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Indian Railways: अब ट्रेन से लंबा सफर हो गया महंगा, 26 दिसंबर से लागू होने वाला है नया नियम

Upstox

2 min read | अपडेटेड December 22, 2025, 09:30 IST

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सारांश

Indian Railways: इस किराया संशोधन से चालू वित्त वर्ष में रेलवे को करीब ₹600 करोड़ की अतिरिक्त आय होने की उम्मीद है। पिछले कुछ वर्षों में रेलवे नेटवर्क और परिचालन का दायरा काफी बढ़ा है, जिससे खर्च भी बढ़े हैं। यात्रियों की संख्या बढ़ने और सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है।

Train Ticket Booking

Train Ticket Booking: लोकल ट्रेन, सीजन टिकट और कम दूरी के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

Indian Railways: अगर आप अक्सर ट्रेन से सफर करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है। इंडियन रेलवे ने 26 दिसंबर से अपना पैसेंजर किराया स्ट्रक्चर बदल दिया है। इसके तहत कुछ लंबी दूरी और हायर क्लास यात्राओं के किराए में मामूली बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, लोकल ट्रेन, सीजन टिकट और कम दूरी के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेलवे ने साफ किया है कि सबअर्बन सेवाओं और मंथली सीजन टिकट के किराए पहले जैसे ही रहेंगे। इसके अलावा, ऑर्डिनरी क्लास में 215 किलोमीटर तक की यात्रा पर भी किराया नहीं बढ़ाया गया है।
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किन ट्रेनों का बढ़ा किराया?

हालांकि, 215 किलोमीटर से ज्यादा दूरी की ऑर्डिनरी क्लास यात्रा पर किराया 1 पैसा प्रति किलोमीटर बढ़ेगा। वहीं, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के नॉन-एसी कोच और सभी एसी श्रेणियों में किराया 2 पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ाया गया है।

रेलवे के मुताबिक इस बढ़ोतरी का असर यात्रियों पर बहुत कम पड़ेगा। उदाहरण के तौर पर अगर कोई यात्री नॉन-एसी कोच में 500 किलोमीटर की यात्रा करता है, तो उसे सिर्फ ₹10 ज्यादा चुकाने होंगे।

रेलवे को होगी करीब ₹600 करोड़ की अतिरिक्त आय

इस किराया संशोधन से चालू वित्त वर्ष में रेलवे को करीब ₹600 करोड़ की अतिरिक्त आय होने की उम्मीद है। पिछले कुछ वर्षों में रेलवे नेटवर्क और परिचालन का दायरा काफी बढ़ा है, जिससे खर्च भी बढ़े हैं। यात्रियों की संख्या बढ़ने और सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है।

इसके चलते कर्मचारियों पर होने वाला खर्च ₹1.15 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। वहीं, पेंशन पर खर्च ₹60,000 करोड़ हो गया है। 2024–25 में रेलवे का कुल ऑपरेशनल खर्च ₹2.63 लाख करोड़ तक पहुंच गया है।

माल ढुलाई पर ज्यादा फोकस

इन बढ़ते खर्चों की भरपाई के लिए रेलवे यात्री किराए में सीमित बढ़ोतरी के साथ-साथ माल ढुलाई (कार्गो) बढ़ाने पर जोर दे रहा है। रेलवे के अनुसार, इन कदमों और ऑपरेशनल सुधारों से नेटवर्क की सुरक्षा और कार्यक्षमता में सुधार हुआ है।

भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माल ढुलाई करने वाला रेलवे नेटवर्क बन गया है। हाल ही के त्योहारों के मौसम में 12000 से ज्यादा ट्रेनों का सफल संचालन भी रेलवे की बेहतर योजना और कार्यक्षमता को दिखाता है।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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