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  1. Petrol-Diesel Price: ट्रंप के एक बयान से कच्चे तेल में लगी आग, 2% का आया उछाल! क्या पेट्रोल पर भी पड़ेगा असर?

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Petrol-Diesel Price: ट्रंप के एक बयान से कच्चे तेल में लगी आग, 2% का आया उछाल! क्या पेट्रोल पर भी पड़ेगा असर?

Upstox

3 min read | अपडेटेड October 13, 2025, 09:11 IST

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सारांश

शुक्रवार को 4% तक लुढ़कने के बाद आज कच्चे तेल के बाजार में रौनक लौट आई है। ब्रेंट क्रूड का भाव $63.78 प्रति बैरल पर पहुंच गया है। ट्रंप के चीन के साथ व्यापारिक तनाव कम करने के संकेतों से बाजार को राहत मिली है, लेकिन ओवरसप्लाई की चिंता अभी भी बनी हुई है।

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Petrol-Diesel की कीमतों पर दिखेगा असर?

Petrol-Diesel Price: आज एशियाई बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त वापसी देखने को मिली। पिछले कारोबारी सेशन में भारी गिरावट झेलने के बाद, आज तेल की कीमतों में लगभग 2% का उछाल आया। इस तेजी के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चीन के प्रति अपने व्यापारिक रुख को नरम करना है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों की चिंता थोड़ी कम हुई है। आज ब्रेंट क्रूड वायदा (दिसंबर एक्सपायरी) 1.7% की बढ़त के साथ 63.78 प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है, वहीं वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 1.8% चढ़कर 59.95 प्रति बैरल पर पहुंच गया है।

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ट्रंप के एक बयान ने कैसे बदला बाजार का मूड?

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को बाजार में भारी बिकवाली हुई थी, जब राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन से आयात होने वाले सामान पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। इस खबर से दुनिया भर में तेल की मांग में कमी आने की आशंका बढ़ गई थी, जिसके चलते दोनों बेंचमार्क क्रूड लगभग 4% गिरकर पांच महीने के निचले स्तर पर आ गए थे।

हालांकि, वीकेंड पर ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर एक पोस्ट के जरिए बाजार को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने लिखा, "चीन की चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।" उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, उसे नुकसान पहुंचाना नहीं। उनके इस बयान ने बाजार में एक नई उम्मीद जगाई और निवेशकों का जोखिम लेने का भरोसा लौटा, जिसका सीधा असर कच्चे तेल समेत अन्य कमोडिटीज की कीमतों पर सकारात्मक रूप से पड़ा।

क्या कीमतें और बढ़ेंगी?

ट्रंप के बयान से बाजार को भले ही हल्की राहत मिली हो, लेकिन कच्चे तेल के सामने अभी भी कई चुनौतियां खड़ी हैं। सबसे बड़ी चिंता जरूरत से ज्यादा सप्लाई (Oversupply) की है। एक तरफ, अमेरिका का ऊर्जा सूचना प्रशासन (EIA) ने अनुमान लगाया है कि 2025 में अमेरिका का कच्चे तेल का उत्पादन रिकॉर्ड 13.53 मिलियन बैरल प्रति दिन तक पहुंच सकता है।

दूसरी ओर, ओपेक प्लस (OPEC+) देश भी धीरे-धीरे अपना उत्पादन बढ़ा रहे हैं। समूह ने नवंबर में उत्पादन में लगभग 137,000 बैरल प्रति दिन की मामूली बढ़ोतरी करने पर सहमति जताई है। इसके अलावा, मध्य-पूर्व में इजरायल और हमास के बीच ट्रंप की मध्यस्थता से हुए युद्धविराम ने भी भू-राजनीतिक तनाव को कम किया है, जो आमतौर पर तेल की कीमतों को नीचे रखने का काम करता है। कुल मिलाकर, बाजार अभी भी मांग और आपूर्ति के नाजुक संतुलन पर टिका है और आने वाले दिनों में कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहने की पूरी संभावना है।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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