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3 min read | अपडेटेड October 14, 2025, 09:48 IST
सारांश
Gold-Silver Price Today: सोने और चांदी की कीमतों ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत में 24 कैरेट सोना ₹1,24,000 प्रति 10 ग्राम के पार चला गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना $4,116 के ऐतिहासिक स्तर पर है।
Gold-Silver Price Today: 14 अक्टूबर को MCX पर सोना और चांदी दोनों ने इतिहास रच दिया। दोनों धातुओं ने अपने अब तक के लाइफटाइम हाई स्तर को छुआ। गोल्ड 1.63% की तेज बढ़त के साथ 1,26,662 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो अब तक का इसका सर्वाधिक स्तर है। वहीं सिल्वर ने 4.48% की शानदार छलांग लगाते हुए 1,61,579 रुपए प्रति किलोग्राम का नया रिकॉर्ड बनाया। कीमती धातुओं में यह जोरदार तेजी अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती मांग और निवेशकों के सुरक्षित एसेट्स की ओर रुख करने से देखने को मिली।
वैश्विक स्तर पर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक अनिश्चितता और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेतों ने सोने को रॉकेट की तरह गति दे दी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $4,116.77 प्रति औंस के शिखर पर पहुंच गया, जिसका सीधा असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के अनुसार, भारत में 24 कैरेट सोने का भाव ₹1,24,155 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जिससे निवेशकों के चेहरे खिल गए हैं, वहीं आम खरीदार चिंता में हैं।
सोने की कीमतों में इस आग के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण हैं। सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता तनाव है, जिसने निवेशकों को सुरक्षित निवेश के लिए सोने की ओर धकेल दिया है। जब भी दुनिया में अस्थिरता का माहौल बनता है, निवेशक शेयर बाजार जैसे जोखिम भरे विकल्पों से पैसा निकालकर सोने में लगाते हैं, जिसे 'सेफ हेवन' माना जाता है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के जल्द ही ब्याज दरों में कटौती करने की उम्मीद ने भी इस तेजी को हवा दी है। ब्याज दरें कम होने पर डॉलर कमजोर होता है और सोने में निवेश ज्यादा आकर्षक हो जाता है। इसी का नतीजा है कि सिर्फ 2025 में ही सोने की कीमतों में 56% से ज्यादा का उछाल आया है।
सोने की इस चमक के पीछे चांदी भी कहां पीछे रहने वाली थी। चांदी ने भी निवेशकों को मालामाल करते हुए अपने रिकॉर्ड स्तर को छुआ है। वायदा बाजार में चांदी का भाव 5.59% की जबरदस्त तेजी के साथ ₹1,54,648 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी $52.12 प्रति औंस के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। सोने की तरह ही चांदी में तेजी के पीछे भी वही वैश्विक कारण जिम्मेदार हैं। इसके अलावा प्लैटिनम और पैलेडियम जैसी अन्य कीमती धातुओं में भी जोरदार उछाल देखा गया।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की यह रैली अभी थमने वाली नहीं है। ब्लू लाइन फ्यूचर्स के मुख्य बाजार रणनीतिकार फिलिप स्ट्रीबल ने रॉयटर्स को बताया कि दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार सोने की खरीद, ईटीएफ में बढ़ते निवेश और व्यापारिक तनाव के कारण यह तेजी जारी रहेगी। उन्होंने अनुमान लगाया कि 2026 के अंत तक सोने की कीमतें $5,000 प्रति औंस (लगभग ₹5,00,000 प्रति 10 ग्राम) का आंकड़ा भी पार कर सकती हैं।
बैंक ऑफ अमेरिका और सोसाइटी जेनरल जैसे बड़े वित्तीय संस्थानों ने भी इसी तरह का अनुमान जताया है। हालांकि, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की सुकी कूपर जैसी कुछ एक्सपर्ट्स ने चेताया है कि थोड़े समय के लिए कीमतों में कुछ गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में तेजी का रुख बना रहेगा। यह रुझान दिखाता है कि आने वाले समय में सोना निवेश का एक बेहद आकर्षक विकल्प बना रहेगा।
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