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केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल से प्याज पर 20% निर्यात शुल्क लिया वापस, किसानों को कैसे मिलेगा फायदा?

Upstox

2 min read | अपडेटेड March 22, 2025, 23:03 IST

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सारांश

रबी प्याज, जो भारत के कुल प्याज उत्पादन का 70-75% हिस्सा है, अक्टूबर/नवंबर से खरीफ फसल के आने तक कीमतों में समग्र उपलब्धता और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।

भारतीय किसान

सरकार ने 1 अप्रैल से प्याज पर 20% निर्यात शुल्क वापस लिया (Photo: Shutterstock)

केंद्र सरकार ने 22 मार्च यानी कि आज सितंबर 2024 तक प्याज के निर्यात पर लगाए गए 20% निर्यात शुल्क को वापस ले लिया। यह फैसला 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा। उपभोक्ता मामलों के विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर) से लेटर मिलने के बाद राजस्व विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू) ने इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है। घरेलू उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने शुल्क, न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) और यहां तक कि 8 दिसंबर 2023 से 3 मई 2024 तक लगभग पांच महीने के लिए निर्यात प्रतिबंध के जरिए निर्यात को रोकने के उपाय किए थे। 20% का निर्यात शुल्क, जो अब हटा दिया गया है, 13 सितंबर 2024 से लागू है।

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निर्यात प्रतिबंधों के बावजूद, सरकार ने कहा कि 2023-24 के दौरान प्याज का कुल निर्यात 17.17 लाख टन था और 2024-25 (18 मार्च तक) में यह 11.65 लाख टन था। मासिक प्याज निर्यात मात्रा सितंबर, 2024 में 0.72 लाख टन से बढ़कर जनवरी, 2025 में 1.85 लाख टन हो गई है। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज में कहा, ‘यह फैसला किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और उपभोक्ताओं के लिए प्याज की सामर्थ्य बनाए रखने की सरकार की प्रतिबद्धता का एक और प्रूफ है, जो इस अहम मोड़ पर है, जब अच्छी रबी फसलों से ज्यादा प्याज आने की उम्मीद है और इसके बाद मंडी और खुदरा दोनों कीमतें नरम हो गई हैं।’

प्रेस रिलीज में कहा गया है कि हालांकि मौजूदा मंडी कीमतें पिछले कुछ सालों की इसी पीरियड के लेवल से ऊपर हैं, लेकिन अखिल भारतीय भारित औसत मॉडल कीमतों में 39 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। इसी तरह, पिछले एक महीने में अखिल भारतीय औसत खुदरा प्याज की कीमतों में 10% की गिरावट दर्ज की गई है। बेंचमार्क बाजारों लासलगांव और पिंपलगांव में इस महीने से ज्यादा प्याज आ रहे हैं। कृषि और किसान कल्याण विभाग के अनुमानों के अनुसार, इस साल रबी का उत्पादन 227 लाख मीट्रिक टन है, जो पिछले साल के 192 लाख टन से 18% अधिक है।

रबी प्याज, जो भारत के कुल प्याज उत्पादन का 70-75% हिस्सा है, अक्टूबर/नवंबर से खरीफ फसल के आने तक कीमतों में समग्र उपलब्धता और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। खाद्य मंत्रालय ने कहा, ‘इस सीजन में अनुमानित अधिक उत्पादन से आने वाले महीनों में बाजार की कीमतों में और कमी आने की उम्मीद है।’

(भाषा इनपुट के साथ)

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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