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2 min read | अपडेटेड November 27, 2024, 13:14 IST
सारांश
Adani Green ने सफाई दी है कि अमेरिका में गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी पर भ्रष्टाचार से जुड़ा चार्ज नहीं लगा है। ये मामला भारत में सबसे बड़े सोलर पावर प्रॉजेक्ट में घूसखोरी को लेकर चल रहा है।
अडानी ग्रुप के शेयर्स पर पड़ा है असर
अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी और उनके भतीजे सगर अडानी को लेकर Adani Green ने सफाई दी है। एक स्टेटमेंट में कहा गया है कि दोनों के ऊपर अमेरिका में भ्रष्टाचार कानून (Foreign Corrupt Practices Act) के तहत चार्ज नहीं लगाए गए हैं।
7 लोगों समेत इन दोनों का नाम अमेरिका में भारतीय अधिकारियों को करीब 2200 करोड़ रुपये की घूस देने के मामले में सामने आया है।
एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में अडानी ग्रीन ने बताया है कि तीनों के ऊपर FCPA चार्ज के आरोप गलते हैं। उनके ऊपर तीन दूसरे चार्ज लगाए गए हैं, जिनमें सिक्यॉरिटीज से जुड़ी धोखाधड़ की साजिश, वायर के फर्जीवाड़े की साजिश और सिक्यॉरिटी फर्जीवाड़ा है। अडानी समूह ने हर आरोप का खंडन का किया है और कहा कि वह हर संभव कानून रास्ता अपनाएगा।
इसके पहले ग्रुप को झटका लगा था जब फ्रांस की एनर्जी कंपनी TotalEnergies ने एक बयान जारी कर बताया था कि जब तक अडानी ग्रुप के लोगों और उनकी गतिविधियों को क्लीनचिट नहीं मिल जाती है, TotalEnergies अडानी ग्रुप की किसी कंपनी में वित्तीय योगदान नहीं देगा। कंपनी ने कहा है कि वह किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को नकारती है।
इसके पहले अडानी ग्रुप की मुश्किलें तब बढ़ गई थीं जब हिंडनबर्ग रिसर्च ने 2023 में दावा किया था कि ग्रुप ने स्टॉक्स का मैनिपुलेशन और अकाउंट्स फ्रॉड किया है। इसके बाद निवेशक कंपनी स्टॉक्स बेचने लगे थे। हालांकि, कुछ महीनों में स्थिति सामान्य हो गई थी।
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