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IND-USA Trade Talks: अब बहुत देर हो चुकी है... डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के लिए क्यों लिख दिया ऐसा?

Upstox

3 min read | अपडेटेड September 02, 2025, 08:28 IST

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सारांश

India-USA Trade Talks: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया ट्रुथ पर यह सब तब लिखा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में SCO समिति के दौरान सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बातचीत की।

भारत-अमेरिका

भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ वार्ता का कहां फंसा है पेंच?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया कि भारत ने अब टैरिफ में कटौती कर इसे नाममात्र करने की पेशकश की है, 'लेकिन अब इसमें देर हो चुकी है।' उन्होंने कहा कि भारत अपना ज्यादातर तेल और सैन्य सामान रूस से खरीदता है और अमेरिका से बहुत कम खरीदता है। ट्रंप ने सोशल मीडिया ट्रुथ पर यह सब तब लिखा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में SCO समिति के दौरान सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा, 'बहुत कम लोग यह जानते हैं कि हम भारत के साथ बहुत थोड़ा व्यापार करते हैं, लेकिन वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं।' उन्होंन आगे लिखा, 'भारत अपने सबसे बड़े ग्राहक अमेरिका को भारी मात्रा में सामान बेचता है, लेकिन हम उन्हें बहुत कम बेचते हैं। अब तक यह पूरी तरह से एकतरफा रिश्ता रहा है, और यह कई दशकों से चला आ रहा है।'

ट्रंप ने कहा कि इसका कारण यह है कि भारत ने अब तक हमसे इतने ज्यादा टैरिफ वसूले हैं, किसी भी देश से ज्यादा, कि हमारी कंपनियां भारत में सामान नहीं बेच पा रही हैं। उन्होंने कहा, 'भारत अपना ज्यादातर तेल और सैन्य उत्पाद रूस से खरीदता है, अमेरिका से बहुत कम। उन्होंने अब अपने टैरिफ को पूरी तरह से कम करने की पेशकश की है, लेकिन अब देर हो चुकी है। उन्हें ऐसा सालों पहले कर देना चाहिए था। ये लोगों के सोचने के लिए बस कुछ साधारण तथ्य हैं।'

चीन और रूस से मजबूत होते भारत के रिश्ते!

ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के मौके पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 25% जवाबी टैरिफ और रूस से तेल खरीदने के कारण 25% एडिशनल टैरिफ लगाया है। इस तरह भारत पर लगाया गया कुल टैरिफ 50% हो गया है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है।

भारत-अमेरिका ट्रेड वार्ता का पेंच कहां फंसा?

भारत ने अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ को अनुचित बताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह किसानों, पशुपालकों और छोटे उद्योगों के हितों से समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, 'हम पर दबाव बढ़ सकता है, लेकिन हम इसे सहन करेंगे।' भारत ने कहा कि किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह वह अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के लिए बातचीत में भारत की कुछ सीमाएं हैं और सरकार किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा करेगी। भारत और अमेरिका के बीच 2024-25 में वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 131.8 अरब अमेरिकी डॉलर (86.5 अरब डॉलर निर्यात और 45.3 अरब डॉलर आयात) रहा।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।