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  1. Retail Inflation: भारत की खुदरा महंगाई में नवंबर में बढ़कर 0.71% पर, सब्जी और फ्यूल के दाम में तेजी का असर

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Retail Inflation: भारत की खुदरा महंगाई में नवंबर में बढ़कर 0.71% पर, सब्जी और फ्यूल के दाम में तेजी का असर

Upstox

2 min read | अपडेटेड December 12, 2025, 17:09 IST

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सारांश

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस महीने की शुरुआत में चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई (Inflation) का अनुमान काफी कम कर दिया। पहले जहां महंगाई 2.6% रहने का अनुमान था, अब उसे घटाकर 2% कर दिया गया है। RBI का मानना है कि अर्थव्यवस्था में तेजी से डिसइन्फ्लेशन (यानी महंगाई की रफ्तार धीमी होना) हो रहा है।

Retail Inflation

Retail Inflation: नवंबर में खाने-पीने की चीजों की कीमतों में 3.91 फीसदी की गिरावट आई।

Retail Inflation: सब्जी और फ्यूल के दाम में तेजी के कारण खुदरा महंगाई नवंबर में मामूली रूप से बढ़कर 0.71 फीसदी हो गई। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी मिली। इसके पहले कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित खुदरा महंगाई अक्टूबर में रिकॉर्ड निचले स्तर 0.25 फीसदी पर आ गई थी, जिसका मुख्य कारण गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) की दरों में कटौती थी।
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क्यों बढ़ी महंगाई?

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में खाने-पीने की चीजों की कीमतों में 3.91 फीसदी की गिरावट आई जबकि अक्टूबर में यह गिरावट 5.02 प्रतिशत थी। NSO ने कहा कि नवंबर 2025 के दौरान कुल (हेडलाइन) मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि का कारण मुख्य रूप से सब्जियों, अंडों, मांस और मछली, मसालों, ईंधन व बिजली की कीमतों में तेजी है। ईंधन एवं बिजली की मुद्रास्फीति नवंबर में 2.32 फीसदी रही जबकि अक्टूबर 2025 में यह 1.98 फीसदी थी।

RBI ने घटाया महंगाई का अनुमान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस महीने की शुरुआत में चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई (Inflation) का अनुमान काफी कम कर दिया। पहले जहां महंगाई 2.6% रहने का अनुमान था, अब उसे घटाकर 2% कर दिया गया है। RBI का मानना है कि अर्थव्यवस्था में तेजी से डिसइन्फ्लेशन (यानी महंगाई की रफ्तार धीमी होना) हो रहा है।

RBI ने हाल ही में अपनी मुख्य नीतिगत ब्याज दरें भी 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 5.25% कर दीं। इसके साथ RBI ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस समय एक “गोल्डीलॉक्स पीरियड” में है, जहां विकास तेज है और महंगाई कम, यानी दोनों तरफ से माहौल अनुकूल है।

पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक ने FY26 के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान भी बढ़ा दिया। पहले यह अनुमान 6.8% था, जिसे बढ़ाकर 7.3% कर दिया गया है। भारत की GDP ने सितंबर तिमाही में 8% की मजबूत वृद्धि दर्ज की थी, जबकि जून तिमाही में ग्रोथ 7.8% रही थी।

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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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