रमों के बावजूद, तेल बाजार फिलहाल स्थिर बना हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि भू-राजनीतिक तनाव और बढ़ा या व्यापारिक टैरिफ से मांग पर दबाव आया तो आने वाले दिनों में कीमतों में अस्थिरता तेज हो सकती है।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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