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आयुष मंत्रालय ने WHO के साथ साइन किया MoU, आयुर्वेद सेक्टर को मिलेंगे क्या-क्या फायदे?

Upstox

2 min read | अपडेटेड May 26, 2025, 10:05 IST

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सारांश

आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) (WHO) के बीच 24 मई, 2025 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है। यह समझौता इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन (आईसीएचआई) के तहत एक समर्पित पारंपरिक मेडिकल मॉड्यूल पर काम की शुरुआत का प्रतीक है।

आयुष मंत्रालय

आयुष मंत्रालय ने WHO के साथ साइन किया MoU

ट्रेडिशनल मेडिसिन सिस्टम की ग्लोबल स्थिति को बदलने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) (WHO) के बीच 24 मई, 2025 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है। यह समझौता इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन (आईसीएचआई) के तहत एक समर्पित पारंपरिक मेडिकल मॉड्यूल पर काम की शुरुआत का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका जिक्र मन की बात के 122वें एपिसोड के दौरान किया।

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मोदी ने कहा, ‘साथियों, आयुर्वेद के क्षेत्र में भी कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बारे में जानकर आपको बहुत खुशी होगी। 24 मई को, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक और मेरे मित्र तुलसी भाई की उपस्थिति में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के साथ ही, इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन के तहत एक समर्पित ट्रेडिशनल मेडिकल मॉड्यूल पर काम शुरू हो गया है। इस पहल से आयुष को वैज्ञानिक तरीके से दुनिया भर में अधिकतम लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।’

आईसीएचआई, डब्ल्यूएचओ के इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ डिसीजेस (आईसीडी-11) का पूरक है, जो बताता है कि कौन से उपचार और स्वास्थ्य हस्तक्षेप किए जाते हैं। ट्रेडिशनल मेडिकल मॉड्यूल को शामिल करने से पंचकर्म, योग थैरेपी, यूनानी आहार और सिद्ध प्रक्रियाएं जैसे आयुर्वेद, योग, सिद्ध और यूनानी प्रणालियों से उपचार अब ग्लोबल रूप से मानकीकृत शर्तों में मान्यता प्राप्त होंगे।

इससे क्या फायदे मिलेंगे?

आयुष सेवाओं के लिए पारदर्शी बिलिंग और उचित मूल्य निर्धारण।

स्वास्थ्य बीमा कवरेज में आयुष उपचारों का सहज एकीकरण।

बेहतर अस्पताल प्रबंधन, क्लिनिकल डॉक्यूमेंटेशन और स्वास्थ्य अनुसंधान।

सबसे महत्वपूर्ण बात, आयुष हस्तक्षेपों के लिए ज्यादा ग्लोबल पहुंच।

इस समझौते का स्वागत करते हुए, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने एक्स पर लिखा, ‘आयुष मंत्रालय में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा के साथ पारंपरिक चिकित्सा और इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन पर डब्ल्यूएचओ के काम के लिए भारत के साथ $3 मिलियन के योगदान के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करके खुशी हुई। हम ‘सभी को स्वास्थ्य’ के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता का स्वागत करते हैं।’

बीमारियों के लिए आईसीडी-11 और हस्तक्षेपों के लिए नए आईसीएचआई मॉड्यूल के संयुक्त प्रभाव से यह सुनिश्चित होगा कि आयुष ग्लोबल हेल्थकेयर सिस्टम का एक अभिन्न, साक्ष्य-आधारित और नीति-मान्यता प्राप्त हिस्सा बन जाए। यह एक कोडिंग अपडेट से कहीं अधिक है - यह भारत की पारंपरिक प्रणालियों के जरिए सस्ती, सुलभ और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा की ओर एक परिवर्तनकारी कदम है।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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